नई दिल्ली: चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष संदीप पाटिल ने आज कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी से हटाने पर चर्चा हुई थी लेकिन उनका टेस्ट क्रिकेट से संन्यास उनके लिये ‘हैरान’ कर देने वाला था। पाटिल ने इसके साथ ही साफ किया कि इस बात में कोई सचाई नहीं है कि गौतम गंभीर और युवराज सिंह जैसे सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करने में धोनी का हाथ था। पाटिल ने कहा, ‘बेशक हमने इस पर (धोनी को कप्तानी से हटाने पर) संक्षिप्त चर्चा की थी लेकिन हमने सोचा कि इसके लिये समय सही नहीं है कि क्योंकि विश्व कप पास में है।’ उन्होंने कहा, ‘हमें महसूस हुआ कि नये कप्तान को कुछ समय दिया जाना चाहिए। विश्व कप को ध्यान में रखते हुए हमने धोनी को कप्तान बनाये रखा। मेरा मानना है कि विराट को सही समय पर कप्तानी मिली। विराट छोटे प्रारूपों में भी टीम की अगुवाई कर सकता है लेकिन अब इसका फैसला नयी चयनसमिति को करना होगा।’ पाटिल ने धोनी के टेस्ट से संन्यास लेने के फैसले को हैरान करने वाला बताया क्योंकि टीम ऑस्ट्रेलिया में तब जूझ रही थी। उन्होंने कहा, ‘वह कड़ी सीरीज थी। मैं यह नहीं कहूंगा कि धोनी एक डूबते जहाज के कप्तान थे लेकिन चीजें हमारे अनुकूल नहीं हो रही थी। ऐसे में हमारा एक सीनियर खिलाड़ी संन्यास का फैसला करता है। यह हैरान करने वाला था लेकिन आखिर में यह उनका (धोनी) निजी फैसला था।’
उन्होंने कहा, ‘उन्हें टीम से बाहर करने का फैसला पूरी तरह से चयनकर्ताओं का था तथा धोनी ने गंभीर और युवराज को बाहर करने को लेकर कोई बात नहीं की। दोनों कप्तानों ने कभी किसी खिलाड़ी का विरोध नहीं किया।’