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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
संविधान की प्रस्तावना में भी संशोधन कर सकती है संसदः सुप्रीम कोर्ट

बीजिंग: चीन ने पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने को रोकने के लिये अपनी दूसरी तकनीकी अड़चन का बचाव करते हुए कहा कि भारत के आवेदन पर अलग-अलग राय थी और बीजिंग का कदम ‘प्रासंगिक पक्षों’ को विचार-विमर्श करने का और समय देगा। भारत की आलोचना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की समिति संख्या 1267 को सदस्य देशों द्वारा सौंपे गये आवेदन को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों की विशेष जरूरतों का अवश्य अनुपालन करना चाहिए। भारत ने कहा था कि अजहर पर प्रतिबंध के प्रयासों की राह में चीन की दूसरी तकनीकी अडचन खतरनाक संदेश भेजेगा। चीन 15 सदस्यीय यूएनएससी का एकमात्र सदस्य है जिसने अजहर पर प्रतिबंध का विरोध किया है। उसका का दावा है कि अजहर के खिलाफ भारत के आवेदन पर अलग-अलग राय है। भारत की कड़ी प्रतिक्रिया से जुड़े सवाल पर पीटीआई को भेजे गए लिखित जवाब में मंत्रालय ने कहा, ‘इस साल मार्च में किए गए भारत के आवेदन पर अब भी अलग-अलग राय है। इसपर तकनीकी रोक लगाना समिति को मामले पर विचार करने और संबंधित पक्षों को इसपर और विचार-विमर्श करने के लिए और समय मुहैया कराएगा।’ और विचार-विमर्श’ का उल्लेख वस्तुत: इस मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे विचार-विमर्श के संदर्भ में किया गया है।

वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की प्रचार मुहिम को वर्ष 2005 का उनका एक ऐसा वीडियो टेप सामने आने से बड़ा झटका लगा है जिसमें वह महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां करते दिखाई दे रहे हैं और इसके कारण ट्रंप को लोगों से माफी मांगनी पड़ी। ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ के पास मौजूद वीडियो में ट्रंप रेडियो एवं टीवी प्रस्तोता बिली बुश के साथ बातचीत के दौरान महिलाओं के बारे में, बिना सहमति के महिलाओं को छूने और उनके साथ यौन संबंध बनाने के बारे में बेहद अश्लील टिप्पणियां करते दिखाई दे रहे हैं। उनकी बात माइक्रोफोन पर आ गई। इन टिप्पणियों पर मचे बवाल के बाद ट्रंप ने कहा, ‘यह लॉकर रूम में किया गया मजाक था। यह एक निजी बातचीत थी जो कई वर्ष पहले हुई थी। बिल क्लिंटन ने गोल्फ कोर्स में मेरी बातों से भी कहीं अधिक बुरी बातें कहीं थीं।’ ट्रंप को अमूमन माफी मांगते नहीं देखा गया है लेकिन इस वीडियो टेप को लेकर हो रही चौतरफा आलोचना के बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी। उन्होंने माफी मांगते हुए कहा, ‘यदि इससे कोई अपमानित हुआ है, तो मैं माफी मांगता हूं।’’ राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने इन टिप्पणियों को लेकर ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यह शर्मनाक है। हम ऐसे व्यक्ति को राष्ट्रपति नहीं बनने दे सकते।’ उपराष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार टिम केन ने कहा, ‘इस प्रकार का व्यवहार घृणास्पद है। यह सुनकर मुझे घिन आती है।’ बाद में, ट्रंप ने टेप की गई माफी आज सुबह अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट की जिसमें उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी नहीं कहा कि मैं एक आदर्श इंसान हूं, मैंने कभी वह बनने का नाटक नहीं किया जो मैं नहीं हूं। मैंने ऐसी बातें कही हैं और की हैं जिनका मुझे अफसोस है और आज जारी किया गया एक दशक से भी पुराना यह वीडियो उन्हीं में से एक है।’ उन्होंने 91 सेकेंड के वीडियो में कहा, ‘जो कोई भी मुझे जानता है, वह यह जानता है कि ये शब्द जो दर्शाते हैं, मैं वह नहीं हूं। मैंने कहा कि यह गलत है और मैं माफी मांगता हूं।’ ट्रंप ने माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने अमेरिका के लिए बदलाव की बात करते हुए देशभर की यात्रा की। ‘और मेरी यात्राओं ने मुझे बदल दिया है।’ ट्रंप ने भविष्य में एक बेहतर व्यक्ति बनने का संकल्प लिया और कहा कि वह कभी भी देशवासियों को नीचा नहीं दिखाएंगे। उन्होंने कहा, ‘चलिए, ईमानदारी से बात करते हैं। हम वास्तविक दुनिया में रह रहे हैं। हमारे सामने आज जो महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, यह उनसे ध्यान भटकाने के अलावा कुछ नहीं है। हम अपनी नौकरियां खो रहे हैं, हम आठ वर्ष पहले की तुलना में अब उतने सुरक्षित नहीं है और वॉशिंगटन टूट गया है।’ रिएलिटी टीवी सितारे ट्रंप ने खुद पर आए संकट की सुई तत्काल अपनी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी के पति की ओर मोड़ने की कोशिश करते हुए कहा, ‘मैंने कुछ मूखर्तापूर्ण बातें कही है लेकिन अन्य लोगों के शब्दों और कार्यों में बहुत अंतर है।’ ट्रंप ने कहा, ‘बिल क्लिंटन ने वास्तव में महिलाओं का उत्पीड़न किया और हिलेरी ने उनसे :बिल क्लिंटन: पीड़ित हुई महिलाओं को परेशान किया, उन पर हमला किया, उन्हें बेइज्जत किया और धमकाया। हम आगामी दिनों में इस पर चर्चा करेंगे। रविवार को बहस के दौरान आपसे मुलाकात होगी।’ दोनों पार्टियों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की रविवार को दूसरी बहस होनी है। ऐसे समय में इस वीडियो के सामने आने से ट्रंप की प्रचार मुहिम को गहरा झटका लग सकता है। ट्रंप ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, ‘‘मैंने उन शोकाकुल मांओं के साथ समय बिताया जिन्होंने अपने बच्चे खो दिए हैं, मैंने नौकरी से निकाले गए उन कर्मियों के साथ समय बिताया जिनकी नौकरियां दूसरे देशों में चली गई हैं और मैंने विभिन्न क्षेत्रों के उन लोगों से मुलाकात की, जो बेहतर भविष्य चाहते हंै। मैं हमारे देश के महान लोगों को जान गया हूं और उन्होंने मुझमें जो विश्वास दिखाया है, मैं उसके लिए बहुत आभारी हूं।’ इस बीच, खुद ट्रंप की पार्टी के लोगों ने भी उनकी माफी स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। प्रतिनिधि सभा के स्पीकर पॉल रयान ने एक बयान में कहा कि महिलाओं के बारे में ट्रंप की 2005 की टिप्पणियों से उन्हें घृणा हो रही है। ‘महिलाओं को एक वस्तु या देह के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, वे आगे बढ़ाए जाने एवं सम्मान के योग्य हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि श्री ट्रंप इस स्थिति से पूरी गंभीरता से निपटेंगे और देश को यह दिखाने के लिए काम करेंगे कि इस क्लिप में जो दिखाया गया है, वह महिलाओं का उससे कहीं अधिक सम्मान करते हैं।’ ट्रंप की पार्टी के प्रमुख रींसे प्रीबस ने कहा, ‘किसी भी महिला के बारे में इन शब्दों में या इस प्रकार से बात नहीं की जा सकती। कभी नहीं।’ रयान और ट्रंप रविवार रात को विस्कॉन्सिन में एक चुनावी रैली में भाग लेने वाले थे लेकिन अब ट्रंप इस रैली में भाग नहीं लेंगे और उनकी जगह रिपब्लिकन पार्टी के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार माइक पेंस इसमें शामिल होंगे। इस बीच सीनेटर जॉन मैकेन ने कहा, ‘डोनाल्ड ट्रंप की इन अपमानजनक टिप्पणियों को किसी भी तरीके से सही नहीं ठहराया जा सकता। किसी भी महिला के साथ ऐसा अनुचित व्यवहार नहीं होना चाहिए। इस आचरण के लिए केवल वह जिम्मेदार हैं और केवल उन्हें ही इसका परिणाम भुगतना चाहिए।’ इस बीच ‘द न्यूयार्क टाइम्स’ ने एक संपादकीय ने भी इस वीडियो को लेकर ट्रंप की आलोचना की।

वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने जलवायु परिवर्तन पर 2009 में हुए कोपेनहेगन शिखर सम्मेलन के समझौते के एक दिन पहले अपनी पत्नी एवं पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को सलाह दी थी कि गरीब देशों को चीन और भारत से कैसे दूर रखा जाए। बिल ने 17 दिसंबर, 2009 को हिलेरी को भेजे एक ईमेल में लिखा था, ‘पारदर्शिता जैसे मुद्दों पर गरीब देशों को भारत, चीन इत्यादि से दूर रखने के लिए तुम उन्हें यह चीज पेश कर सकती हो: चाहे वो जो भी प्रतिबद्धता करते हैं वह किसी विकल्प की उपलब्धता पर निर्भर होनी चाहिए, जो उनकी अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है।’ हिलेरी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा जलवायु परिवर्तन पर किसी समझौते पर पहुंचने की दिशा में मुहिम चलाने कोपेनहेगन में थे। चीन और भारत के नेतृत्व में कई देश इसका विरोध कर रहे थे। चीन और भारत तीसरी दुनिया का नेतृत्व करने की कोशिश कर रहे थे। बिल ने कहा, ‘मेरा सुझाव है कि तुम इसकी शुरूआत यह कहकर कर सकती हो कि अगर हम सही तरीके से इसे निबटें और सही वित्तीय विकल्प उपलब्ध कराएं तो यह चुनौती एक मौका बन सकती है क्योंकि पुरानी उर्जा अर्थव्यवस्था को अब उर्जा की उपलब्धि और खपत को नए तरीकों पर बढ़त हासिल नहीं है।’

पोर्ट ओ प्रिंस: भीषण तूफान ‘मैथ्यू’ के चलते दक्षिणी हैती में 900 ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। क्षेत्र के सीनेटर हर्वे फोरकांद ने बताया कि उन्होंने अब तक 400 मौतें दर्ज की हैं। कई इलाकों में अभी नहीं पहुंचा जा सका है। सुद की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने बताया घंटों चली तेज हवाओं और लगातार बारिश से देश का समूचा दक्षिणी हिस्सा जलमग्न हो गया। मैथ्यू ने मंगलवार को हैती में दस्तक दी थी। यह भीषण तूफान अमेरिका के फ्लोरिडा में पहुंच कर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। फ्लोरिडा में भी कई लोगों की मौत हो चुकी है। केयर हैती एनजीओ के निदेशक जीन माइकल विग्रेक्स के मुताबिक दक्षिणी हैती में 29,000 से अधिक मकान नष्ट हो गए हैं। ग्रांड अंसे के दक्षिणी विभाग जेरेमी में करीब 80% भवन नष्ट हो गए हैं। वहां करीब 30,000 बाशिंदे रहते हैं। मानवीय सहायता मामलों के संयुक्त राष्ट्र संयोजक के मुताबिक 21,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है जबकि 3.5 लाख लोगों को मदद की जरूरत है। इसने पेड़ उखाड़ दिए और पांच लाख लोगांे को बिजली से वंचित कर दिया। मैथ्यू को कल दूसरी श्रेणी के शक्तिशाली तूफान में रूप में मापा गया था।

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