- Details
लॉस एंजिलिस: ब्रितानी मूल के 19 वर्षीय एक युवक को लास वेगास में रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की रैली के दौरान उनकी हत्या करने के प्रयास का आरोपी बनाया गया है। इस प्रयास के तहत उसने एक पुलिस अधिकारी की बंदूक छीनने की कोशिश की थी। नेवाडा की संघीय अदालत में दायर शिकायत के अनुसार, माइकल सेनफोर्ड ने ट्रेशर आइलैंड कसीनो के मिस्टेयर थियेटर में शनिवार को आयोजित रैली के दौरान एक अधिकारी से उसके हथियार छीनने की कोशिश की थी। इसके बाद इस युवक को काबू कर लिया गया था। ऐसा माना जा रहा है कि इस युवक ने अपनी गिरफ्तारी के बाद सीक्रेट सर्विस के एक एजेंट को बताया कि वह ‘ट्रंप को मारने के लिए’ केलिफोर्निया से लॉस वेगास आया है और गोली चलाना सीखने के लिए वह एक दिन पहले शूटिंग रेंज में भी गया था, क्योंकि उसने पहले कभी गोली नहीं चलाई है। शिकायत में कहा गया, ‘‘सेनफोर्ड जानता था कि वह एक से दो गोलियां ही चला पाएगा और उसने यह कहा है कि उसे पता था कि ट्रंप की जान लेने की कोशिश में वह खुद कानून प्रवर्तन अधिकारियों के हाथों मारा जाएगा।’’ शिकायत में कहा गया कि सेनफोर्ड ने जांचकर्ताओं को बताया था कि उसने फीनिक्स में रैली के लिए टिकट खरीदे थे। उसकी योजना यह थी कि यदि लॉस वेगास में ट्रंप को मारने का प्रयास विफल रहता है तो वह फीनिक्स वाली रैली में ‘एक बार फिर ट्रंप को मारने का प्रयास करेगा।’
- Details
न्यूयार्क: सोमवार को साल के सबसे लंबे दिन के मौके पर न्यूयार्क के टाइम्स स्क्वायर पर हजारों लोग योग करने के लिए इकठ्ठे हुए। इस सालाना कार्यक्रम की चौदहवीं सालगिरह पर दुनिया के सबसे व्यस्ततम जगहों में से एक पर लोगों ने बाहर आकर अपने 'योग लेसन' लिए और गर्मी के मौसम का स्वागत किया। पहला सत्र स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 5 बजे (0900 जीएमटी) शुरु हुआ और अंतिम सत्र 7.30 बजे। ये योगाभ्यास सभी के लिए था जिसकी कोई फीस या शर्त नहीं थी। मौके पर भारी पुलिसबल तैनात था। योग करने के लिए हजारों की तादात में लोगों को दरी दी गई। पिछले साल संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित किए गए पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लगभग 17,000 लोगों ने भाग लिया था।
- Details
काबुल: अफगानिस्तान में सोमवार को हुए कई बम धमाकों में दो भारतीय नागरिकों सहित 25 लोगों की मौत हो गई। हमले में नेपाली सुरक्षाकर्मी भी मारे गए हैं। ये हमले ऐसे समय में हुए हैं, जब कुछ ही दिन पहले अमेरिका ने तालिबान पर हमला करने के अमेरिकी सेना के अधिकार को विस्तार दिया था। आईएसआईएस और तालिबान ने हमलों की जिम्मेदारी ली है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि हमें पता चला है कि काबुल में आज सुबह हुए विस्फोट में देहरादून के रहने वाले गनेश थापा और गोविंद सिंह मारे गए हैं। तालिबान के प्रवक्ता ने काबुल में हुए उस पहले हमले की ट्विटर के जरिए जिम्मेदारी ली जिसमें कनाडा के दूतावास में सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम कर रहे 14 नेपाली मारे गए। इस हमले में एक पीली मिनी बस को निशाना बनाकर धमाका किया गया। हालांकि ‘साइट’ निगरानी समूह के अनुसार अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट से संबद्ध समूह ने भी हमलों की जिम्मेदारी ली है। उसने कथित हमलावर का नाम बताया है और उसकी तस्वीर जारी की है। अफगानिस्तान में एक खुफिया सूत्र ने बताया कि अधिकारी आईएस के दावे की जांच कर रहे हैं। आईएस के दावों को तालिबान ने पूरी तरह से खारिज किया है। तालिबान ने दक्षिण काबुल में हुए दूसरे, हल्के विस्फोट की भी जिम्मेदारी ली है।
- Details
