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टोक्यो: रियो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले भारत के किदाम्बी श्रीकांत जापान ओपन में एकमात्र खिलाड़ी बचे हैं। उन्होंने आज यहां सुपर सीरीज प्रतियोगिता के पुरूष एकल वर्ग में अंतिम आठ चरण में प्रवेश किया। श्रीकांत हालांकि इस तरह की जीत की उम्मीद नहीं कर रहे होंगे क्योंकि हमवतन अजय जयराम के खिलाफ उनका मैच बीच में ही रोक दिया गया। 28 वर्षीय जयराम का बायां टखना चोटिल हो गया था। जयराम को शुरूआती गेम के समाप्त होने के बाद रिटायर होना पड़ा जो श्रीकांत 21-16 के पक्ष में रहा था। जयराम ने कहा, ‘मेरा बायां टखना चोटिल हो गया लेकिन यह गंभीर नहीं लगता इसलिए उम्मीद करता हूं कि कुछ दिन के आराम के बाद मैं कोरिया ओपन में खेलने के लिये तैयार रहूंगा।’ आठवें वरीय भारतीय श्रीकांत का सामना अब जर्मनी के मार्क ज्विबलर से होगा। श्रीकांत का जर्मनी के इस खिलाड़ी के खिलाफ रिकार्ड 2-1 है। ज्विबलर ने इसी टूर्नामेंट के 2014 चरण के दौरान इस भारतीय को पराजित किया था। एच.एस. प्रणय के लिये दिन अच्छा नहीं रहा, वह डेनमार्क के दूसरे वरीय विक्टर एक्सलसेन के खिलाफ 44 मिनट तक चले मुकाबले में 16-21 19-21 से हार गये।

कानपुर: मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने आज विराट कोहली की अगुवाई वाली मौजूदा टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि खिलाड़ियों का यह दल अगले दशक तक खेलता रहेगा जिससे भारत विश्व क्रिकेट में अपना दबदबा बनाएगा। तेंदुलकर यहां बीसीसीआई के 500वें टेस्ट के जश्न के मौके पर आये हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारी टीम का संयोजन अद्भुत है। इन खिलाड़ियों की सर्वश्रेष्ठ बात यह है कि ये युवा हैं और ये कुछ समय के लिए खेलेंगे। मैं इस टीम को आठ से 10 साल तक खेलते हुए और विश्व क्रिकेट पर दबदबा बनाते हुए देखने की उम्मीद कर रहा हूं।’ तेंदुलकर भारत के 500 टेस्ट में से 40 प्रतिशत यानी 200 मैचों में खेल चुके हैं और वह टीम के संयोजन को देखकर खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास आक्रामकता है और यह संतुलन सचमुच बढ़िया है। अगर हम इन्हीं खिलाड़ियों के साथ डटे रहे तो हमारे लिए आगे के दिन काफी अच्छे होंगे, निश्चित रूप से इसमें कुछ बदलाव जरूर होंगे, लेकिन अगर खिलाड़ी फिट हैं और बेहतर स्थिति में हैं तो ऐसा जरूर होगा।’ भारतीय टीम के 500वें टेस्ट के बारे में उन्होंने कहा, ‘इतिहास का हिस्सा होने के नाते मैं विश्वास करना चाहूंगा कि हम भी अगली पीढ़ी को प्रभावित करने में और कुछ छाप छोड़ने में शामिल रहे।’ तेंदुलकर ने हालांकि कहा कि खेल को चलाने का काम देखने वालों को बल्ले और गेंद में उचित संतुलन ढूंढने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘बल्ले और गेंद से बेहतरीन संतुलन होना चाहिए। संतुलन ठीक नहीं है क्योंकि यह बल्लेबाजों के ज्यादा पक्ष में हैं, इसे सही होना चाहिए।

