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हैदराबाद (जनादेश ब्यूरो): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में कोटी दीपोत्सवम में भाग लिया। उन्होंने कहा, आज कार्तिक पूर्णिमा और कार्तिक सोमवार है। उन्होंने कहा, "इस पवित्र अवसर पर आपके सामने आना और कोटी दीपोत्सवम का हिस्सा बनना मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है...।" कोटी दीपोत्सवम से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक जयंती के अवसर पर हैदराबाद के ही अमीरपेट में गुरुद्वारे का दौरा भी किया।

काशी की देव दीपावली का किया बखान

कोटी दीपोत्सवम में पीएम मोदी ने कहा, वह काशी से सांसद हैं। अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी की भव्य देव दीपावली का बखान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "आज भगवान शिव की काशी में देव दीपावली मनाई जा रही है। इस बार मैं वहां नहीं जा सका, लेकिन जो कमी मुझे महसूस हुई, वह आज यहां पूरी हो रही है।" उन्होंने कहा कि विकसित भारत का संकल्प, तेज विकास और विरासत, दोनों को मिलाकर ही सशक्त होंगे। पीएम मोदी ने दीपोत्सवम की महिमा का उल्लेख करते हुए कहा, "दीया सबको जोड़ता है, सबको रास्ता दिखाता है।

उन्होंने कहा, जब 100 वर्ष का सबसे बड़ा संकट आया, तो हम भारतीयों ने मिलकर दीप जलाया।" उन्होंने कहा, हमने वो दीप जलाया और आज भारत विजयी होकर, विकास की नई गाथा लिख रहा है। बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री ने देशभर की जनता से दीया जलाने का आह्वान किया था। यह आह्वान पीएम मोदी ने भाजपा के स्थापना ​दिवस एक दिन पहले 5 अप्रैल 2020 को किया था।

भारत की संस्कृति का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "किसी पर्व पर जब हम कुछ भी स्वदेशी ख़रीदते हैं, तो हम न जाने कितने परिवारों के घर में समृद्धि का दीप जलाने का काम करते हैं।"

उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के लिए प्रार्थना की अपील

बीते दो हफ्ते से अधिक समय से उत्तराखंड की सुरंग में फंसे मजदूरों पर भी प्रधानमंत्री ने बयान दिया। उन्होंने कहा, " आज जब हम देवी-देवताओं से प्रार्थना कर रहे हैं, मानवता के कल्याण की बात कर रहे हैं, तो हमें अपनी प्रार्थना में उन श्रमिक भाईयों को भी स्थान देना है, जो बीते करीब दो सप्ताह से उत्तराखंड की एक टनल में फंसे हुए हैं।"

बता दें कि उत्तरकाशी सुरंग हादसे के बाद जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही अड़चनों के कारण आठ राज्यों के 41 मजदूर सुरंग के भीतर फंसे हुए हैं। सरकार सेना, एनडीआरएफ और तमाम एजेंसियों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य चला रही है। पीएम मोदी ने मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने का संकल्प प्रकट करते हुए कहा, "सरकार और तमाम एजेंसियों मिलकर उन्हें संकट से बाहर निकालने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही हैं। लेकिन इस राहत और बचाव अभियान को हमें बहुत सतर्कता से ही पूरा करना है।"

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तरकाशी सुरंग हादसे में रेस्क्यू के लिए ड्रिलिंग का काम जारी है। पाइप डाले जाने में अड़चन आने के बाद अब वर्टिकल ड्रिलिंग कराई जा रही है। खबरों के अनुसार अभी भी लगभग 50 मीटर की ड्रिलिंग बाकी है। संकट के इस समय में मजदूरों के लिए दवाई, खाना और बाकी जरूरी चीजों की सप्लाई की जा रही है। तकनीक की मदद से मजदूरों की मानसिक सेहत का भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

 

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