बीजिंग: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के मुताबिक चीन भारत के एनएसजी में प्रवेश के खिलाफ नहीं है। लेकिन सुषमा के इस बयान के ठीक अगले दिन आज (सोमवार) चीन ने घोषणा की कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में देशों को शामिल करने को लेकर सदस्यों में मतभेद बना हुआ है। चीन ने ये भी कहा कि दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में इस सप्ताह होने वाली एनएसजी की बैठक के एजेंडे में यह मुद्दा शामिल भी नहीं है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने संवाददाताओं से कहा, हमने इस बात पर जोर दिया है कि एनएसजी गैर एनपीटी देशों के प्रवेश को लेकर अब भी बंटा हुआ है और मौजूदा परिस्थितियों में हम आशा करते हैं कि एनएसजी विचार-विमर्श पर आधारित फैसला करने के लिए विस्तत चर्चा करेगा। विदेश सचिव एस जयशंकर के 16-17 जून के चीन दौरे और सुषमा के बयान के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए हुआ ने कहा कि 24 जून से सोल में होने जा रही एनएसजी की बैठक के एजेंडे में भारत को इस 48 सदस्यीय समूह में शामिल करने का मुद्दा शामिल नहीं है। उन्होंने कहा, हम समझते हैं कि इस साल सोल में हो रहे वार्षिक सम्मेलन में ऐसा कोई विषय शामिल नहीं है। हम समक्षते हैं कि गैर एनपीटी देश एनएसजी में अपने प्रवेश को लेकर फिक्रमंद हैं। परंतु एनएसजी बंटा हुआ है और ऐसे में सोल में होने जा रहे वार्षिक सम्मेलन में प्रवेश के मुददे के बारे में बात करना अभी उचित नहीं है।
- देश
- प्रदेश
- आलेख
- फैसले प्रभावित करने को हो रहा सोशल मीडिया का इस्तेमाल: चंद्रचूड़
- 'संसद के शीतकालीन सत्र में हो अडानी-मणिपुर मुद्दे पर चर्चा': कांग्रेस
- महाराष्ट्र में सुशासन की जीत और विभाजनकारी ताकतों की हार हुई:मोदी
- संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनने के लिए उत्सुक हूं: प्रियंका
- रुझानों में महाराष्ट्र में एनडीए, झारखंड में इंडिया गठबंधन बहुमत के पार
- दिल्लीवासियों को प्रदूषण से मिली थोड़ी राहत, एक्यूआई 367 पर आया
- राहुल ने अडानी की गिरफ्तारी की उठाई मांग, पीएम पर लगाए आरोप
- निज्जर से संबधित कनाडाई मीडिया की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज
- झारखंड में पांच बजे तक 67.59% वोटिंग, महाराष्ट्र में 58.22% मतदान
- एक्यूआई 500 से आया थोड़ा नीचे, सरकारी कर्मचारी करेंगे घर से काम
- हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ
- सरकार ने जानबूझकर सर्वे टीम को सुबह भेजा, तब हिंसा हुई: अखिलेश
- शिवसेना विधायक दल की बैठक आज, सीएम पद के लिए दावेदारी तेज
- संभल मस्जिद विवाद: भीड़ हुई हिंसक, गोलीबारी में तीन लोगों की मौत
- नांदेड़ लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस के रवींद्र चव्हाण ने बीजेपी को हराया
- विधायकों के घरों में तोड़फोड़-आगजनी के मामले में दो और गिरफ्तार
- हमें काम करने में मदद मिलेगी: उपचुनाव में टीएमसी की जीत पर ममता
- चुनाव नतीजों पर सिद्धारमैया बोले- 'हमें जनता की अदालत में जीत मिली'
- महाराष्ट्र के नतीजों पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
- सात में से पांच सीटों पर जीत हासिल करना मामूली बात नहीं है: वसुंधरा
- अमेरिका में एक ऐसा राज्य जो दूसरे देशों के लोगों के लिए है धनकुबेर!
- महाराष्ट्र और झारखंड़ चुनाव नतीजे तय करेंगे पीएम मोदी का भविष्य
- इंडोनेशिया में नई वीजा पॉलिसी के बाद विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी
- खूंखार इजरायली खुफिया एजेंसी "मोसाद" ऐसे देती है टारगेट को अंजाम
- झारखंड चुनाव में इस बार आदिवासी महिलाएं तय करेंगी सत्ता का ताज
- महाराष्ट्र:ओबीसी वोटरों की ताकत से किला फतह करना चाहती है बीजेपी
- धर्म निरपेक्ष दलों के समर्थन पर निर्भर होगी अब तीसरी मोदी सरकार
- अयोध्या, काशी और मथुरा वाले यूपी में मोदी को मिल रही है शिकस्त
- जाट लैंड पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी को नुकसान का संकेत
- लोकसभा सीटों का बंटवारा एनडीए के लिए भी कम सिरदर्द नहीं होगा