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मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के सामने विरोधियों से पहले बागियों ने निपटने की चुनौती खड़ी हो गई है। शिवसेना-भाजपा गठबंधन में 288 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। इसमें शिवसेना के 124, भाजपा के 150 और अन्य छोटी पार्टियों के 14 उम्मीदवार होंगे। लेकिन कई जगहों पर सीट बंटवारे से नाराज भाजपा नेताओं ने शिवसेना उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चे भरे हैं। सूत्रों के अनुसार भाजपा ने 27 विधानसभा क्षेत्रों में 144 बागियों की सूची बनाई है, जिन्हें शनिवार से ही समझाने की कोशिश चल रही है।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल मुंबई में हॉटलाइन पर उन्हें साधने के लिए प्रयासरत हैं। पाटिल ने मीडिया से कहा कि हम अपने लोगों को समझा रहे हैं कि गठबंधन में लड़ने के नियम-धर्म होते हैं। उनका पालन करना चाहिए। सूत्र बताते हैं कि बागियों को समझाया जा रहा है कि उन्हें नई सरकार बनने पर जिम्मेदारी दी जाएगी। लेकिन वे नहीं माने तो भविष्य में पार्टी में उनका कोई स्थान नहीं होगा। 21 अक्तूबर को राज्य में मतदान होगा। सोमवार सात अक्तूबर को उम्मीदवारों की नाम वापसी का अंतिम दिन है।

मुंबई: मुंबई में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने आरे कॉलोनी के हरित क्षेत्र में मेट्रो कार शेड के लिए 2,600 पेड़ों को काटने की मंजूरी दी थी। बता दें कि आरे में पेड़ो की कटाई को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। काफी सारे लोग और विरोधी पार्टियां सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही हैं। शुक्रवार रात भारी सुरक्षा के बीच आरे में पेड़ों की कटाई की गई। इस दौरान स्थानीय लोगों, कार्यकर्ताओं और विपक्षी दलों ने विरोध किया और सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। ऐसे में पुलिस को अपना काम करने से रोकने के आरोप में गिरफ्तार 29 आंदोलनकारियों को मुंबई कोर्ट ने जमानत दे दी है। एडीशनल सेशन कोर्ट के जज एचसी शिंदे ने छुट्टी के दिन ये जमानत दी और दोबारा आंदोलन न करने की हिदायत दी।

8 आंदोलनकारियों का पक्ष रख रहीं एडवोकेट सोनाली सेम्यूल ने कहा कि सभी आंदोलनकारियों को 7000 रुपये के जुर्माने के साथ जमानत दे दी गई है। बता दें कि इससे पहले मुंबई उच्च न्यायालय ने बृहंमुंबई महानगरपालिका के वृक्ष प्राधिकरण के पेड़ों को काटने की अनुमति देने के फैसले को चुनौती देने वाले गैर लाभकारी संगठनों और कार्यकर्ताओं की चार याचिकाओं को खारिज कर दिया था।

मुंबई: मुंबई पुलिस ने आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प होने के मामले में शनिवार को छह महिलाओं सहित 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इलाके में एक प्रस्तावित ‘मेट्रो कार शेड’ बनाने के लिए पेड़ों की कटाई की जा रही है। कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर सख्ती बरतने का आरोप लगाया है। मुंबई पुलिस ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इससे पहले करीब 60 लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें गिरफ्तार किए गए ये लोग भी शामिल थे। उनमें कुछ छात्र हैं।

बंबई उच्च न्यायलय ने उत्तरी मुंबई के इस हरित क्षेत्र में पेड़ों की कटाई के खिलाफ दायर चार याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इसके कुछ ही घंटों बाद मुंबई मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (एमएमआरसीएल) ने शुक्रवार देर रात पेड़ों की कटाई शुरू कर दी। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने 29 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें छह महिलाएं हैं। इनमें से कुछ ने आरे कॉलोनी में तैनात पुलिसकर्मियों से हाथापाई की थी और उन्हें अपनी ड्यूटी करने में अवरोध पैदा किया था।’’

मुंबई: मुंबई के आरे में पेड़ों की कटाई जारी है। पेड़ों को काटने का काम कल रात को शुरू किया गया है। जैसे ही पेड़ों की कटाई का काम शुरू हुआ लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने देर रात इन लोगों को हिरासत में ले लिया। हिरासत में कई महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया। इसके बाद पूरी रात पेड़ों की कटाई हुई है। सुबह भी लोग प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं लेकिन लोगों को पुलिस ने आरे के बाहर रोक दिया है। आरे की ओर जाने वाले रास्तों पर पुलिस ने नाकेबंदी कर दी है। लोगों को इस इलाके में आने से रोका जा रहा है।

आरे और उसके आसपास भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है। आरे के आसपास धारा 144 लगाई दी गई है। सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने भी आरे में पेड़ों की कटाई शुरू होने का विरोध किया साथ ही स्थति को चिंताजनक बताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि ऐसे समय में जब जलवायु परिवर्तन से होने वाले गंभीर संकट सामने दिख रहे हैं। जब महाराष्ट्र सरकार की ओर पेड़ों को काटने और मेट्रो शेड के लिए दूसरी जगह न देखने की ज़िद काफी डराने वाली है, ये पृथ्वी को लेकर एक अदूरदर्शिता है जो आगे हमे परेशान करेगी।

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