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मुंबई: महाराष्ट्र में सत्ताधारी गठबंधन महायुति में 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाले नारे को लेकर दो गुट बनते दिख रहे हैं। एक वो जो इसके समर्थन में हैं, वहीं दूसरा इसके खिलाफ है। जो गुट 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाले नारे के खिलाफ हैं उसमें राज्य के मौजूदा डिप्टी सीएम और एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार और भाजपा नेता पंकजा मुंडे जैसे नाम हैं, जबकि इसके समर्थन में राज्य के दूसरे डिप्टी सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस सरीखे लोग शामिल हैं।

डिप्टी सीएम अजित पवार ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाले बयान का फिर विरोध किया और कहा, मैंने इस मामले में पहले ही सार्वजनिक तौर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कुछ भाजपा नेताओं ने भी ऐसी ही प्रतिक्रिया दी है। 'सबका साथ, सबका विकास' का मतलब है सबके साथ, सबका विकास... अब, 'एक हैं तो सुरक्षित हैं... मैं इसे इस नजरिए से देखता हूं।

अजीत पवार ने आगे कहा, 'हम सभी ने इसका विरोध किया है। किसी ने मुझे बताया कि भाजपा की पंकजा मुंडे ने भी इस नारे का विरोध किया है।

उन्होंने कहा, एक राज्य का सीएम यहां आता है और कहता है 'बटेंगे तो कटेंगे', हमने तुरंत कहा कि ऐसे नारे यहां नहीं चलेंगे क्योंकि महाराष्ट्र अंबेडकर के सिद्धांतों पर काम करता है। मुझे नहीं पता कि देवेंद्र जी (देवेंद्र फडणवीस) का इस पर क्या जवाब है लेकिन हमें यह 'कटेंगे, बटेंगे' पसंद नहीं है।

'हमारा एकमात्र उद्देश्य फिर से महायुति सरकार बनाना'

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं की ओर से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं, इस कड़ी में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार ने खुद को 'किंगमेकर' या 'काम बिगाड़ने वाला' बनेंगे, इस सवाल पर अजित पवार ने कहा, 'मुझे 'किंगमेकर' या अन्य चीजों को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं है। हम अपनी शुरू की गई सरकारी योजनाओं को जनता के बीच ले जा रहे हैं। हमारा एकमात्र उद्देश्य फिर से महायुति सरकार बनाना है।

नवाब मलिक को टिकट देने पर अजित पवार की सफाई

मानखुर्द शिवाजीनगर से अपने पार्टी के प्रत्याशी नवाब मलिक को टिकट दिए जाने और महायुति में इस पर असहमति जताए जाने पर अजित पवार ने कहा, क्या उनके खिलाफ आरोप साबित हुए हैं? ये सिर्फ आरोप हैं, लेकिन अदालत में साबित नहीं हुए हैं। बोफोर्स को लेकर राजीव गांधी पर भी आरोप लगे थे।

'राज्य सरकार गठन में किसी उद्योगपति की कोई भूमिका नहीं'

वहीं अदाणी की 2019 की बैठक में मौजूदगी के अपने दावे पर एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा, मैंने कहा कि वह (गौतम अदाणी) वहां मौजूद नहीं थे, हम अदाणी के गेस्ट हाउस में थे। राज्य सरकार गठन में किसी उद्योगपति की कोई भूमिका नहीं होती। कभी-कभी हम इतने व्यस्त होते हैं कि गलती से मैंने कोई बयान दे दिया।

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