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मुंबई: महाराष्ट्र के धुले जिले में एक कंटेनर ट्रक और एक बस के बीच सीधी टक्कर में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह हादसा शहादा-दोंदायचा मार्ग पर निम्गुल गांव के पास रविवार रात करीब साढ़े दस बजे हुआ। बस औरंगाबाद जा रही थी। उन्होंने बताया कि दोनों वाहनों के चालक सहित 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि घायलों को धुले के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

बता दें कि इससे पहले पिछले सप्ताह पालघर जिले में जंबुलपाडा गांव के पास एक भीषण हादसा हुआ था। राज्य परिवहन निगम की एक बस के पिवली-वाडा में एक डिवाइडर से टकराने और उसके बाद झाड़ियों में घुस जाने से कम से कम 50 यात्री घायल हो गए थे। इनमें अधिकतर छात्र हैं। यह घटना तब हुई थी जब सड़क पार कर रही एक लड़की को बचाने के प्रयास में बस चालक वाहन से नियंत्रण खो बैठा था।

नागपुर: लाल फीताशाही पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि उन्होंने कुछ अधिकारियों को आज आगाह किया कि यदि चंद मुद्दों का समाधान नहीं किया गया तो वह लोगों से कहेंगे कि 'धुलाई करो'। केंद्रीय मंत्री एमएसएमई सेक्टर में काम कर रहे संघ से जुड़े संगठन लघु उद्योग भारती के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। गडकरी के पास सड़क परिवहन, सुक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग की जिम्मेदारी है।

सम्मेलन में शामिल उद्यमियों से गडकरी ने निडर होकर उनके कारोबार का विस्तार करने की बात की। वह इस बात पर भी बोले कि किस तरह सरकारी अधिकारियों द्वारा कारोबारियों को परेशान किया जा रहा है। नागपुर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले गडकरी ने कहा, 'हमारे यहां लाल फीताशाही क्यों है, क्यों ये निरीक्षक आते हैं और ‘हफ्ता' लेते हैं। मैंने उन्हें उनके मुंह पर कहा, आप (सरकारी) नौकर हैं, मैं लोगों द्वारा निर्वाचित हूं। मेरी जवाबदेही लोगों के प्रति है। अगर आप चोरी करेंगे, मैं कहूंगा कि आप चोर हैं।

नागपुर: केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाला अनुच्छेद 370 आतंकवादियों और उनके संरक्षकों की "ढाल" बन गया था। प्रसाद ने महाराष्ट्र के नागपुर में राज्य कानूनी सेवा प्राधिकारियों की 17वीं अखिल भारतीय बैठक के उद्घाटन से इतर पत्रकारों से कहा, "सरकार ने देश के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर की आम जनता के हित में अनुच्छेद 370 पर फैसला लिया।"

उन्होंने कहा, "हमें समझना चाहिये कि यह एक अस्थायी प्रावधान था और इसे देश हित में हटाया गया।" कानून मंत्री के मुताबिक, "हम हमेशा देश और जम्मू-कश्मीर के लोगों की की सुरक्षा के लिए प्रयास करते हैं। हम चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर प्रगति करे।" उन्होंने कहा, "अनुच्छेद 370 आतंकवादियों और उनके संरक्षकों की ढाल बन गया था, लेकिन हमने इसे समाप्त कर दिया। कश्मीर के विकास के लिए ऐसा किया गया।"

मुंबई/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में जनसंख्या नियंत्रण पर जोर दिए जाने के बाद शुक्रवार को भाजपा के प्रमुख सहयोगी दल शिवसेना ने मुस्लिम समुदाय के एक तबके पर निशाना साधा। शिवसेना ने प्रधानमंत्री द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में दिए गए संदेश का समर्थन किया वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री शासन के ''खारिज और दखल देने वाले विचारों के साथ आ रहे हैं।

शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में आरोप लगाया गया है कि अल्पसंख्यक समुदाय का एक तबका जनसंख्या वृद्धि पर अंकुश लगाने का महत्व नहीं समझता है। शिवसेना ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटा कर और मुस्लिमों में तीन तलाक की प्रथा पर रोक के लिए कानून बनाकर, प्रधानमंत्री ने एक संदेश दिया था। संपादकीय में कहा गया है, "इसलिए, वह जनसंख्या विस्फोट के मुद्दे को हल करेंगे और 'एक राष्ट्र एक चुनाव' अवधारणा को (कार्यान्वित) करेंगे।

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