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बर्लिन: जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने अमेरिका द्वारा सात देशों के लोगों की यात्रा पर लगाए गए प्रतिबंध की आलोचना करते हुए आज कहा कि इसमें मुसलमान विरोधी पूर्वाग्रह की बू आती है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लागू किए गए उपायों को लेकर संवाददाताओं से कहा, ‘आतंकवाद के खिलाफ जरूरी एवं साथ ही दृढ़ लड़ाई किसी भी रूप में एक खास धर्म के लोगों के खिलाफ सामान्य संदेह को सही नहीं ठहराती, और इस मामले में यह खास धर्म इस्लाम है या एक खास पृष्ठभूमि के लोग हैं।’ उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेंको के साथ बातचीत से पहले कहा, ‘मेरा मानना है कि यह रूख शरणार्थियों के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग के मूल सिद्धांतों के उलट है।’ चांसलर ने कहा कि जर्मनी का विदेश मंत्रालय ‘खासकर उन लोगों के मामले में कानूनी स्थिति को साफ करने के लिए अपनी क्षमता में सबकुछ करेगा’ जिनके पास जर्मनी और प्रतिबंधित सूची में शामिल देशों की दोहरी नागरिकता है।

लाहौर: पाक मीडिया में सोमवार को आई खबर के मुताबिक मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद को नजरबंद कर दिया है। पाक सरकार उसके मुखौटा संगठन जमात-उद-दावा को भी प्रतिबंधित करने की तैयारी कर रही है। पाकिस्तानी चैनल दुनिया पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम नुक्ता-ए-नजर के प्रस्तोता अजमल जामी ने बताया कि सईद को लाहौर के चौबुर्जी स्थित कदासियाह मस्जिद से हिरासत में लिया गया। इसके बाद उसे नजरबंद कर दिया गया। इसके साथ ही जमात-उद-दावा के मुरीदका इलाके में स्थित मुख्यालय को भी पुलिस खंगाल रही है। खबर लिखे जाने तक मुख्यालय में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी मौजूदा थे। जमात-उद-दावा को पहले ही इसका अंदाजा था। इसलिए संगठन ने अपने झंडों के स्थान पर पाकिस्तानी झंडे लगाए थे। गौरतलब है कि अमेरिका ने हाफिज सईद के सिर पर एक करोड़ डॉलर इनाम की घोषणा की है। अमेरिकी सख्ती का खौफ नुक्ता-ए- नजर कार्यक्रम में मौजूद विश्लेषक मुजिब उर रहमान शमी ने कहा कि सईद और जमात उद दावा के मुद्दे पर अमेरिका सख्त है। जामी ने कहा, पाक गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान की ओर से सोमवार को दिया बयान इन कयासों को पुख्ता करता है। इस बयान में चौधरी ने कहा था जमात-उद-दाव वर्ष 2010 से ही सुरक्षा एजेंसियों की नजर में है। यह संस्था संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधित संगठनों की सूची में शामिल है।

अदन: ट्रंप प्रशासन के तहत यमन पर अमेरिका के पहले हमले में आज अल कायदा के 41 संदिग्ध आतंकवादी मारे गए जबकि 16 आम नागरिकों की भी जान गई है। एक प्रांतीय अधिकारी और साथ ही एक कबायली सूत्र ने बताया कि बैदा प्रांत के यकला जिले पर तड़के हुए हमले में आठ महिलाओं और आठ बच्चों की भी मौत हो गई। अमेरिकी हमले का निशाना बने क्षेत्र के सूत्रों ने बताया कि हमला अल-कायदा से संबंद्ध तीन कबायली सरदारों के घरों को लक्ष्य कर के किया गया था। प्रांतीय अधिकारी ने बताया कि अपाचे हेलीकॉप्टर ने अल-कायदा के आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे एक स्कूल, मस्जिद और एक चिकित्सकीय प्रतिष्ठान को भी निशाना बनाया। अधिकारी और अन्य सूत्रों ने बताया कि इस हमले में जो तीन प्रमुख कबायली सरदार मारे गए उनकी शिनाख्त अब्दुल रउफ, सुलतान अल-जहाब और सैफ अलावाइ अज जॉफी के रूप में की गई है।

क्यूबेक सिटी: कनाडा के क्यूबेक में एक मस्जिद में शाम की नमाज के वक्त गनमैन्स ने खुले में फायरिंग की। क्यूबेक सिटी की एक मस्जिद में बंदूकधारियों के गोलीबारी करने से कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई। क्यूबेक पुलिस के एक प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की कि कल देर रात हुई गोलीबारी में लोग मारे गए हैं। बहरहाल, प्रवक्ता ने यह नहीं बताया कि कितने लोग गोलीबारी में मारे गए। उन्होंने बताया कि गोलीबारी के सिलसिले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।

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