ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं

पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। आरसीपी सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच यह कदम उठाया है। आरसीपी सिंह ने आज अपने गांव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेडीयू छोड़ने की घोषणा की। आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह से जवाब मांगा था। सिंह का हाल ही में राज्यसभा का कार्यकाल खत्म हो गया लेकिन पार्टी ने उन्हें फिर से सदन में नहीं भेजा।

उमेश सिंह कुशवाहा ने सिंह को पत्र में लिखा है, ‘‘आप अच्छी तरह से जानते हैं कि हमारे माननीय नेता (नीतीश कुमार) भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस' की नीति के साथ काम कर रहे हैं और वह अपने लंबे राजनीतिक करियर में बेदाग रहे हैं।'' पत्र के साथ पार्टी के अज्ञात कार्यकर्ताओं द्वारा सिंह के खिलाफ की गई शिकायत को भी संलग्न किया गया है।

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार पीएम मोदी संग बैठक में शामिल नहीं होंगे। सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में होने वाली नीति आयोग की बैठक से नीतीश कुमार नदारद रहेंगे। कोरोना से अभी ठीक हुए नीतीश कुमार अपने उप-मुख्यमंत्री को बैठक में भेजना चाहते थे, लेकिन उनसे कहा गया कि इसमें केवल मुख्यमंत्री ही शामिल हो सकते हैं, उनका कोई प्रतिनिधि नहीं। ऐसे में बिहार से इस बार कोई प्रतिनिधित्व पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली बैठक में नहीं होगा।

हालांकि, अधिकारियों के मुताबिक, नीतीश कुमार के हर सोमवार को बुलाए जाने वाले जनता दरबार में मौजूद रहने की संभावना है। उनके स्वास्थ्य की वजह से पिछले कुछ हफ्ते से जनता दरबार नहीं लगाया जा रहा था।

सूत्रों के मुताबिक, सीएम नीतीश कुमार नीति आयोग की रैंकिंग से नाराज रहते हैं, जिसमें बिहार को विकसित राज्यों में हमेशा सबसे नीचे रखा जाता है।

पटना: बिहार से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने बिहार सरकार से पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने रविवार को कहा कि पीएफआई के खिलाफ देश में सांप्रदायिक द्वेष और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों में शामिल होने के पर्याप्त सबूत मिलने के बाद बिहार सरकार को इस संगठन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। इसके लिए अगर चाहे तो बिहार सरकार से केंद्र से भी सलाह ले सकती है। उन्होंने आगे कहा कि पीएफआई इस्लामी छात्रों के संगठन सिमी का बदला हुआ रूप है। इससे बिहार समेत पूरे देश की सुरक्षा को खतरा है।

सुशील मोदी ने इस दौरान कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आतंकवादी साजिश में लिप्त इस संगठन को बढ़ावा देती रही है। कर्नाटक में जब कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार सत्ता में आई थी, तब इसने वर्ष 2013 में पीएफआई और इसकी राजनीतिक इकाई डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया के 1600 कार्यकर्ताओं के विरुद्ध दंगा करने से संबंधित 176 मुकदमें वापस ले लिए थे।

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 'वे राष्ट्रपति भवन में मूर्ति नहीं चाहते।' तेजस्वी यादव ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए उम्मीदवार के रूप में चुने जाने के बाद एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है।

यादव ने कहा, 'हमें राष्ट्रपति भवन में कोई मूर्ति नहीं चाहिए, हम राष्ट्रपति चुन रहे हैं। आपने यशवंत सिन्हा को हमेशा सुना होगा, लेकिन हमने कभी सत्ताधारी दल के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की आवाज नहीं सुनी।'

राजद ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने की घोषणा की है। बिहार में वाम दलों और कांग्रेस ने भी उन्हें अपना समर्थन दिया है। हालांकि, राजद के सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने कहा कि वह मुर्मू का समर्थन करेगी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख