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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: फोर्ब्स की ओर से जारी किए गए 100 महानतम कारोबारी दिमागों की सूची में तीन भारतीयों को शामिल किया गया है। इसमें नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक तैयार करने वाली कंपनी टाटा के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा, दुनिया की सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी आर्सेलर मित्तल के सीईओ और चेयरमैन लक्ष्मी मित्तल और वीसी फर्म खोसला वेंचर के संस्थापक विनोद खोसला शामिल हैं।

इन तीन भारतीयों के अलावा इस लिस्ट में अमेजन के जेफ बेजोस, फेसबुक के मॉर्क जुकरबर्ग, बर्कशायर हैथवे के वारेन बफेट, माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स, मोहम्मद युनूस, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप और मसायोशी सोन (जापान के बिजनेसमैन) शामिल हैं। रतन टाटा टाटा ग्रुप के अवकाशप्राप्त (सेवामुक्त) चेयरमैन हैं। उनकी देखरेख में ही साल 2011-12 के दौरान कंपनी के रेवेन्यू ने 100 बिलियन डॉलर का आंकड़ा छुआ था।

कॉर्नेल विश्वविद्यालय और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के एक पूर्व छात्र रतन टाटा को भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार- पद्म विभूषण से भी नवाजा जा चुका है। भारतीय मूल के अमेरिकी बिजनेसमैन और इंजीनियर विनोद खोसला सन माइक्रोसिस्टम के को-फाउंडर रहे हैं।

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में अर्थव्यवस्था पर उच्चस्तरीय बैठक मंगलवार शाम को हुई। बैठक में आर्थिक सुस्ती के बीच उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की गई. इन कदमों में किसी संभावित प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा शामिल हो सकती है। बैठक में अन्य लोगों के अलावा रेल मंत्री पीयूष गोयल, वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यम, वित्त मंत्रालय के सचिव अशोक लवासा, सुभाष चंद्र गर्ग, हसमुख अधिया, राजीव कुमार और नीरज कुमार गुप्ता हिस्सा ले रहे हैं।

पहले यह समीक्षा बैठक प्रधानमंत्री के साथ होनी थी। पिछले हफ्ते मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यम ने मोदी से मिलकर अर्थव्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की थी। नोटबंदी के बाद विकास दर को लगा झटका, उसके बाद वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था के तहत ढलने में परेशानी और ढुलमुल निजी निवेश से अर्थव्यवस्था की बुरी हालत को देखते हुए सरकार द्वारा कुछ वित्तीय प्रोत्साहन देने की बात कही जा रही है।

विनिर्माण क्षेत्र में सुस्ती के कारण चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) की दर घटकर 5.7 फीसदी पर आ गई है, जो साल 2014 में मोदी के सत्ता संभालने के बाद की सबसे कम दर है।

नई दिल्ली: बुलेट ट्रेन की दौड़ हर जगह सफल नहीं रही है। पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापानी समकक्ष शिंजो आबे के साथ अहमदाबाद में भारत के पहले बुलेट ट्रेन प्रॉजेक्ट की नींव रखी। इस बीच भारत में भी बुलेट ट्रेन की आवश्यकता और इसकी सफलता पर बहस छिड़ी हुई है। ऐसे में यह जानना उपयोगी है कि ताइवान में बुलेट ट्रेन प्रॉजेक्ट क्यों असफल हो गया।

ताइवान की कुछ प्राइवेट कंपनियों ने 90 के दशक के शुरुआती सालों में प्रॉजेक्ट की शुरुआत की और 2007 में यहां पहली बुलेट ट्रेन दौड़ी। यह प्रॉजेक्ट जापान की शिनकासेन टेक्नॉलजी पर ही आधारित था, जिसका भारत में भी इस्तेमाल किया जाएगा। प्रॉजेक्ट पर 14.3 अरब डॉलर (करीब 90 हजार करोड़ रुपये) खर्च हुए। सात साल बाद 2014 में सरकार ने इशारा किया कि रेल ऑपरेटर दिवालिया हो सकता है। कुल घाटा 46.6 बिलयन न्यू ताइवान डॉलर्स यानी 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर (9600 करोड़ रुपये) तक पहुंच चुका था।

अमृतसर: पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम अगले महीने दिवाली तक नीचे आ सकते हैं। कीमत में दैनिक आधार पर समीक्षा के बाद तेल कीमतों में तीव्र वृद्धि को लेकर विपक्षी दलों की आलोचना के बीच उनकी यह टिप्पणी आई है। सरकार ने हाल ही में ईंधन के दाम की दैनिक आधार पर समीक्षा करने की मंजूरी दी है।

थोड़े समय के लिए यहां आए प्रधान ने कहा, ‘ईंधन के दाम दिवाली तक नीचे आ सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि अमेरिका में बाढ़ के कारण तेल उत्पादन 13 प्रतिशत कम होने के कारण रिफाइनरी तेल के दाम मजबूत हुए हैं।

तेल कंपनियों के मार्जिन के बारे में पूछे जाने पर प्रधान ने कहा कि उनका संचालन सरकार कर रही है और हर चीज बिल्कुल साफ है। उन्होंने कंपनियों के लिए अधिक मार्जिन से इनकार किया।

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