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तपोवन: पांचवीं बार विधायक बने और पूर्व मंत्री डॉ.राजीव बिंदल आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष चुने गये। सत्र के दूसरे दिन सुबह प्रोटेम स्पीकर रमेश धवाला ने राजीव बिंदल के निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पेश किया जो तुरंत ध्वनिमत से मंजूर किया गया। विधानसभा अध्यक्ष चुनाव के लिए डॉ. राजीव बिंदल के नामांकन को लेकर 4 प्रस्ताव सदन में पेश किए गए।

हिमाचल प्रदेश की 13वीं विधानसभा के 16वें अध्यक्ष बने राजीव बिंदल पहली बार सोलन विधानसभा सीट से 2000 में जीते थे और 2003 तथा 2007 में भी विधायक रहे। वर्ष 2012 के चुनावों में परिसीमन के बाद सोलन विधानसभा सीट आरक्षित हो जाने के कारण वह नाहन से चुनाव लड़े और जीते तथा इस चुनाव में सीट बरकरार रखी।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले 12 वीं विधानसभा तक 15 अध्यक्ष रह चुके हैं। सबसे कम कार्यकाल 9वें विधानसभा अध्यक्ष रहे राधारमन शास्त्री का रहा है। शास्त्री 21 मार्च 1990 से 17 अगस्त 1990 तक अध्यक्ष रहे। इसके अलावा सबसे ज्यादा तीन बार टीएस नेगी विधानसभा अध्यक्ष रहे हैं।

देशराज महाजन ने भी दो बार विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका निभाई है।

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