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वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने डोनाल्ड ट्रंप का हाथ मिलाकर स्वागत किया। दोनों के बीच ओवल ऑफिस में बैठक हो रही है। खबरों के मुताबिक 20 जनवरी को ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले बाइडन प्रशासन ट्रंप को सत्ता सौंपने पर जरूरी बातचीत और औपचारिकताएं पूरी कर रहा है। इसी कड़ी में बाइडन ने परंपरागत रूप से ट्रंप को आमंत्रित किया जिसके बाद आज बुधवार को दोनों की मुलाकात हुई।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, बाइडन ने ओवल ऑफिस की बैठक में ट्रंप का अभिवादन हाथ मिलाकर किया। रिपोर्ट के मुताबिक डेमोक्रेट प्रशासन से रिपब्लिकन खेमे को सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी की जाएगी। इस बात को लेकर औपचारिक सहमति बन गई है।

इस साल के चुनाव में ट्रंप और कमला हैरिस को कितने वोट मिले हैं

गौरतलब है कि 2024 के चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप को इस चुनाव में 50.3 फीसदी वोट के साथ कुल 312 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिले हैं।

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले डोनाल्ड ट्रंप साल 2025 में 20 जनवरी को दोबारा राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। अपनी सरकार को प्रभावी और कुशल बनाने की दिशा में उन्होंने कई अहम फैसले लेने अभी से शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में ट्रंप ने एलन मस्क और विवेक रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियंसी (डीओजीई) की जिम्मेदारी सौंपी है.

मस्क और रामास्वामी निभाएंगे डीओजीई की भूमिकाएं

डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियंसी (डीओजीई) का मुख्य उद्देश्य सरकारी कार्यों में सुधार, नौकरशाही में कटौती और संघीय एजेंसियों की संरचना में बदलाव करना है। ट्रंप के अनुसार, यह विभाग सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने अनावश्यक खर्चों में कमी लाने और गैर-जरूरी नियमों को हटाने के लिए काम करेगा। ट्रंप ने इसे अपनी “सेव अमेरिका मूवमेंट” का अहम हिस्सा बताया है और कहा कि यह संभवतः हमारे समय का “द मैनहट्टन प्रोजेक्ट” बन सकता है। टेस्ला और स्पेस एक्स के प्रमुख एलॉन मस्क और भारतीय मूल के व्यवसायी और उद्यमी विवेक रामास्वामी को डीओजीई विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।

नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार (12 नवंबर) को कहा कि भारत को 2030 की टारगेट डेट से पहले रूस के साथ 100 अरब डॉलर का वाणिज्य हासिल करने का भरोसा है, हालांकि दोनों पक्षों को व्यापार को अधिक संतुलित बनाने के लिए बाधाओं को दूर करने की जरूरत है।

जयशंकर ने रूस के पहले उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव के साथ द्विपक्षीय व्यापार और तकनीकी सहयोग की देखरेख करने वाले मुख्य निकाय की बैठक की सह-अध्यक्षता करते हुए कहा कि दोनों पक्षों ने व्यापार की चुनौतियों, विशेष रूप से भुगतान और लॉजिस्टिक्स से संबंधित मुद्दों से निपटने में “प्रशंसनीय प्रगति” देखी है, लेकिन “अभी भी कुछ काम किया जाना बाकी है।”

2030 तक व्यापार को 100 बिलयन डॉलर तक बढ़ाने का रखा था टारगेट

जयशंकर की यह टिप्पणी सोमवार (11 नवंबर) को मुंबई में भारत-रूस व्यापार मंच पर द्विपक्षीय व्यापार में असंतुलन को दूर करने की आवश्यकता के बारे में उनकी टिप्पणियों पर आधारित है।

लंदन: कतर के शाही परिवार की दो सदस्य एक दूसरे के खिलाफ हो गए हैं। लाखों डॉलर के हीरे के विवाद में दोनों ने सोमवार (11 नवंबर 2024) को लंदन के हाई कोर्ट पहुंचे। अब इस विवाद का फैसला कोर्ट करेगा। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।

दरअसल, कतर के शासक शेख तमीम बिन हमद अल थानी के चचेरे भाई शेख हमद बिन अब्दुल्ला अल थानी ने पूर्व संस्कृति मंत्री शेख सऊद बिन मोहम्मद अल थानी के रिश्तेदारों के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। हमद बिन अब्दुल्ला की एक कंपनी 70 कैरेट रत्न खरीदने के अपने कथित अधिकार को लागू करने की कोशिश कर रही है।

यहां से शुरू हुआ विवाद

शेख हमद बिन अब्दुल्ला अल थानी की कंपनी क्यूआईपीसीओ के पास 'आइडल्‍स आई' नाम का हीरा है। इसकी कीमत लाखों डॉलर में बताई जाती है। उन्‍हें यह हीरा शेख सऊद ने उधार दिया था। शेख सऊद 1997 और 2005 के बीच कतर के संस्कृति मंत्री थे।

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