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संयुक्त राष्ट्र: एक कठोर संदेश में संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने कहा कि ट्रंप प्रशासन में उनका देश विश्व निकाय में अपनी ताकत दिखाएगा। साथ ही अमेरिका अपने विपक्षियों के रूख देखेगा और फिर उचित कार्रवाई करेगा। संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेस को अपना परिचय पत्र सुपुर्द करने आई हेली ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘प्रशासन के साथ हमारा लक्ष्य संयुक्त राष्ट्र में मूल्य का प्रदर्शन करना है और जिस तरह हम अपना मूल्य प्रदर्शित करते हैं वह अपनी ताकत दिखाना, अपनी आवाज दिखाना है।’ दक्षिण कैरोलिना की गवर्नर रह चुकी हेली भारतीय मूल की प्रमुख अमेरिकी नेता हैं। उन्होंने ट्रंप प्रशासन के विरोधियों को एक कठोर संदेश देते हुए कहा कि अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ खड़ा होगा लेकिन उन राष्ट्रों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगा जो उसका समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि एक ‘नया अमेरिका संयुक्त राष्ट्र है। जिस तरह हम काम करते हैं उसमें आप तब्दीली देखने जा रहे हैं। यह अब कठोर काम करना नहीं है, यह ज्यादा स्मार्ट तरीके से काम करना है।’

वाशिंगटन: आव्रजन नीतियों में बदलाव करने और मैक्सिको से लगती अमेरिकी सीमा पर दीवार बनाने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विवादास्पद योजना के बीच एक नये सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है कि राष्ट्रपति के तौर पर पहले हफ्ते का उनका कामकाज बस 36 फीसदी अमेरिकी मतदाताओं को पसंद आया है। अमेरिकी अखबार पोलिटिको ने खबर दी है कि क्विन्निपियाक विश्वविद्यालय ने शुक्रवार से लेकर बुधवार तक ट्रंप के राष्ट्रपति के तौर पर उनके कामकाज पर सर्वेक्षण कराया जिससे पता चलता है कि 44 फीसदी लोगों को उनका कामकाज पसंद नहीं आया। कल जारी इस सर्वेक्षण में 19 फीसदी लोग अनिर्णय की दशा में नजर आए। यह नया आंकड़ा ऐसे वक्त में आया है जब पिछले ही हफ्ते शुक्रवार और शनिवार को गैलप द्वारा कराए गए ऐसे सर्वेक्षण में पता चला था कि व्हाइट हाउस में ट्रंप के शुरूआती दिनों की रेटिंग आधुनिक दौर में किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति को मिली रेटिंग में सबसे कम है। नवीनतम सर्वेक्षण में बस चार फीसदी डेमोक्रेट ने ट्रंप के कामकाज को पसंद किया जबकि 77 फीसदी डेमोक्रेट ने उन्हें अस्वीकार कर दिया। बहरहाल, रिपब्लिकनों में उनका जादू कायम है।

इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने आरोप लगाया कि इस्लामाबाद में दक्षेस बैठक का बहिष्कार करने वाले भारत ने मंच की प्रक्रिया बाधित की और उसके चार्टर की भावना का ‘उल्लंघन’ किया। अजीज ने पाकिस्तान के दौरे पर आए दक्षेस के निवर्तमान महासचिव अर्जुन बहादुर थापा के साथ एक बैठक के दौरान यह कहा। विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान नवंबर में 19वें शिखर सम्मेलन में दक्षेस नेताओं का स्वागत करने के लिए उत्साहित था लेकिन भारत ने दक्षेस की प्रक्रिया बाधित किया तथा दक्षेस चार्टर की भावना का उल्लंघन किया तो शिखर सम्मेलन सम्मेलन स्थगित कर दिया गया। विदेश कार्यालय के अनुसार अजीज ने बैठक में कहा, ‘पाकिस्तान इस्लामाबाद में जल्द से जल्द 19वें दक्षेस शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि दक्षेस के तत्वाधान में क्षेत्रीय सहयोग के उद्देश्य ज्यादा उत्साह के साथ पूरे किए जा सकें।’ उन्होंने दक्षिण एशिया के लोगों के कल्याण को बढ़ावा देने, उनकी जीवन गुणवत्ता सुधारने, आर्थिक प्रगति, सामाजिक उत्थान एवं सांस्कृतिक सहयोग के लिए दक्षेस के तत्वाधान में क्षेत्रीय सहयोग को लेकर पाकिस्तान की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। अजीज ने कहा कि कई अवरोधों और चुनौतियों के कारण दक्षेस अपने संस्थापक सदस्यों द्वारा अपने लिए तय की गयी दृष्टि को पूरा नहीं कर पाया है।

लंदन: व्हाइट हाउस ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे का नाम तीन-तीन बार गलत लिखा और इस कारण एक पॉर्न स्टार के नाम के साथ भ्रम की स्थिति पैदा हो गयी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन से जुड़ा एक कर्मी शुक्रवार की वार्ता के कार्यक्रम से जुड़े दस्तावेज में टेरीजा के नाम में ‘एच’ लिखना भूल गया। ‘द मिरर’ की रिपोर्ट के अनुसार व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव के कार्यालय की ओर से जारी दैनिक कार्यक्रम में कहा गया, ‘दोपहर में राष्ट्रपति ब्रिटेन की प्रधानमंत्री ‘टेरेसा मे’ के साथ द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे।’ गौरतलब है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री के नाम में टी के बाद एच लिखा जाता है लेकिन अधिकारी ‘एच’ अक्षर लिखना भूल गया। हालांकि एक अन्य स्थान पर उनके नाम का उच्चारण सही किया गया। कार्यक्रम में एक बार फिर लिखा गया कि राष्ट्रपति ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे के साथ लंच के दौरान चर्चा करेंगे। उप राष्ट्रपति के कार्यालय की ओर से जारी एक नोट में भी यह गलती दोहराई गयी। बहरहाल, उसी कार्यालय की ओर से जारी एक अन्य नोटिस में नाम में पूरी तरह सुधार किये जाने से पहले एक अन्य स्थान पर उनके नाम का उच्चारण सही किया गया। दरअसल टेरेसा मे एक पूर्व मॉडल और पॉर्न अभिनेत्री का नाम है। पिछले वर्ष गर्मियों में प्रधानमंत्री की दौड़ में ट्विटर पर अभिनेत्री टेरेसा मे का नाम भी सामने आया था।

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