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कानपुर: शहर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में होने वाले भारत के 500 वें क्रिकेट टेस्ट के लिये पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के त्रिस्तरीय इतंजाम किये हैं जिसके तहत सीआईएसएफ के साथ पुलिस, पीएसी, क्यूआरटी, खुफिया विभाग, विशेष पुलिस दस्ते के करीब 4000 अधिकारी और जवान तैनात किये जाएंगे। यह मैच भारत और न्यूजीलैंड के बीच 22 सितंबर से होने जा रहा है। सुरक्षा इंतजाम के तहत ही ग्रीन पार्क स्टेडियम से लेकर खिलाड़ियों के ठहरने वाले होटल तक पूरे रास्ते में सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं। पूरे रास्ते की वीडियोग्राफी की जाएगी और जरूरत पड़ने पर ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जाएगा। 22 से 26 सितंबर होने वाला क्रिकेट टेस्ट मैच चूंकि भारत का 500वां टेस्ट मैच होगा इसलिये उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ इस टेस्ट मैच के लिये विशेष तैयारियां कर रहा है। भारत के पूर्व टेस्ट कप्तानों को ग्रीन पार्क आमंत्रित किया गया है और उन्हें मैच शुरू होने से पहले विशेष स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा देश के सभी पूर्व टेस्ट कप्तानों के सम्मान में एक विशेष रात्रि भोज का आयोजन किया जायेगा जिसमें भारत की वर्तमान क्रिकेट टीम के सभी सदस्य शामिल होंगे। भारत का 500वां टेस्ट मैच यादगार बन सके, इसके लिए ग्रीन पार्क को विशेष रूप से सजाया जाएगा। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के निदेशक राजीव शुक्ला के मुताबिक, पूर्व कप्तानों में सुनील गावस्कर कमेंटेटर के रूप में और अनिल कुंबले टीम के कोच के रूप में टीम के साथ आ रहे हैं।

रियो डि जिनेरियो: रियो पैरालिंपिक्स 2016 में भारत को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। भारत के देवेंद्र झाझरिया ने भाला फेंक प्रतियोगिता में देश के लिए गोल्ड मेडल जीता है। भालाफेंक खिलाड़ी देवेंद्र झझारिया आज इतिहास रचते हुए परालम्पिक खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए जिन्होंने अपना ही विश्व रिकार्ड तोड़कर रियो खेलों में पीला तमगा हासिल किया । छत्तीस बरस के झझारिया ने इससे पहले एथेंस ओलंपिक 2004 में स्वर्ण पदक जीता था । उन्होंने पुरूषों की एफ46 स्पर्धा में अपना ही विश्व रिकार्ड बेहतर किया । देवेंद्र का पिछला रिकार्ड 62.15 मीटर का था जो उन्होंने एथेंस ओलंपिक में बनाया था । उन्होंने यहां 63.97 मीटर का रिकार्ड बनाया । भारत के रिेंकू हुड्डा छह प्रयास में 54.39 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पांचवें स्थान पर रहे जबकि सुंदर सिंह गुर्जर ने भाग ही नहीं लिया । राजस्थान में जन्मे झझारिया ने आठ बरस की उम्र में अपना बायां हाथ गंवा दिया था जब पेड़ पर चढते हुए वह बिजली के तारों की चपेट में आ गए थे । इसके बावजूद खेल के प्रति उनका जुनून कम नहीं हुआ । उन्होंने 2004 में अजरुन और 2012 में पद्मश्री पुरस्कार जीता । वह यह सम्मान पाने वाले पहले परालम्पियन बने । अंतरराष्ट्रीय परालम्पिक समिति की एथलेटिक्स विश्व चैम्पियनशिप : लियोन , 2013 : में स्वर्ण पदक जीतने वाले देवेंद्र ने आखिरी बार 12 साल पहले ही परालम्पिक में भाग लिया था क्योंकि 2008 और 2012 में एफ46 वर्ग खेलों में नहीं था ।

