मुंबई: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कॉन्फ्रेंस में शिवसेना और भाजपा के बीच हुए गठबंधन में सीट बंटवारे का औपचारिक एलान किया गया। प्रदेश में भाजपा 150 और शिवसेना 124 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। संयुक्त कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम बागी प्रत्याशियों से अपना नामांकन वापस लेने को कहेंगे। उन्होंने कहा कि यह महागठबंधन की सभी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा जाएगा। हालांकि, मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए भी कहा कि अगर वे नहीं माने तो हमारे गठबंधन में उन्हें कोई भी पद या स्थान नहीं मिलेगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के विशाल अंतर से जीत की भी उम्मीद जताई। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि वह बड़े अंतर से जीतेंगे और उन्हें विधानसभा में देखेंगे। देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा कि कुछ लोग सोच रहे थे कि विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना का गठबंधन होगा या नहीं। लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए ने पूर्ण बहुमत से जीतकर सरकार बनाई थी। कुछ जगह पार्टी में मतभेद है, जिसको दो-तीन दिन में सुलझा लिया जाएगा। जिन्होंने पार्टी के खिलाफ बगावत की है, उनको जनता जवाब देगी।
आदित्य ठाकरे को सीएम बनाए जाने की मांग पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि राजनीति में पहला कदम रखने का मतलब ये नहीं होता कि आप प्रदेश के मुख्यमंत्री बन जाएंगे। अभी वो राजनीति में आए हैं, ये सिर्फ एक शुरुआत है। उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि भाजपा और शिवसेना भाई-भाई हैं। इस गठबंधन में बड़े भाई और छोटे भाई जैसा कुछ भी नहीं हैं। महाराष्ट्र के बेहतरी और फायदे के लिए काम करना है। लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में माहौल बदल गया है।