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नई दिल्ली: स्विट्जरलैड की बिजली क्षेत्र की प्रमुख कंपनी एबीबी भारत में फ्लैश चार्जिंग उत्पाद लाने की तैयारी कर रही है। इससे किसी स्टॉप पर बस बैटरी को मात्र 17 सेकेंड में चार्ज (टॉप-अप) किया जा सकेगा। इसके अलावा कंपनी कारों के लिए दुनिया के सबसे तेज चार्जर भी लाने जा रही है जिससे आठ मिनट की चार्जिंग के बाद वाहन 200 किलोमीटर तक दौड़ सकेंगे। यही नहीं कंपनी कंपनी कई तरह के ई-मोबिलिटी चार्जिंग समाधान लेकर भी आ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कंपनी अपने दावे पर खरी उतरी है तो देश में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की दिशा में सबसे बड़ी बाढ़ा दूर हो सकती है।

2030 तक देश में सिर्फ ईवी चलाने का लक्ष्य

केंद्र सरकार का लक्ष्य वर्ष 2030 तक देश में सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह इलेक्ट्रिक चालित करने का है। वहीं इस अवधि में व्यक्तिगत परिवहन वाले 40 प्रतिशत वाहन को भी इलेक्ट्रिक करने का लक्ष्य है। सरकार के निर्देश के बाद ऑटो कंपनियों ने ईवी लाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। मारुति, महिंद्रा और टाटा जैसी कंपनियां इस दिशा में तेजी से काम करना शुरू भी कर दी है। कई कंपनियों ने ईवी वाहन बाजार में उतारे भी हैं।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था के सामने अब चुनौती वृद्धि दर को दहाई अंक तक पहुंचाने की है, जिसके लिए ‘कई और महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे।’ मोदी आज यहां राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में नीति आयोग की संचालन परिषद की चौथी बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीते वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने मजबूत 7.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और ‘‘अब चुनौती इस वृद्धि दर को दहाई अंक में ले जाने की है।’’

उन्होंने कहा कि 2022 तक न्यू इंडिया का सपना अब हमारे देश के लोगों के का एक संकल्प है। मोदी ने इसी संदर्भ में आज की बैठक के एजेंडा में शामिल मुद्दों का जिक्र किया। इसमें किसानों की आय को दोगुना करना, विकास की आस में बैठे (अपेक्षाकृत पीछे रह गए) जिलों का विकास, आयुष्मान भारत, मिशन इंद्रधनुष, पोषण मिशन और महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती का उल्लेख किया। इससे पहले नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने मुख्यमंत्रियों और अन्य प्रतिनिधियों का स्वागत किया। सत्र का संचालन गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने किया।

नई दिल्ली: व्यापार के अंतरराष्ट्रीय नियमों की धज्जियां उड़ा रहे अमेरिका को चीन, यूरोपीय देशों के साथ भारत ने कड़ा जवाब दिया है। अमेरिका के स्टील और एल्युमिनियम पर सीमा शुल्क बढ़ाए जाने के जवाब में भारत ने 24 करोड़ डॉलर (1600 करोड़ रुपये) के अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगाने की तैयारी की है। भारत इसके तहत 30 अमेरिकी उत्पादों को शुल्क के दायरे में लाएगा। इसमें बादाम, सेब, फास्फोरिक एसिड और 800 सीसी से ज्यादा इंजन वाली मोटरसाइकिल शामिल हैं।

भारत ने 18 मई को डब्ल्यूटीओ को अमेरिका से आयातित 20 उत्पादों की सूची सौंपी थी, जिन पर वह सीमा शुल्क लगाना चाहता है। संशोधित सूची में भारत ने बादाम और हार्ले डेविडसन जैसी बड़े इंजन वाली बाइकों पर प्रस्तावित शुल्क घटाया है। अमेरिका के एकतरफा फैसलों के खिलाफ भारत के अलावा चीन और यूरोपीय संघ ने भी जवाबी कार्रवाई की है। भारत ने अमेरिकी सरकार से स्टील और एल्युमिनियम पर लगाए गए शुल्क से छूट देने की मांग की थी, लेकिन ट्रंप सरकार ने इसे नहीं माना।

नई दिल्ली: इस साल एक जनवरी से पेट्रोल की कीमत 6.46 रुपये लीटर तथा डीजल 8.21 रुपये लीटर की बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से हुआ है। उल्लेखनीय है कि पेट्रोल और डीजल की कीमत 29 मई को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। उस दिन दिल्ली में पेट्रोल 78.43 रुपये लीटर पर पहुंच गया था, वहीं डीजल 67.85 रुपये लीटर के उच्चतम स्तर पर चला गया था। उसके बाद से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल नरम होने और रुपये में मजबूत से कीमतों में 14 बार कटौती की गई है। हालांकि, पेट्रोल और डीजल की कीमत पिछले दो दिनों से स्थिर बनी हुई है।

सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा तेल कंपनियों के अनुसार, पेट्रोल और डीजल की कीमत में पिछली 12 जून को संशोधन किया गया था। उस समय दोनों ईंधन में क्रमश: 15 पैसे और 10 पैसे प्रति लीटर की कमी की गई थी। पिछले एक पखवाड़े में पेट्रोल जहां 2 रुपये लीटर सस्ता हुआ वहीं डीजल के दाम में 1.46 रुपये लीटर की कमी आई है।

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