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इस्लामाबाद: सुप्रीम कोर्ट में ‘पनामागेट’ मामले में सुनवाई के दौरान जांच आयोग बनाने को लेकर मतभेद काफी गहरा हो गया जहां इमरान खान के नेतृत्व वाली पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने कहा कि वह इस तरह की समिति का बहिष्कार करेगी जबकि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का परिवार इस पर सहमत था। सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी के पहले हफ्ते तक मामले की सुनवाई टाल दी क्योंकि सुनवाई के दौरान जांच आयोग बनाने को लेकर मतभेद काफी गहरा हो गया। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और चार अन्य याचिकाकर्ताओं के सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के बाद पांच सदस्यों की बड़ी पीठ पनामागेट मामले की सुनवाई कर रही है। याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि गलत तरीके से प्राप्त धन का प्रयोग शरीफ के परिवार ने लंदन में फ्लैट खरीदने में किया जो विदेशी कंपनियों के तौर पर चलाई जा रही थीं जैसा कि पनामा पेपर लीक में दिखाया गया है। अदालत ने स्वतंत्र आयोग के गठन पर विचार मांगा और इसने कहा कि अलग-अलग पक्षों की तरफ से मुहैया कराए साक्ष्य मामले पर निर्णय करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। लेकिन पीटीआई के वकील नईम बुखारी ने पनामागेट घोटाले की जांच के लिए आयोग बनाने के विचार का बहिष्कार करने के पार्टी के निर्णय की घोषणा की।

बहरहाल, शरीफ के वकील सलमान असलम और उनके बच्चों के वकील अकरम शेख ने अदालत से कहा कि उनका मुवक्किल आयोग बनाने के निर्णय को स्वीकार करता है।

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