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वाशिंगटन: आर्नोल्ड स्वाजनेगर ने डोनाल्ड ट्रम्प से कहा कि उन्हें आपस में नौकरियां बदल लेनी चाहिए ताकि ‘लोग फिर चैन से सो सकें’। हॉलीवुड एक्शन हीरो की मेजबानी वाली रियलिटी शो की रेटिंग कम होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने उनपर चुटकी ली थी, जिसके जवाब में स्वाजनेगर ने उक्त बात कही। टर्मिनेटर स्टार और कैलिफोर्निया के पूर्व राज्यपाल ने हाल ही में रियलिटी शो मेजबान के रूप में ट्रम्प का स्थान लिया है। शो का नया नाम ‘द न्यू सेलिब्रेटी एपरेंटिस’ है। धार्मिक नेताओं और कांग्रेस के सदस्यों की वाषिर्क धार्मिक बैठक ‘नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट’ के दौरान कल 70 वर्षीय ट्रम्प ने 69 वर्षीयहॉलीवुड स्टार पर चुटकी लेते हुए कहा था, ‘उन्होंने बड़े, बहुत बड़े फिल्म स्टार आर्नोल्ड स्वाजनेगर को मेरी जगह लेने के लिए नियुक्त किया। और हम जानते हैं कि नतीजा क्या रहा। रेटिंग बिल्कुल रसातल में चली गयीं। यह बड़ी मुसीबत है।’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘और मार्क (एपरेंटिस के निर्माता, बर्नेट मार्क) फिर से कभी ट्रम्प के खिलाफ दाव नहीं लगाएंगे।’ फिर उन्होंने धार्मिक नेताओं से प्रार्थना करने को कहा। राष्ट्रपति ने कहा, ‘मैं बस आर्नोल्ड के लिए प्रार्थना करना चाहता हूं, यदि हम कर सें तो, रेटिंगस के लिए।’ स्वाजनेगर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो क्लिप पोस्ट कर ट्रम्प को जवाब दिया है। उन्होंने कहा है, ‘हेलो डोनाल्ड, मेरे पास एक अच्छा विचार है। हम अपने काम क्यों नहीं बदल लेते हैं?

वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल के बीच शरणार्थी समझौते को लेकर गत सप्ताह टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान नोकझोंक होने की रिपोर्ट हैं। ट्रंप ने बाद में ट्विटर पर इस समझौते को ‘मूक करार’ बताया। अमेरिकी दैनिक ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ के मुताबिक ट्रंप ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय शरणार्थी समझौते को लेकर टर्नबुल की आलोचना की और इसके बाद अचानक फोन काट दिया। आस्ट्रेलिया, अमेरिका का करीबी सहयोगी माना जाता है। अमेरिका जिन पांच देशों के साथ नियमित रूप से संवेदनशील खुफिया जानकारी साझा करता है उनमें से एक ऑस्ट्रेलिया भी है। इसके चलते दोनों नेताओं के बीच सुचारू बातचीत होने की संभावना जतायी जा रही थी। अखबार ने ट्रंप के हवाले से कहा कि उन्होंने उस दिन विश्व के चार नेताओं से हुई बातचीत में ‘इसे अब तक की सबसे खराब बातचीत’ बताया। आस्ट्रेलियाई सरकार के सूत्रों ने ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉपरेरेशन को बताया कि यह रिपोर्ट ‘उल्लेखनीय हद तक सही’ है। टर्नबुल ने कहा कि वह निराश है कि ‘बेहद स्पष्टवादिता वाली’ बातचीत की जानकारी लीक की गयी। उन्होंने सिडनी रेडियो स्टेशन 2जीबी से कहा, ‘फोन कॉल के संबंध में मैं बहुत निराश हूं कि वाशिंगटन में इस बातचीत की जानकारी लीक की गयी। लेकिन मैं यह बता दूं कि यह रिपोर्ट सही नहीं है कि राष्ट्रपति ने फोन रख दिया था। बातचीत शिष्टतापूर्वक पूरी हुई थी।’

मास्को: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नकशेकदम पर चलते हुए अब कुवैत ने भी पांच मुस्लिम देशों के नागरिकों पर प्रतिबंध लगा दिया है। कुवैत की प्रतिबंधित देशों की लिस्ट में पाकिस्तान भी शामिल है। संयुक्त अरब अमीरात की वेबसाई अल मसदार न्यूज के हवाले से कहा गया है कि कुवैत सरकार ने अप्रवासियों से अपील की है कि लोग यहां आने के लिए वीजा के लिए आवेदन न दें। कुवैत ने जिन पांच देशों पर प्रतिबंध लगाया है उनमें - सीरिया, इराक, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान हैं। अमेरिका के बाद कुवैत द्वारा इस्लामिक देशों पर बैन लगाना धार्मिक कट्टरता के नाम पर हो रही आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने का बड़ा प्रयास माना जा रहा है। इससे पहले कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद को रोकने के लिए लिए अमेरिका ने इराक, सीरिया, ईरान, सुडान, लीबिया और यमन पर 90 दिनों के लिए प्रतिबंध लगाया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने दुनियाभर से आ रहे शरणार्थियों पर 120 दिन के लिए रोक लगा दी है। वहीं पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी खबरों को खंडन किया गया है। जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, कुवैत में मौजूद पाकिस्तान के राजदूत ने कहा है कि कुवैत सरकार ने पाकिस्तान पर वीजा बैन नहीं लगाया है।

बीजिंग: चीन ने कथित तौर पर एक मिसाइल के नए संस्करण का परीक्षण किया है जो एक साथ दस परमाणु मुखास्त्रों (वॉरहेड्स) को ले जाने में सक्षम है। यह चीन की परमाणु क्षमता में खासा इजाफा होने का संकेत है। इसे अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के समक्ष चीन की संभावित सैन्य क्षमता के प्रदर्शन की तैयारी के तौर पर देखा जा सकता है। वॉशिंगटन फ्री बीकन की खबर के मुताबिक मिसाइल डीएफ-5सी का दस मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीन्ट्री व्हिकल्स या एमआईआरवी के साथ उड़ान परीक्षण पिछले महीने किया गया। दो अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने इन निष्क्रिय मुखास्त्रों के परीक्षण पर कड़ी नजर रखी। दस नकली मुखास्त्रों से लैस डांगफेंग-5सी मिसाइल को शांक्सी प्रांत में तैयुआन स्पेस लांच सेंटर से लांच किया गया जो पश्चिम चीन में रेगिस्तान में जाकर गिरी। यह मिसाइल अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल डीएफ-5 का ही नया संस्करण है जो 1980 के दशक की शुरूआत में सेवा में आई थी। रिपोर्ट में पेंटागन के प्रवक्ता कमांडर गेरी रॉस के हवाले से कहा गया, ‘रक्षा मंत्रालय चीन की सैन्य गतिविधियों पर नियमित तौर पर नजर रख रहा।’

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