नई दिल्ली: न्यूजीलैंड के कप्तान और मुख्य बल्लेबाज केन विलियम्सन ने विराट कोहली को ‘महान खिलाड़ी’ करार देते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय कप्तान को खेलते हुए देखकर काफी कुछ सीखा है। आईसीसी टेस्ट रैकिंग में विश्व में तीसरे नंबर पर काबिज विलियम्सन ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘विराट महान खिलाड़ी है और तीनों प्रारूपों में गेंदबाजों पर दबदबा बनाये रखने की उनकी योग्यता उन्हें विशेष बनाती है। निश्चित रूप से मैं उनसे प्रेरित हूं। मुझे उन्हें खेलते हुए देखना पसंद है और उन जैसे खिलाड़ी से काफी कुछ सीखता हूं।’ वर्तमान समय में विलियम्सन और कोहली के अलावा जो रूट और स्टीव स्मिथ विश्व क्रिकेट के चार सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। न्यूजीलैंड के कप्तान ने कहा कि सभी के अपने-अपने मजबूत पक्ष हैं। अब तक 51 से अधिक के औसत और 14 शतकों की मदद से 4393 रन बनाने वाले 26 वर्षीय विलियम्सन ने कहा, ‘स्मिथ और रूट भी हम सभी अलग अलग तरह के खिलाड़ी हैं और हमारे अपने मजबूत पक्ष हैं। अपनी रणनीति पर कायम रहने की कोशिश करना इस खेल का खूबसूरत पक्ष है। हर कोई अपनी तरह से खेलता है और सफलता पाता है।’ विलियम्सन ने कहा कि उन्हें कप्तानी और बल्लेबाजी के बीच संतुलन बनाने में किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। उन्होंने कहा, ‘मैं चुनौती का आनंद ले रहा हूं। हमारे पास बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं और हम सभी अपनी क्रिकेट का लुत्फ उठा रहे हैं। हमें सुधार जारी रखने होंगे और कप्तान के रूप में इस पर मेरा ध्यान केंद्रित है।

नई दिल्ली: स्पेन की डेविस कप टीम के सदस्य राफेल नडाल ने कहा कि विश्व ग्रुप प्ले आफ मुकाबले में निचली रैंकिंग के भारतीय खिलाड़ियों के लिये कुछ विशेष हो सकता है। पिछले मुकाबलों में स्पेन के प्रबल दावेदार होने के बावजूद उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाने का दर्द अब भी नडाल को खटकता है। स्पेन को 2014 में ब्राजील के खिलाफ विश्व ग्रुप प्ले आफ में 1-3 से जबकि पिछले साल यूरोप-अफ्रीका ग्रुप में रूस से 2-3 से हार का मुंह देखना पड़ा था। इससे पहले वे विश्व ग्रुप के पहले दौर में जर्मनी से हार गये थे। स्पेन ने उन मुकाबलों में अपनी ए टीम नहीं उतारी थी। इसमें न तो नडाल थे और न ही डेविड फेरर। स्पेनिश टीम ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के लिये पूरा सम्मान दिखाया और दिखाया कि सच्चे चैम्पियन को कैसा होना चाहिए, उनमें जरा भी आक्रामकता का भाव नहीं दिखा। नडाल ने आज यहां ड्रॉ से पहले हुई प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘भारतीय खिलाड़ी अपने प्रशंसकों के सामने अपनी चुनी हुई परिस्थितियों में खेलेंगे। डेविस कप में विशेष चीजें हो सकती हैं। बीते समय में भी ऐसा हुआ है। हमने दो मुकाबले गंवा दिये थे, जिसमें हम खुद को प्रबल दावेदार समझ रहे थे और अच्छी स्थिति में थे। भारत के लिये सम्मान है, उनके पास अच्छे खिलाड़ी हैं, अच्छी युगल टीम है।’ उन्होंने कहा, ‘कुछ मौकों पर हमारे पास विश्व ग्रुप में वापसी करने का मौका था, लेकिन हम जीत दर्ज नहीं कर सके। उम्मीद है कि इस बार इसमें बदलाव हो।

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