नई दिल्ली: बिहार एनडीए में चली खींचतान के बाद अब यूपी की बारी है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूपी के गाजीपुर में होने वाली रैली से भाजपा के अपनों ने ही किनारा करने का मन बना लिया है। यूपी सरकार में मंत्री ओपी राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल गाज़ीपुर में आज होने वाली पीएम मोदी की रैली में शामिल नहीं होगी। इसी रैली में पीएम मोदी महाराजा सुहेलदेव पर एक डाक टिकट जारी करेंगे।
बता दें पीएम मोदी वाराणसी और गाजीपुर में आज रहेंगे। यह दो महीने में प्रधानमंत्री की अपने निर्वाचन क्षेत्र की दूसरी यात्रा होगी। वाराणसी में वह ‘राष्ट्रीय बीज अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र‘ के परिसर में ‘अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान' और ‘दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केन्द्र' को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया कि चावल अनुसंधान संस्थान दक्षिण एशिया और दक्षेस देशों में चावल के अनुसंधान एवं प्रशिक्षण का प्रमुख केन्द्र बनेगा।
इधर, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का कहना है कि उनकी पार्टी के प्रमुख ओपी राजभर को जो निमंत्रण पत्र भेजा गया है उसमें महाराजा सुहेलदेव का नाम पूरा नहीं लिखा है और जान बूझकर राजभर शब्द हटा दिया गया है।
योगी सरकार में मंत्री ओपी राजभर का कहना है कि उन्हें इस कार्यक्रम के लिए न तो न्योता दिया है और एनडीए में उनका लगातार अपमान किया जा रहा है। वहीं, अनुप्रिया पटेल की पार्टी भी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होगी। बीते कुछ दिनों से बताया जा रहा है कि अनुप्रिया पटेल एनडीए में नाराज चल रही हैं और भाजपा पर अनदेखी करने का आरोप लगा रही हैं। अपना दल का कहना है कि उसका सम्मान नहीं हो रहा है। बता दें कि पीएम मोदी आज वाराणसी भी जाएंगे और वहां बुनकरों और उद्ममियों से बातचीत करेंगे। इस दौरान अलग-अलग ऋण योजनाओं में करीब 1000 लाभार्थियों को दो हज़ार करोड़ रुपये ऋण स्वीकृति की घोषणा भी करेंगे। पीएम मोदी गाजीपुर मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी करेंगे मगर इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल शामिल नहीं होंगी। उन्होंने इस पूरे कार्यक्रम से अपनी दूरी बनाए रखने का ऐलान किया है। उनकी पार्टी के अध्यक्ष आशीष पटेल ने बताया कि गाजीपुर में मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में उन्हें बुलाया तो गया है, लेकिन अनुप्रिया पटेल इसमें शामिल नहीं हो रही हैं। गौरतलब है कि अपना दल एस एनडीए का महत्वपूर्ण घटक है और केंद्र व प्रदेश की सरकारों में साझीदार भी दल की नाराजगी बीते 25 दिसंबर को तब उभर कर सामने आई जब सिद्धार्थ नगर में राज्य की मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में अनुप्रिया पटेल को आमंत्रित नहीं किया गया। जबकि केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे को बुला लिया गया। इसके बाद ही अपना दल ने भाजपा के किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने की घोषणा कर दी थी। बाद में भाजपा नेताओं ने अपनी चूक स्वीकार कर ली थी लेकिन पार्टी की नाराजगी कम नहीं हुई है।