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वॉशिंगटन: अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उनके देश और चीन के संबंधों को बेहतर बनाना उनके प्रशासन की प्राथमिकता होगी। कुछ दिनों पहले उन्होंने मुद्रा हेरफेर और दक्षिण चीन सागर में सैन्य निर्माण करने को लेकर बीजिंग की आलोचना की थी। ट्रंप ने आयोवा में एक सार्वजनिक सभा में कहा, ‘चीन उन देशों में शामिल है, जिनके साथ हमें संबंधों को बेहतर बनाना आवश्यक है।’ हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि चीन की अर्थव्यवस्था जोड़-तोड़ वाली है। ट्रंप ने कहा, ‘अमेरिका को व्यापार में जो घाटा होता है, उनमें से लगभग आधे के लिए चीन जिम्मेदार है। चीन बाजार आधारित अर्थव्यवस्था नहीं है। उन्हें बहुत अधिक मदद मिली है और इसलिए हम उन्हें एक गैर-बाजार अर्थव्यवस्था कहते हैं।’ उन्होंने कहा कि चीन नियमों के अनुसार नहीं चला है जबकि उनका देश नियमों के अनुसार आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा, ‘आपके पास बड़े पैमाने पर चोरी की बौद्धिक संपदा है, आप हमारी कंपनियों पर अनुचित कर लगा रहे हैं।

वॉशिंगटन: अमेरिकी चुनावी चक्र में रूस के हस्तक्षेप को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने खुफिया अधिकारियों को वर्ष 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में हुई ‘दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधि’ की पूर्ण समीक्षा करने का आदेश दिया है। व्हाइट हाउस के उप प्रेस सचिव एरिक शुल्ज ने संवाददाताओं से कहा, ‘राष्ट्रपति ने इस सप्ताह की शुरूआत में खुफिया समुदाय को राष्ट्रपति पद के हमारे चुनावी चक्र संबंधी दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधि के स्वरूप की पूर्ण समीक्षा करने का निर्देश दिया है।’ उन्होंने कहा कि ओबामा ने अनुरोध किया है कि इस रिपोर्ट को उनके कार्यकाल के समाप्त होने से पहले पूरा किया जाए और उनके पास जमा कराया जाए। शुल्ज ने कहा कि वर्ष 2008 में ओबामा एवं मैकेन की प्रचार मुहिमों में अनुचित हस्तक्षेप हुए थे। उन्होंने कहा, ‘हमारा खुफिया समुदाय वर्ष 2016 में भी इस बात को लेकर दृढ़ है कि हमारे चुनावों में हस्तक्षेप करने के इरादे से दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधियां की गईं। अक्तूबर में जारी किए गए अति गोपनीय आकलन में खुफिया समुदाय ने यह बिल्कुल स्पष्ट किया कि इस गतिविधि के पीछे रूस सरकार के उच्च स्तरीय अधिकारियों का हाथ है।’ शुल्ज ने कहा कि अमेरिका राष्ट्रपति चुनावों की प्रमाणिकता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘हम जितना सार्वजनिक कर सकते हैं, उतनी बात सार्वजनिक करेंगे।

वाशिंगटन: अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने एक खुफिया आकलन में निष्कर्ष निकाला है कि रूस ने वर्ष 2016 में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को जिताने में मदद करने के लिए हस्तक्षेप किया था। मीडिया की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के सत्ता हस्तांतरण दल ने इस रिपोर्ट को मजबूती से खारिज किया है। ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ ने सीनेटरों को दी गई एक खुफिया प्रस्तुति की जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा, ‘खुफिया विभाग के आकलन के मुताबिक रूस का इरादा यहां एक प्रत्याशी की तुलना में दूसरे प्रत्याक्षी की मदद करना था और उसने ट्रंप को चुनाव जिताने में मदद की।’ रिपोर्ट में मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों के हवाले से कहा गया, ‘सीआईए ने एक खुफिया आकलन किया है जिसमें पता चला है कि रूस ने वर्ष 2016 के चुनाव में हस्तक्षेप केवल अमेरिकी चुनाव प्रणाली में विश्वास को कमजोर करने के लिए ही नहीं किया बल्कि उसने डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव जिताने के लिए हस्तक्षेप किया।’

वाशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह विदेशी कर्मियों को अमेरिकियों की जगह लेने की इजाजत नहीं देंगे। ट्रंप ने डिज्नी वर्ल्ड समेत अन्य अमेरिकी कंपनियों का स्पष्ट जिक्र करते हुए यह बात कही। इन कंपनियों के बारे में कहा गया है कि उन्होंने अमेरिकी कर्मियों को नौकरी से निकालकर उनकी जगह भारतीयों समेत एन1बी वीजा धारकों को भर्ती किया है। ट्रंप ने डिज्नी वर्ल्ड एवं अन्य अमेरिकी कंपनियों के मामलों का जिक्र करते हुए गुरूवार को आयोवा में अपने हजारों समर्थकों से कहा, ‘मैं हर अमेरिकी जीवन की रक्षा करने के लिए लड़ूंगा।’ उन्होंने दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, ‘चुनाव प्रचार मुहिम के दौरान मैंने उन अमेरिकी कर्मियों के साथ भी समय बिताया, जिन्हें नौकरी से निकाल दिया गया और उनकी जगह लेने वाले व्यक्ति को उन्हें प्रशिक्षण देने पर मजबूर किया गया। उनकी जगह विदेशी कर्मियों को लाया गया। हम अब और ऐसा नहीं होने देंगे।’ ट्रंप ने कहा, ‘क्या आप यकीन कर सकते हैं? आपको नौकरी से निकाल दिया जाता है और आपको बकाया वेतन तब तक नहीं दिया जाता, जब तक आप उन लोगों को प्रशिक्षित नहीं कर देते जिन्हें आपकी जगह नौकरी पर रखा गया है। मेरा मतलब है, इससे ज्यादा अपमानजनक कुछ और नहीं हो सकता।’ डिज्नी वर्ल्ड और दो आउससोर्सिंग कंपनियों के खिलाफ मामला उनके दो पूर्व तकनीकी कर्मियों ने दर्ज कराया है।

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