चंडीगढ़: हरियाणा के करनाल जिले में किसानों पर पुलिस की कार्रवाई के विरोध में आज अन्य किसान कुरुक्षेत्र समेत अन्य जगहों पर सड़क पर उतर आए। पुलिस कार्रवाई से गुस्साएं किसानों ने हरियाणा भर में कई रास्तों को बंद कर दिया है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते दिल्ली-अमृतसर राजमार्ग पर, कुरुक्षेत्र में सड़कों पर यातायात बाधित हुआ। साथ ही अंबाला की ओर जाने वाले शंभू टोल प्लाजा पर जाम की स्थिति पैदा हो गई है। इससे, आने-जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
तस्वीरों में किसान बीच सड़क पर खटिया पर बैठे दिखाई दे रहे हैं जबकि उनके आसपास कुछ और किसान बैठे या खड़े नजर आ रहे हैं। किसानों के सड़क बंद करने की वजह से वाहनों की तीन किलोमीटर तक लंबी कतार लग गई है। एक अन्य वीडियो में दो पुलिसकर्मी एक ऐसे शख्स से बहस करते हुए नजर आ रहे हैं, जो कि बुरी तरह से घायल प्रतीत हो रहा है। उसकी शर्ट पर खून लगा हुआ है और सर पर पट्टी बंधी हुई है। वहीं, तीसरे वीडियो में हाइवे पर दंगा पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी इक्ट्ठा होती नजर आ रही है।
किसानों के अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाइवे, अंबाला शम्भू टोल, करनाल और कुरुक्षेत्र समेत अन्य जगहों पर सड़क जाम करने की खबर है। हाइवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। पुलिस ने आनन-फानन में रूट डायवर्ट किये।
हरियाणा के करनाल और पानीपत के बीच पड़ने वाले बसताड़ा टोल प्लाजा पर पुलिस ने आज किसानों पर लाठीचार्ज किया है। दरअसल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के काफिले को किसानों ने काले झंडे दिखाए तथा काफिले को रोकने का प्रयास किया। कहा जा रहा है कि किसानों ने भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक तक पहुंचने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने किसानों को खदेड़ा और उन पर लाठीचार्ज किया।
किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान संगठनों के एक शीर्ष समूह 'संयुक्त किसान मोर्चा' ने किसानों पर पुलिस की कार्रवाई को "बर्बर" कृत्य करार दिया है। साथ ही इसके विरोध में राज्यभर में किसानों से विरोध करने का आह्वान किया।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शनपाल ने फेसबुक पोस्ट में किसानों से शाम 5 बजे सड़क जाम करने और आज की झड़प के दौरान पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनकी तत्काल रिहाई के लिए विरोध प्रदर्शन का आग्रह किया।