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पटना: बिहार में नरेंद्र मोदी सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों को मुद्दा विधानसभा में भी जमकर गूंज रहा है। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी ने देवी ने भी अग्निवीर सेना बहाली पर पटना में तख्ती लेकर राजद नेताओं संग विरोध जताया। राबड़ी देवी ने आंदोलन में गिरफ्तार लोगों को छोड़ने की मांग की। साथ ही राबड़ी देवी ने कहा कि केंद्र सरकार इस योजना को वापस ले।

पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने कहा कि जो अग्निपथ योजना बिहार और देश के लिए गलत है। राबड़ी देवी ने आगे कहा कि लेकिन हम जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे वापस नहीं लेंगे। इसके साथ ही राबड़ी देवी ने हाथ में एक तख्ती भी पकड़ी हुई थी जिसपर लिखा था 'अग्निपथ नहीं चाहिए युवा को, पूरे देश आग में झौंकना चाहती भाजपा सरकार।'

बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार की अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद अग्निवीर सेना बहाली के विरोध में देश के कई राज्यों में युवाओं ने प्रदर्शन किया। इसका सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिला।

पटना: बिहार की राजधानी पटना में भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले का खुलासा आया है, जिसमें एक ड्रग्स इंस्पेक्टर के घर करोड़ों की दौलत मिली है। आय से अधिक संपत्ति मामले में ड्रग्स इंस्पेक्टर के सुलतानगंज थाना क्षेत्र स्थित आवास पर निगरानी विभाग की टीम ने छापेमारी की है। पटना सिटी के सुलतानगंज थाना क्षेत्र के खान मिर्जा इलाके में निगरानी विभाग की टीम ने आय से अधिक संपति मामले में ड्रग्स इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार के आवास पर ये छापेमारी की है। उसके घर से भारी मात्रा में नकदी, करोड़ों की जमीन के कागजात, सोने चांदी के आभूषण, चार लग्जरी कार समेत कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

डीएसपी निगरानी विभाग सुरेंद्र कुमार मौआर, निगरानी विभाग के टीम ने पटना के गोला रोड, पटना सिटी के सुल्तानगंज और जहानाबाद समेत चार ठिकानो पर छापेमारी की है। टीम ने करोड़ों रुपये का अवैध संपत्ति अर्जित करने का खुलासा किया है। वहीं निगरानी विभाग के अधिकारी का कहना है चारों ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है और जब्त सामानों का आंकलन किया जा रहा है।

पटना: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर हाल ही में युवाओं ने कई राज्यों में प्रदर्शन किया था। वहीं कई जगह तो हिंसक प्रदर्शन भी हुए थे। बिहार में सरकारी संपत्तियों को इन प्रदर्शनों की वजह से काफी नुकसान पहुंचा। इस योजना के खिलाफ 20 जून को कई संगठनों ने भारत बंद का ऐलान भी किया गया था। बिहार में राजद अब भी केंद्र से इस योजना को वापस लेने की मांग कर रही है। इसी कड़ी में आज बिहार विधानसभा में महागठबंधन के सभी विधायकों ने विधान सभा परिसर से राजभवन तक मार्च किया। इसमें राष्ट्रीय जनता दल के अलावा वामपंथी दलों के विधायक शामिल थे। इस दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव भी दिखाई दिए।

इस दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कई लोग ऐसे थे, जिनकी सिर्फ ज्वाइनिंग रह गई थी, उन्हें अब फिर से पूरा प्रोसेस शुरू करना होगा। 4 साल बाद युवा क्या करेंगे। भाजपा के नेता जैसा कह रहे हैं कि उन्हें अपने दफ्तर में चौकीदार बना कर रखेंगे, क्या ये बात सही है।

पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सत्ता में सहयोगी भाजपा के बीच सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा। पिछले हफ्ते सेना में भर्ती के लिए घोषित अग्निपथ स्कीम के बाद इस संबंध में और दरारें और गांठें पड़ गई हैं, ये बात किसी से छिपी नहीं है। आज योग दिवस के दिन भी सत्ता के इन दोनों सहयोगियों के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं।

कार्यक्रम से दूर रहे नीतीश के मंत्री, विधायक

इसका उदाहरण देखने को मिला जब बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा विधानसभा परिसर में आयोजित योग दिवस के कार्यक्रम में आमंत्रण के बाद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत जनता दल यूनाइटेड का कोई मंत्री या विधायक नहीं पहुंचा। इससे साफ था कि पार्टी सुप्रीमो नीतीश के इशारे पर सबने इस कार्यक्रम से दूरी बनाई थी, हालांकि नीतीश जो खुद रोज अपने घर में योग करते हैं, जबसे योग दिवस शुरू हुआ है, ऐसे सार्वजनिक तरीके से योग करने के पक्षधर नहीं रहे हैं।

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