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भोपाल: मध्य प्रदेश में दो महिलाएं जिंदा ही दफन हो जातीं, यदि उन्हें समय रहते बचा नहीं लिया जाता। इन महिलाओं पर एक डंपर से बजरी उडेली गई थी। रीवा जिले के हिनौता में हुई हमले की यह घटना जमीन विवाद का नतीजा बताई जा रही है। ममता पांडे और आशा पांडे नाम की महिलाएं बजरी के ढेर में कमर और गर्दन तक दब गई थीं। उन्हें स्थानीय लोगों ने फावड़े की मदद से बजरी के ढेर में से निकालकर बचाया। उनमें से एक महिला बेहोश हो गई थी, जिसका बाद में इलाज कराया गया।

यह टकराव मंगावा थाना क्षेत्र में तब हुआ, जब गांव में एक सड़क निर्माण प्रोजेक्ट को लेकर महिलाएं विरोध प्रदर्शन कर रही थीं। उन्होंने दावा किया कि जमीन पट्टे पर दी गई थी। वे सड़क निर्माण का विरोध कर रही थीं। हालांकि महिलाओं की आपत्तियों को नजरअंदाज कर दिया गया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब स्थानीय दबंगों के आदेश पर डंपर चालक ने उन पर बजरी डाल दी। घटना का वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें बजरी डाले जाने से ठीक पहले डंपर के पीछे बैठी महिलाएं दिखाई दे रही हैं।

भोपाल: मध्य प्रदेश में सीबीआई को जांच के लिए अब सरकार से इजाजत लेनी होगी। गृह विभाग ने इसके लिए नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें साफ लिखा गया है कि अब सीबीआई को जांच के लिए सरकार की लिखित अनुमति लेना जरूरी होगा। यह व्यवस्था 1 जुलाई 2024 से लागू मानी जाएगी, जबकि सरकार ने मंगलवार 16 जुलाई को यह नोटिफिकेशन जारी किया था।

मध्य प्रदेश भी विपक्षी राज्यों की लिस्ट में हुआ शामिल

गृह विभाग के अफसरों ने जानकारी दी है कि यह व्यवस्था पहले से लागू थी, लेकिन अभी भारतीय न्याय संहिता लागू हुई है, जिस वजह से नोटिफिकेशन जारी करना जरूरी था। वरना कोर्ट में चल रहे विचारधीन केस दूषित हो सकते थे। मध्य प्रदेश सरकार ने जारी आदेश में कहा है कि किसी भी व्यक्ति, सरकारी अधिकारी या राज्य में आने वाली संस्था की जांच करनी हो तो सीबीआई को मध्य प्रदेश प्रशासन से लिखित मंजूरी लेनी होगी। इसी के साथ बीजेपी शासित मध्य प्रदेश भी अब उन राज्यों में शामिल हो गया है, जहां सीबीआई को जांच से पहले मंजूरी की जरूरत होगी।

भोपाल: राजधानी भोपाल इंदौर समेत प्रदेश के 26 जिलों में मानसून रविवार को पहुंच गया है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्य प्रदेश के अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, इंदौर, उज्जैन, देवास, सीहोर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, सीधी और सिंगरौली जिलों में प्रवेश कर चुका है। इधर रविवार को सुबह भोपाल में बूंदाबांदी हुई। बालाघाट और सीहोर में दोपहर के बाद तेज बारिश हुई। कई जिलों में बादल छाए रहे तो कई जिलों में मौसम साफ रहा।

वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन एक्टिव

मौसम विभाग भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि मध्यप्रदेश में आंधी-बारिश के 3 सिस्टम- वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन एक्टिव हैं। इस वजह से कहीं तेज बारिश हो रही है तो कहीं गरज-चमक और तेज आंधी चल रही है। तीन-चार दिन ऐसा ही मौसम बना रहेगा।

भोपाल: मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के पिपलोधीजाद में रविवार देर रात ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से चार बच्चों समेत 13 लोगों की मौत हो गयी और 15 अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।

राजगढ़ के जिलाधिकारी हर्ष दीक्षित ने मीडिया को बताया कि घायलों में से 13 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वहीं दो लोगों को सिर और छाती पर चोट लगने के कारण बेहतर उपचार के लिए भोपाल भेजा गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मृतक संख्या बढ़ने का अनुमान नहीं है क्योंकि गंभीर रूप से घायल दो लोगों की हालत खतरे से बाहर है।'' स्थानीय निवासियों ने बताया कि ये लोग राजस्थान से आई एक बारात में शामिल थे।

राजगढ़ हादसा पर राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, ''मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक सड़क दुर्घटना में कई लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। मैं उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।''

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