नई दिल्ली: चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष संदीप पाटिल ने आज कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी से हटाने पर चर्चा हुई थी लेकिन उनका टेस्ट क्रिकेट से संन्यास उनके लिये ‘हैरान’ कर देने वाला था। पाटिल ने इसके साथ ही साफ किया कि इस बात में कोई सचाई नहीं है कि गौतम गंभीर और युवराज सिंह जैसे सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करने में धोनी का हाथ था। पाटिल ने कहा, ‘बेशक हमने इस पर (धोनी को कप्तानी से हटाने पर) संक्षिप्त चर्चा की थी लेकिन हमने सोचा कि इसके लिये समय सही नहीं है कि क्योंकि विश्व कप पास में है।’ उन्होंने कहा, ‘हमें महसूस हुआ कि नये कप्तान को कुछ समय दिया जाना चाहिए। विश्व कप को ध्यान में रखते हुए हमने धोनी को कप्तान बनाये रखा। मेरा मानना है कि विराट को सही समय पर कप्तानी मिली। विराट छोटे प्रारूपों में भी टीम की अगुवाई कर सकता है लेकिन अब इसका फैसला नयी चयनसमिति को करना होगा।’ पाटिल ने धोनी के टेस्ट से संन्यास लेने के फैसले को हैरान करने वाला बताया क्योंकि टीम ऑस्ट्रेलिया में तब जूझ रही थी। उन्होंने कहा, ‘वह कड़ी सीरीज थी। मैं यह नहीं कहूंगा कि धोनी एक डूबते जहाज के कप्तान थे लेकिन चीजें हमारे अनुकूल नहीं हो रही थी। ऐसे में हमारा एक सीनियर खिलाड़ी संन्यास का फैसला करता है। यह हैरान करने वाला था लेकिन आखिर में यह उनका (धोनी) निजी फैसला था।’

कानपुर: भारत की मजबूत टीम के कल (गुरूवार) से यहां शुरू हो रहे न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला के पहले और टीम के एतिहासिक 500वें टेस्ट में घरेलू हालात का फायदा उठाकर दबदबा बनाने की उम्मीद है। इस टेस्ट मैच के साथ 13 टेस्ट मैचों के लंबे घरेलू सत्र की शुरूआत भी होगी। भारतीय टीम का यह 500वां टेस्ट है। टीम ने अपना पहला टेस्ट 1932 में खेला था जब भारत पर ब्रिटेन का नियंत्रण था। लेकिन तब से अब तक भारतीय टीम ने विश्व क्रिकेट में काफी कुछ हासिल किया है। स्पिन की अनुकूल पिच पर हमेशा भारतीय टीम काफी मजबूत नजर आती है और न्यूजीलैंड के खिलाफ भी यही कहानी दोहराए जाने की उम्मीद है और मेहमान टीम असाधारण प्रदर्शन करके ही हार से बच सकती है। पहले टेस्ट पर हालांकि बारिश का साया भी मंडरा रहा है और अगले छह दिन में तेज बारिश की भविष्यवाणी की गई है। ग्रीन पार्क की पिच के पारंपरिक भारतीय टेस्ट विकेट के अनुरूप होने की उम्मीद है जहां स्पिनर बड़ी भूमिका निभाते हैं। ऐसे में कप्तान विराट कोहली को आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, लेग स्पिनर अमित मिश्रा और बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा के साथ उतरने में कोई हिचक नहीं होगी। न्यूजीलैंड को इस श्रृंखला की तैयारी के लिए काफी अभ्यास का मौका नहीं मिला है। टीम ने अपना एकमात्र अ5यास मैच दिल्ली में फिरोजशाह कोटला की सपाट पिच पर खेला जहां उनके गेंदबाजों ने काफी रन लुटाए। हाल के समय में न्यूजीलैंड के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रहे गुप्टिल कोटला में दो पारियों में सिर्फ 21 गेंद तक टिक सके जबकि ल्यूक रोंची ने दूसरी पारी में शतक के साथ पारी की शुरूआत करने के लिए मजबूत दावेदारी पेश की।

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