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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
संविधान की प्रस्तावना में भी संशोधन कर सकती है संसदः सुप्रीम कोर्ट

वाशिंगटन: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एफ-16 लड़ाकू विमानों के वास्ते पाकिस्तान के लिए अमेरिकी प्रशासन द्वारा 45 करोड़ डॉलर के पैकेज को मंजूरी दिए जाने के फैसले पर रविवार को सवाल उठाया था और कहा था कि अमेरिका के पाकिस्तान के साथ संबंधों से दोनों में से किसी देश को ‘‘कोई फायदा नहीं'' हुआ है। वहीं अब इस पर अमेरिका की प्रतिक्रिया आई है। जो बाइडेन प्रशासन ने सोमवार को कहा, भारत और पाकिस्तान दोनों अलग-अलग बिंदुओं पर अमेरिका के साझेदार हैं। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने दैनिक समाचार सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, "पाकिस्तान और भारत दोनों हमारे साझेदार हैं। हम दोनों को भागीदार के रूप में देखते हैं, क्योंकि हमारे पास कई मामलों में साझा मूल्य हैं, हमारे कई मामलों में साझा हित हैं। भारत के साथ हमारे संबंध अपनी जगह हैं, पाकिस्तान के साथ अपनी जगह।

जयशंकर ने भारतीयों के साथ संवाद के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में कहा था, ‘‘ईमानदारी से कहूं, तो इस संबंध से न तो पाकिस्तान को कोई फायदा हुआ है और न ही इससे अमेरिका के हितों को पूरा करने में मदद मिली है। 

तोक्यो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तोक्यो में अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा से मंगलवार को मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और जापान की विशेष रणनीतिक व वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। प्रधानमंत्री मोदी जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए तोक्यो पहुंचे हैं। किशिदा वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए मार्च में भारत आए थे, जबकि मोदी ‘क्वाड लीडर्स समिट' के लिए मई में जापान गए थे।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी और (जापान के) प्रधानमंत्री किशिदा के बीच द्विपक्षीय बैठक भारत-जापान की विशेष रणनीतिक व वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने की दोनों नेताओं की प्रतिबद्धता दिखाती है। पीएम मोदी के जापान पहुंचने से पहले उन्होंने कहा था कि ये बैठकें भारत-जापान संबंधों को गहरा करने की दिशा में दोनों नेताओं की प्रतिबद्धता रेखांकित करती है, खासकर वैश्विक महामारी के बाद की क्षेत्रीय व वैश्विक व्यवस्था को आकार देने के संदर्भ में....।''

मॉस्को: रूस के एक स्कूल में गोलीबारी में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा घायल हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एजेव्स्क शहर में गोलीबारी के बाद दहशत का माहौल है। वहीं गवर्नर और स्थानीय पुलिस का कहना है कि गोली चलाने वाले ने खुद को भी गोली मार ली। स्कूल को तत्काल खाली करा लिया गया है और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यहां के गवर्नर अलेक्जेंडर ब्रेशालोव ने कहा है कि स्कूल में पुलिस टीम मौजूद है। रिपोर्ट के अनुसार, गोलीबारी करने वाले व्यक्ति को पुलिस ने मृत बरामद किया है। मंत्रालय ने कहा कि प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार ऐसा लगता है कि उसने आत्महत्या की है। रूस गृह मंत्रालय ने एक टेलीग्राम चैनल पर यह जानकारी साझा की। इलाके के गवर्नर एलेक्ज़ेंडर ने पुष्टि की है कि हताहतों में बच्चे भी शामिल हैं।

पिछले साल भी पूर्वी मॉस्को में ऐसी ही घटना हुई थी। यहां 19 साल के एक शख्स ने फायरिंग कर दी थी जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में 7 बच्चे शामिल थे।

नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के मसले पर चीन और पाकिस्तान पर शनिवार को परोक्ष निशाना साधते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र में घोषित आतंकवादियों का बचाव करने वाले देश न तो अपने हितों और न ही अपनी प्रतिष्ठा को ध्यान में रख रहे हैं। जयशंकर ने यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि कभी-कभी घोषित आतंकवादियों का बचाव करने की हद तक यूएनएससी 1267 प्रतिबंध व्यवस्था का जो राजनीतिकरण करते हैं, वे अपने जोखिम पर ऐसा कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कोई भी टिप्पणी चाहे किसी भी मंशा से क्यों न की गई हो, कभी भी खून के धब्बे नहीं ढक सकती। विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘दशकों से सीमा पार आतंकवाद का खामियाजा भुगतता रहा भारत ‘जीरो टॉलरेंस' के दृष्टिकोण की दृढ़ता से वकालत करता है। हमारे विचार में आतंकवाद के किसी भी कृत्य को कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता है। कोई भी टिप्पणी, चाहे वह किसी भी मंशा से क्यों न की गई हो, कभी भी खून के धब्बे को ढक नहीं सकती।''

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