पटना: कृषि कानून के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के समर्थन में बिहार की राजधानी पटना में राजभवन जा रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे पहले पुलिस ने पटना में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और लेफ्ट पार्टियों के आह्वान पर गांधी मैदान से राजभवन तक निकाले जा रहे किसान मार्च को डाक बंगला चौराहे पर पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन सैकड़ों की संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बात नहीं मानी।
इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। फिर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। पुलिस के लाठीचार्ज करने के बाद डाकबंगला चौराहे पर भगदड़ सी मच गई। लाठी से बचने के लिए भाग रहे किसानों को भी पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस भगदड़ में कई महिला किसान सड़कों पर गिरकर चोटिल हो गईं। उन्हें इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया।
आपको बता दें कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इनकी संख्या हजारों में हैं।
किसानों और किसान संगठनों को डर सता रहा है कि नए कानून की वजह से कृषि क्षेत्र में पूंजीपतियों का प्रभाव बढ़ जाएगा और उनकी (किसान) आमदनी कम हो जाएगी।
प्रदर्शनकारी किसानों की मांग है कि कृषि कानूनों को रद्द या निरस्त किया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी दी जाए। सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन ये बैठकें बेनतीजा रहीं। सरकार नए कानूनों को लेकर जारी गतिरोध को खत्म करने में फिलहाल विफल रही है। अगले दौर की बातचीत के लिए 40 किसान संगठनों के नेताओं को 30 दिसंबर को बुलाया गया है।