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मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है। नेताओं के बीच मनमुटाव भी उजागर होने लगे हैं। महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी महायुति गठबंधन का हिस्सा है। मंगलवार की दोपहर 3 बजे उम्मीदवारों के नामांकन का समय खत्म हो चुका है। वहीं, एनसीपी नेता नवाब मलिक को लेकर भी अब सस्पेंस खत्म हो गया। नवाब मलिक ने आज दो पर्चे भरे। एक एनसीपी की तरफ से और दूसरा पर्चा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भरा गया है। नवाब मलिक फिलहाल पीएमएलए केस में मेडिकल ग्राउंड पर जमानत पर हैं।

दरअसल, ऐसी चर्चाएं थीं कि बीजेपी नहीं चाहती कि नवाब मलिक को टिकट दिया जाए। उनके हालिया बयानों और उनकी इमेज की वजह से बीजेपी ने ये फैसला किया था। इसके लिए अजित पवार पर प्रेशर भी बनाया गया था। टिकट को लेकर अजित पवार काफी समय तक चुप रहे। आखिरकार उन्होंने नवाब मलिक को मानखुर्द विधानसभा सीट से उम्मीदवार बना दिया।

मुंबई: मुंबई बीजेपी में पहली बड़ी बगावत हुई है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, महाराष्ट्र चुनाव के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, सह प्रभारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के फैसले को पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने चुनौती दी है। पूर्व सांसद कल यानि मंगलवार (29 अक्टूबर) को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में बोरीवली विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करेंगे।

पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मेरा नाम सुझाया: शेट्टी

बता दें कि इस बार हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने गोपाल शेट्टी का टिकट काट दिया था। मुंबई नॉर्थ से उनकी जगह बीजेपी ने पीयूष गोयल को मैदान में उतारा था और वो जीत गए।

बोरीवली विधानसभा सीट से बीजेपी ने संजय उपाध्याय को मैदान में उतारने का फैसला किया है। इससे गोपाल शेट्टी बेहद नाराज हो गए हैं। उन्होंने कहा, "मैं बहुत क्लियर करना चाहता हूं, मुझे टिकट नहीं मिला इसकी लड़ाई नहीं है। मैंने टिकट मांगा ही नहीं है। लेकिन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मेरा नाम सुझाया।"

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा की सभी 288 सीटों पर नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस बीच रविवार देर रात राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अपने 49 उम्मीदवारों की सूची जारी की। पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजमोहन श्रीवास्तव ने रविवार को एक प्रेस नोट में यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों का अंतिम चयन संसदीय बोर्ड की बैठकों में किया गया।

सना को अनुशक्ति नगर से टिकट, पूर्व भाजपा नेता को बनाया प्रत्याशी

एनसीपी नेता नवाब मलिक की बेटी सना मलिक को अनुशक्ति नगर निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है। दिवंगत नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी को बांद्रा पूर्व से प्रत्याशी बनाया गया है। एनसीपी की तीसरी सूची में गेवराई निर्वाचन क्षेत्र से विजय सिंह पंडित, फलटन से सचिन सुधाकर पाटिल, निफाड़ से दिलीपकाका बांकर और पारनेर विधानसभा सीट पर काशीनाथ दांते को उतारा गया है।

एनसीपी ने 25 अक्टूबर को अपनी दूसरी सूची घोषित की थी। एनसीपी की दूसरी सूची में इस्लामपुर से पूर्व भाजपा नेता निशिकांत पाटिल और तासगांव-कवठे महांकाल से संजयकाका रामचंद्र पाटिल को टिकट दिया गया।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जब भी सरकार के प्रमुखों से मिलते हैं, तो इसका मतलब कोई डील होना नहीं होता। इस तरह की मुलाकातें अक्सर प्रशासनिक मामलों से जुड़ी होती हैं। न्यायपालिका पूरी तरह अपनी स्वतंत्रता के साथ काम करती है।

मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की यह टिप्पणी गणेश उत्सव के दौरान उनके आवास पर पीएम मोदी के पहुंचने के बाद शुरू हुए विवाद को लेकर आई है। पीएम मोदी और मुख्य न्यायाधीश के बीच उनके आवास पर हुई मुलाकात को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने आलोचना की थी। मुंबई विश्वविद्यालय में एक लेक्चर सीरीज को संबोधित करते हुए सीजेआई ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा कि मुख्य न्यायाधीशों की राज्य या केंद्र सरकार के प्रमुखों से होने वाली मुलाकातों के दौरान कभी विचाराधीन मुकदमों पर कोई बात नहीं होती। कुछ काम ऐसे होते हैं जो न्यायपालिका और सरकार दोनों से जुड़े होते हैं। ये प्रशासनिक मामले होते हैं।

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