सहारनपुर: भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर ने एक बार फिर बसपा को ही अपनी पार्टी बताया है। चंद्रशेखर का कहना है कि बसपा उनकी पार्टी है। इस बार दलित को ही प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाया जाएगा। इसके साथ ही चंद्रशेखर ने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही सरकारों में दलितों और मुस्लिमों का उत्पीड़न बढ़ा है। शनिवार को भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर हिंसा पीड़ित गांव शबबीरपुर में सभा की। कहा कि हिंसा के बाद वह पहली बार अपने घर पहुंचा है। उसे शब्बीरपुर आने से बार-बार रोका गया, लेकिन इस बार वह नहीं रुका।
चंद्रशेखर ने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत उसे शब्बीरपुर पहुंचने से नहीं रोक सकती थी। शब्बीरपुर में सभा को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं, कहा जा रहा है कि चंद्रशेखर के साथ हैं, लेकिन वोट बसपा को देंगे। चंद्रशेखर ने कहा कि वह साफ कर रहे हैं कि उनकी केवल एक ही पार्टी है। बसपा ही उनकी पार्टी है। बसपा सुप्रीमो मायावती को उनकी फिक्र है। चंद्रशेखर ने कहा कि यदि फिक्र नहीं होती तो वे शब्बीरपुर क्यों आतीं?
भाजपा और कांग्रेस दोनों पर ही निशाना साधते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि दोनों सरकारों में उत्पीड़न हुआ है। लेकिन अब समय आ गया है एकजुट होकर सत्ता बदलने का। चंद्रशेखर ने कहा कि भीम आर्मी पूरा प्रयास करेगी। इस बार दलित प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे। मायवती को आयरन लेडी बताते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि उनका पूरा प्रयास होगा कि दिल्ली की कुर्सी पर मायावती को बैठाया जाए। इस मौके भीम आर्मी जिलाध्यक्ष कमल वालिया, उत्तराखंड प्रभारी महक सिंह, शामली जिलाध्यक्ष नीटू, दीपक बौद्ध भी उनके साथ मौजूद रहे।
चंद्रशेखर की सभा में शामिल नहीं हुए प्रधान शिवकुमार
शनिवार को भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर शब्बीरपुर गांव में सभा कर रहे थे लेकिन प्रधान शिवकुमार उसमें शामिल नहीं हुए। प्रधान शिवकुमार ने चंद्रशेखर को गांव में आने से मना किया था। प्रधान शिवकुमार का कहना है कि वे चाहते है कि गांव में भाईचारा बना रहे। इसके लिए प्रशासन को भी अवगत करा दिया था। कार्यक्रम के दौरान इस बात की चर्चाएं होती रहीं।
सूचना मिलते ही किया गया था अलर्ट
चंद्रशेखर के गांव में पहुंचने की सूचना पर प्रशासन ने अलर्ट कर दिया था। थाना पुलिस के साथ खुफिया विभाग को भी सतर्क रहने के निर्देश दिये गये थे। इंस्पेक्टर बड़गांव ने गांव में पहुंचकर दूसरे पक्ष के लोगों को कार्यक्रम की ओर न जाने की अपील की थी। एसएसपी, उपेंद्र कुमार ने कहा कि, चंद्रशेखर गांव में गया था। वह कुछ लोगों से मिलकर लौट आया। कुछ लोग विरोध कर रहे थे। जिस कारण पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये थे।