नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 'वे राष्ट्रपति भवन में मूर्ति नहीं चाहते।' तेजस्वी यादव ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए उम्मीदवार के रूप में चुने जाने के बाद एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है।
यादव ने कहा, 'हमें राष्ट्रपति भवन में कोई मूर्ति नहीं चाहिए, हम राष्ट्रपति चुन रहे हैं। आपने यशवंत सिन्हा को हमेशा सुना होगा, लेकिन हमने कभी सत्ताधारी दल के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की आवाज नहीं सुनी।'
राजद ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने की घोषणा की है। बिहार में वाम दलों और कांग्रेस ने भी उन्हें अपना समर्थन दिया है। हालांकि, राजद के सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने कहा कि वह मुर्मू का समर्थन करेगी।
तेजस्वी से पहले झारखंड के पूर्व कांग्रेस सांसद अजय कुमार ने उन मुर्मू पर निशाना साधा था। उन्होंने कथित रूप से कहा था कि द्रौपदी का व्यक्तित्व शानदार है, लेकिन वह ‘बुराई की विचाराधारा' का प्रतिनिधित्व करती हैं और उन्हें आदिवासियों का प्रतीक नहीं मानना चाहिये।
कुमार ने कहा था, 'यशवंत सिन्हा भी एक अच्छे उम्मीदवार हैं और मुर्मू भी एक सभ्य व्यक्तित्व हैं। लेकिन वह ‘बुराई की विचाराधारा' का प्रतिनिधित्व करती हैं। उन्हें आदिवासियों का प्रतीक नहीं मानना चाहिये। हमारे पास राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद हैं, हाथरस हुआ। क्या उन्होंने एक शब्द भी कहा? अनुसूचित जातियों की स्थिति और खराब हो गई है।'
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मुर्मू के खिलाफ टिप्पणी के लिए दोनों नेताओं की आलोचना की और कहा कि उन्होंने पूरे आदिवासी समुदाय का अपमान किया है।