ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

लंदन: प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि 'ब्रेक्जिट' का सम्मान किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अब जनता को एक नए नेतृत्व की जरूरत है और वह अक्टूबर से पहले अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि अपने देश से प्यार करते हैं और इसकी सेवा करते हुए उन्हें गर्व महूसस हुआ। कैमरन ने कहा कि वह दुनियाभर के लोगों को यह आश्वासन देना चाहते हैं कि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था मूलत: मजबूत है। जहां तक यूके में बसे यूरोपियन यूनियन के नागरिकों का सवाल है तो प्रधानमंत्री ने उन्हें साफ किया है कि उनकी स्थिति में फौरी तौर पर किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। कैमरन ने कहा कि वह इस जहाज़ को स्थिर बनाए रखने की कोशिश करेंगे लेकिन अक्टूबर में इस देश को नया प्रधानमंत्री मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि वह वो 'कप्तान' नहीं होंगे जो देश को लहरों से पार लगाएंगे।

वाशिंगटन: भारत के एनएसजी सदस्यता प्रयास में चीन के रोड़ा अटकाने के बीच एक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका इन दोनों देशों के बीच ‘स्वस्थ संबंध’ देखना चाहेगा जो महत्वपूर्ण प्रभाव वाली अत्यंत मजबूत और उभरती अर्थव्यवस्थाएं हैं । अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कल अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम भारत और चीन के बीच स्वस्थ द्विपक्षीय संबंध देखना चाहेंगे । हम उनको काम करते देखना चाहेंगे चाहे वे कोई भी मतभेद रखते हों।’ किर्बी भारत के एनएसजी सदस्यता मुद्दे पर चीन के विरोध के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे । उन्होंने कहा, ‘चीन के साथ हमारे मतभेद हैं और हम उनके जरिए काम करने की कोशिश के लिए वार्ता के वास्ते मजबूत माध्यम रखते हैं । इसका मतलब यह नहीं है कि हमें हर चीज पर सहमत होना है, लेकिन हम स्वस्थ चर्चा के लिए माध्यम और मार्ग रखते हैं ।’ उन्होंने कहा कि भारत और चीन दोनों ‘‘बहुत मजबूत, उभरती अर्थव्यवस्थाएं’ हैं । दोनों ही देशों में बड़ी आबादी रहती है और वे क्षेत्रीय स्तर पर ही नहीं, वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव रखते हैं । किर्बी ने कहा, ‘इसलिए हमारा मानना है कि भारत और चीन के बीच बेहतर, स्वस्थ संबंध, एक अच्छा द्विपक्षीय संबंध हर किसी के हित में है ।’

लंदन: ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) में बने रहने या इसकी सदस्यता से बाहर निकलने को लेकर कराए गए जनमत संग्रह में करीब 52 फीसदी मतदान 'ब्रेक्सिट' के पक्ष में हुआ है, जबकि 48 प्रतिशत वोट 'ब्रिमेन' के लिए पड़े हैं। 'बीबीसी' की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन ने इस जनमत संग्रह के जरिये 43 वर्षों बाद ईयू की सदस्यता से हटने के पक्ष में वोट किया है। 'रीमेन' अभियान के पक्ष में 15,692,092 वोट पड़े, जबकि 'लीव' के पक्ष में इससे 6,835,512 अधिक वोट पड़े। ओपीनियन पोल में इस मुकाबले में कांटे की टक्कर रहने की भविष्यवाणी की गई थी और अब वह सही साबित हुई है। बीबीसी ने कहा कि रूझान दिखा रहे हैं कि रिमेन पक्ष इस स्थिति से वापस बढ़त हासिल नहीं कर सकता है। 52-48 प्रतिशत का आंकड़ा ब्रेग्जिट के पक्ष में है और यह ब्रितानी मतदाताओं का अंतिम फैसला हो सकता है। धुर दक्षिणपंथी यूके इंडीपेंडेंस पार्टी के नेता नीगेल फेरेज ने बहुत पहले ही जीत की घोषणा करते हुए कहा था, यह सपना देखने की हिम्मत दिखाइए कि स्वतंत्र ब्रिटेन में सूर्योदय हो रहा है। 23 जून हमारा स्वतंत्रता दिवस होगा। इस जनमत संग्रह में 72 प्रतिशत का भारी मतदान देखने को मिला। इस मतदान का फैसला वर्ष 1975 में हुए उस जनादेश को उलट रहा है, जिसमें ब्रिटेन ने यूरोपियन इकोनॉमिक कम्यूनिटी का सदस्य बने रहने के लिए मतदान किया था। यह समूह बाद में यूरोपीय संघ बन गया था।

इस्लमाबाद: पाकिस्तान के हाई प्रोफाइल मौलवी मुफ्ती अब्दुल क़वी को विवादों में रहने वाली मॉडल के साथ फोटो खिंचवाना महंगा पड़ा। वरिष्ठ सरकारी समिति ने उन्हें निलंबित कर दिया है और धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने उनकी निंदा की है। क़वी को चांद देखकर रमजान और ईद की तारीख तय करने वाली कमेटी से भी निलंबित किया गया है। पाकिस्तानी मॉडल कंदील के सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो जारी करने के बाद मौलाना का निलंबन हुआ। जो तस्‍वीरें शेयर की गई हैं, उसमें कंदील और मौलाना मुफ्ती अब्‍दुल क़वी साथ बैठकर सेल्फी ले रहे हैं। एक फोटो में कंदील ने उनकी टोपी भी पहन रखी है। इन तस्वीरों के जारी होने के बाद क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पार्टी तहरीक़-ए-इंसाफ से भी क़वी को निलंबित कर दिया गया है। धार्मिक मंत्रालय के प्रवक्ता ने पाकिस्तानी अख़बार डॉन से कहा कि सेल्फी और व्यवहार को लेकर मुफ्ती के भविष्य का फैसला धार्मिक विशेषज्ञों की समिति से राय लेने के बाद किया जाएगा। हालांकि सोशल मीडिया पर तस्वीरें जारी होने के बाद लोग उनका खूब मजाक उड़ा रहे हैं। बलूच ने फेसबुक पर जो वीडिया अपलोड किया है इसमें क़वी कहते दिख रहे हैं कि वह धार्मिक मामलों पर मॉडल का मार्गदर्शन करेंगे और साथ ही वह भी उनकी छात्रा बनने के लिए राजी हो गई हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख