काबुल: काबुल में विदेशी सुरक्षाकर्मियों को ले जा रही एक मिनी बस पर आज एक आत्मघाती हमलावर ने हमला कर दिया। पूर्वी शहर जलालाबाद की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर किए गए इस हमले में कई लोग हताहत हुए हैं। पुलिस के अनुसार, हमलावर पैदल ही आया था। पुलिस ने मृतक संख्या बताने से इंकार कर दिया लेकिन कहा कि बस यात्रियों में से कई लोग हताहत हुए हैं। ये बस यात्री एक विदेशी कंपाउंड के कर्मचारी थे। एएफपी के कैमरामैन के अनुसार, बस में नेपाली सुरक्षाकर्मी सवार थे। कैमरामैन ने यह भी बताया कि घटनास्थल पर दो दर्जन से ज्यादा एंबुलेंसें मौजूद थीं। बीते छह जून से रमजान का पाक महीना शुरू होने के बाद से यह काबुल में पहला हमला है। अफगान राजधानी में पिछला हमला 19 अप्रैल को हुआ था, जिसमें 64 लोग मारे गए थे और 340 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। उस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली थी। वर्ष 2001 के अंत में अमेरिकी नेतत्व में तालिबान को सत्ता से हटाए जाने के बाद से ही वह पश्चिमी देशों के समर्थन वाली काबुल सरकार के खिलाफ बगावत छेड़े हुए है। वॉशिंगटन ने हाल ही में तालिबान के खिलाफ हवाई हमले करने के अमेरिकी सेना के अधिकारों को विस्तार दिए जाने से जुड़ी घोषणा की थी। इससे उन अफगान बलों की क्षमता को बढ़ावा मिला, जिनके पास हवाई अभियानों से जुड़ी सीमित क्षमताएं ही हैं। वर्ष 2015 से अमेरिकी बल अफगानिस्तान में परामर्शदाता की भूमिका में रहे हैं।
उन्हें रक्षात्मक कारणों से या अफगान सैनिकों की सुरक्षा के लिए तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाने का ही अधिकार था। इन बदलावों का अर्थ यह है कि अब अमेरिकी सैनिक तालिबान पर हमला करने के लिए स्थानीय लड़ाकों के साथ मिलकर काम कर सकेंगे। तालिबान सभी विदेशी बलों की वापसी की मांग उठा चुका है।