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मुंबई: बॉम्बे हाईकोर्ट ने गुरुवार को भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) से समय-समय पर नोटों और सिक्कों के आकार और अन्य विशेषताओं को बदलने के पीछे का कारण पूछा है। नेशनल एसोसिएशन ऑफ द ब्लाइंड (एनएबी) द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नंदराजोग और न्यायमूर्ति एन एम जामदार की खंडपीठ ने यह प्रश्न उठाया। एनएबी की याचिका में दावा किया गया है कि आरबीआई द्वारा जारी किए गए नए करेंसी नोटों और सिक्कों ने दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए पहचान और उन्हें अलग करने के मामले में कठिनाई हो रही है।

मुख्य न्यायाधीश नंदराजोग ने कहा,"हम आरबीआई से जानना चाहते हैं कि मुद्रा नोटों में आकार और इसी तरह की विशेषताओं को बदलते रहने की क्या आवश्यकता है।" अदालत ने कहा कि दुनिया का कोई अन्य देश अपने मुद्रा नोटों के आकार और विशेषताओं को इतनी जल्दी नहीं बदलता है। अदालत को यह भी बताया गया कि इस साल मार्च में आरबीआई ने विशेष फीचर्स के साथ नए सिक्के जारी किए थे ताकि दृष्टिबाधित व्यक्तियों को इनकी पहचान करने में आसानी रहे।

मुंबई: महाराष्ट्र में भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच विपक्ष के चार विधायकों ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस के विधायक कालिदास कोलाम्बकर और राकांपा के विधायक शिवेन्द्र सिंह भोसले, वैभव पिचाड और संदीप नाइक ने अपने इस्तीफे दक्षिण मुंबई में स्थित विधान भवन में स्पीकर हरिभाऊ बागड़े को सौंपे। बागड़े को ये इस्तीफे अलग अलग सौंपे गए।

कोलाम्बकर मुंबई से सात बार विधायक रह चुके हैं। शिवेन्द्र सिंह भोसले ने 2014 में सतारा विधानसभा सीट से चुनाव 47,813 मतों से जीता था। सूत्रों ने बताया कि चारों विधायक बुधवार को भाजपा में शामिल हो सकते हैं। महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं।

नागपुर: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने राकांपा प्रमुख शरद पवार के के इस दावा कि भाजपा के नेता अन्य दलों के सदस्यों को अपने पाले में करने में जुटे हैं, को लेकर रविवार को पलटवार किया। फड़णवीस ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख पवार को इस बात को लेकर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि क्यों लोग उनकी पार्टी को छोड़ रहे हैं। इससे पहले दिन में पवार ने पुणे में कहा था कि फड़णवीस और उनके मंत्री विधानसभा चुनाव से पहले जांच एजेंसियों और सरकारी वित्तीय बोर्डों का दुरूपयोग कर विपक्षी नेताओं को अपने पाले में करने में लगे हुए हैं।

फड़णवीस ने दावा किया कि भाजपा 'किसी के पीछे नहीं भागती क्योंकि भारत के लोग पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के साथ हैं। पवार के बयान को लेकर पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, '' शरद पवार को इस बात को लेकर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि क्यों उनके लोग राकांपा में बने रहने के लिए तैयार नहीं हैं।"

पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के अन्य मंत्रियों पर विधानसभा चुनाव से पहले दूसरे दलों के नेताओं की खरीद-फरोख्त में लगे होने का आरोप लगाया। पवार ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर जांच एजेंसियों और सरकारी वित्तीय निकायों का दुरुपयोग कर नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल होने के लिए मजबूर करने का भी आरोप लगाया। राकांपा अध्यक्ष ने कहा, ''मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के अन्य मंत्री खुद इस काम (अन्य दलों के नेताओं को लुभाने) में पूरी तरह से लगे हुए हैं। अन्य दलों के नेताओं को फोन कर रहे हैं और उनसे जुड़ने के लिए कह रहे हैं।"

वित्तीय निकायों के कथित दुरुपयोग का एक उदाहरण देते हुए, उन्होंने कहा, ''पंढरपुर में कल्याण काले (पूर्व विधायक) की चीनी मिल मुश्किल स्थिति में थी। राज्य सरकार ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए उसे 30-35 करोड़ रुपये दिए और उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए कहा। चूंकि वह अपने कारखाने को बचाना चाहते थे, इसलिए उन्होंने पाला बदल लिया।"

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