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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: विजय माल्या जैसे बड़े पूंजीपतियों द्वारा बैंकों का कर्ज नहीं चुकाये जाने को लेकर बढ़ती चिंता के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कंपनियों से बैंकों के बकाये की वसूली के लिये सरकार और रिजर्व बैंक ‘कड़े कदम’ उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यहां ब्लूमबर्ग भारत आर्थिक मंच की बैठक को संबोधित करते हुये कहा, ‘अब केवल ऐसी कंपनियों की रेटिंग कम हो रही है जो बड़े आकार की हैं और जिन पर कर्ज का बड़ा बोझ है। सरकार और रिजर्व बैंक इस मामले में कड़े कदम उठा रहे हैं। ऐसा लगता है कि शायद इस वर्ग से उठने वाली आवाज ने मीडिया की सोच को प्रभावित किया है।’ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की सकल गैर-निष्पादित राशि (एनपीए) पिछले साल मार्च में 2,67,065 करोड़ रपये से बढ़कर दिसंबर में 3,61,731 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। इस लिहाज से चालू वित्त वर्ष के नौ माह में एनपीए में 94,666 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। पिछले साल मार्च में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का सकल एनपीए जहां 5.43 प्रतिशत था वहीं यह दिसंबर तक बढ़कर 7.30 प्रतिशत पर पहुंच गया।

नई दिल्ली: रिलायंस औद्योगिक साम्राज्य के बंटवारे के बाद अंबानी बंधुओं मुकेश और अनिल अंबानी के बीच में कड़वाहट पैदा हुई थी वह, सोमवार को राष्ट्रपति भवन में पद्म पुरस्कार वितरण समारोह में गायब थी। समारोह में उनके पिता धीरूभाई अंबानी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा मरणोपरांत प्रतिष्ठित पद्म विभूषण अलंकरण से सम्मानित किया और इस मौके पर दोनों भाई एक दूसरे से बड़े प्रेम से मिलते दिखे। मुकेश और अनिल समारोह में अपनी मां कोकिलाबेन के साथ आए थे। राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में एक घंटे के समारोह में मुकेश और अनिल तथा उनकी पत्नियां नीता और टीना साथ-साथ बैठे थे। वे बीच-बीच में एक दूसरे से बातचीत भी कर रहे थे। समारोह शुरू होने से पहले अनिल केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के साथ मुकेश की सीट के पास आए और दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश ज्यादातर समय अपनी सीट पर रहे। उनके साथ नीता और टीना बैठी थीं। वहीं रिलायंस एडीए समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी कई केंद्रीय मंत्रियों तथा कुछ अन्य गणमान्य लोगों को अपनी मां से मिलाने लाते रहे।

पणजी: रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज (सोमवार) बहुप्रतीक्षित ‘रक्षा खरीद प्रक्रिया’ जारी की और कहा कि इससे सेनाओं के लिए साजो-सामान की खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी, काम तेजी से हो सकेगा तथा इससे सरकार के मेक इन इंडिया अभियान को बल मिलेगा तथा आयात पर निर्भरता कम होगी। पर्रिकर ने यहां से 50 किलोमीटर पर बेतुल-नाक्यूरी गांवा में चार दिन की रक्षा प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कहा कि रक्षा खरीद प्रक्रिया (डीपीपी) से मेक इन इंडिया के एजेंडा को आगे बढ़ाया जा सकेगा और साथ ही इससे भारत के रक्षा उद्योग नेटवर्क के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि नई डीपीपी से अधिक पारदर्शिता आएगी और मंजूरियों में तेजी लाई जा सकेगी। डीपीपी को अभी रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर ऑनलाइन डाला गया और 15 दिन में इसकी मुद्रित प्रतियां उपलब्ध करा दी जाएंगी। पर्रिकर ने कहा कि विदेशी कंपनियों द्वारा पूर्व में जताई गई चिंताओं को इस नीति के जरिये अगले तीन से चार महीने में दूर किया जा सकेगा।

नई दिल्ली: विजय माल्या जैसे ऋण भुगतान में जान बूझ कर चूक करने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि उन्हें बैंकों को सम्मान से बकाए का भुगतान करना चाहिए अन्यथा वे ऋणदाताओं और जांच एजेंसियों के दबाव का सामना करने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा, मैं व्यक्तिगत मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन मुझे लगता है कि यह उनके (विजय माल्या) जैसे बड़े समूहों की जिम्मेदारी है कि वे बैंकों को सम्मानपूर्वक भुगतान करें। उन्होंने कहा कि बैंकों के पास विजय माल्या की समूह कंपनियों की कुछ परिसंपत्तियां गिरवी पड़ी हैं और वे 9,000 करोड़ रुपए से अधिक ऋण की वसूली के लिए कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा, बैंकों के पास कुछ प्रतिभूतियां हैं। बैंक और अन्य एजेंसियों के पास कानूनी कार्रवाई के जरिए कुछ दबाव डालने वाले तरीके हैं .. संबद्ध एजेंसियां इनकी जांच कर रही हैं। लंबे समय से बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइन्स के प्रवर्तक माल्या पिछले दो मार्च को भारत छोड़कर बाहर चले गए थे और ऐसा अनुमान है कि वह लंदन में हैं।

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