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चेन्नई: भारत-बांग्लादेश के बीच चेपॉक टेस्ट के दूसरे दिन का खेल समाप्त हो चुका है। भारत ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट गंवाकर 81 रन बना लिए हैं। भारत ने अपनी पहली पारी में 376 रन बनाए थे। वहीं, बांग्लादेश की पहली पारी 149 रन पर सिमट गई थी और रोहित एंड कंपनी को 227 रन की बढ़त मिली थी। अब भारत की कुल बढ़त 308 रन की हो चुकी है। शुभमन गिल 33 रन और ऋषभ पंत 12 रन बनाकर नाबाद हैं। भारत को दूसरी पारी में तीन झटके रोहित शर्मा (5), यशस्वी जायसवाल (10) और विराट कोहली (17) के रूप में लगे। रोहित और विराट लगातार दूसरी पारी में फेल रहे। पहली पारी में विराट और रोहित ने छह-छह रन बनाए थे।

चेपॉक में एक नया रिकॉर्ड भी बना है। इस मैदान पर शुक्रवार को 17 विकेट गिरे। यह इस मैदान पर किसी टेस्ट में एक दिन में सबसे ज्यादा विकेट गिरने का रिकॉर्ड है। इससे पहले 1979 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट के तीसरे दिन 15 विकेट गिरे थे।

चेन्नई: भारत और बांग्लादेश के बीच चेन्नई में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने छह विकेट खोकर 339 रन बनाए हैं। भारत के लिए ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और सातवें विकेट के लिए 195 रनों की साझेदारी कर ली है। बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शांतो ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया था, जिसे तेज गेंदबाज हसन महमूद ने सही साबित करने में ज्यादा देर नहीं लगाई। महमूद ने चार विकेट झटके और भारतीय शीर्ष क्रम को लड़खड़ा दिया।

भारत के स्टार बल्लेबाज जहां रन बनाने के लिए संघर्ष करते दिखे, वहीं जडेजा और अश्विन ने बेहतरीन पारी खेल भारत को मुश्किल से उबारा और सुखद स्थिति में ला खड़ा किया। अश्विन ने इस दौरान अपने टेस्ट करियर का छठा शतक भी पूरा किया। दिन के खेल की समाप्ति तक अश्विन 112 गेंदों पर 10 चौके और दो छक्कों की मदद से 102 रन और जडेजा 117 गेंदों पर 10 चौके और दो छक्कों के सहारे 86 रन बनाकर नाबाद क्रीज पर मौजूद थे। बांग्लादेश के लिए महमूद के अलावा नाहिद राणा और मेहदी हसन ने एक-एक विकेट लिया।

बीजिंग: हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक की लय बरकरार रखते हुए एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब सफलतापूर्वक अपने नाम किया। गत चैंपियन भारत ने फाइनल में चीन को 1-0 से हराया और टीम की जीत के नायक जुगराज सिंह रहे जिन्होंने निर्धारित समय खत्म होने से नौ मिनट शेष रहते हुए निर्णायक गोल दागा। भारतीय टीम पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने में सफल रही थी, लेकिन एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में उतरी और स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही।

चीन ने भारत को दी कड़ी टक्कर

पहली बार इस टूर्नामेंट का फाइनल खेल रही चीन ने खिताबी मुकाबले में भारत को कड़ी टक्कर दी। भारतीय टीम को गोल करने के मौके मिले, लेकिन चीन का डिफेंस प्रभावित करने में सफल रहा और उसने भारत को बढ़त लेने का मौका नहीं दिया। शुरुआती तीन क्वार्टर तक दोनों टीमें गोलरहित बराबरी पर चल रही थी और ऐसा लग रहा था कि विजेता का फैसला पेनल्टी शूटआउट के जरिये ही निकलेगा।

बीजिंग: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए दक्षिण कोरिया को सेमीफाइनल में 4-1 से हराकर एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है। भारत का अब फाइनल में सामना चीन से होगा जिसने एक अन्य सेमीफाइनल मैच में पाकिस्तान को हराकर पहली बार खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया है। पेरिस ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है और अजेय बनी हुई है।

भारत और चीन के बीच मंगलवार को फाइनल मुकाबला खेला जाएगा, जहां भारतीय टीम रिकॉर्ड पांचवें खिताब की तलाश में उतरेगी। भारत के लिए इस मैच में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने दो गोल दागे, जबकि उत्तम सिंह और जरमनप्रीत सिंह ने एक-एक गोल किया। दक्षिण कोरिया के लिए एकमात्र गोल जिहुन यांग ने तीसरे क्वार्टर में दागा था।

दक्षिण कोरिया के खिलाफ भारत ने पहले क्वार्टर से ही बढ़त बनाए रखी। सबसे पहले उत्तम सिंह ने गोल कर भारत को 1-0 से आगे किया। दूसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने अपना दबदबा बनाते हुए बढ़त दोगुनी कर ली।

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