लाहौर: पाक मीडिया में सोमवार को आई खबर के मुताबिक मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद को नजरबंद कर दिया है। पाक सरकार उसके मुखौटा संगठन जमात-उद-दावा को भी प्रतिबंधित करने की तैयारी कर रही है। पाकिस्तानी चैनल दुनिया पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम नुक्ता-ए-नजर के प्रस्तोता अजमल जामी ने बताया कि सईद को लाहौर के चौबुर्जी स्थित कदासियाह मस्जिद से हिरासत में लिया गया। इसके बाद उसे नजरबंद कर दिया गया। इसके साथ ही जमात-उद-दावा के मुरीदका इलाके में स्थित मुख्यालय को भी पुलिस खंगाल रही है। खबर लिखे जाने तक मुख्यालय में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी मौजूदा थे। जमात-उद-दावा को पहले ही इसका अंदाजा था। इसलिए संगठन ने अपने झंडों के स्थान पर पाकिस्तानी झंडे लगाए थे। गौरतलब है कि अमेरिका ने हाफिज सईद के सिर पर एक करोड़ डॉलर इनाम की घोषणा की है। अमेरिकी सख्ती का खौफ नुक्ता-ए- नजर कार्यक्रम में मौजूद विश्लेषक मुजिब उर रहमान शमी ने कहा कि सईद और जमात उद दावा के मुद्दे पर अमेरिका सख्त है। जामी ने कहा, पाक गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान की ओर से सोमवार को दिया बयान इन कयासों को पुख्ता करता है। इस बयान में चौधरी ने कहा था जमात-उद-दाव वर्ष 2010 से ही सुरक्षा एजेंसियों की नजर में है। यह संस्था संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधित संगठनों की सूची में शामिल है।
इसके जरिये उन्होंने माना कि पाकिस्तान सरकार ने हाफिज और उसके संगठन पर सख्ती नहीं की। जानकार पाकिस्तान के इस कदम को शक की निगाह से देख रहे हैं, क्योंकि पहले भी पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय दबाव से बचने के लिए आतंकियों को कुछ समय के लिए नजरबंद कर देता है। मामला शांत होने पर उन्हें रिहा कर दिया जाता है। मुंबई हमले के ही एक अन्य आरोपी जकीउर रहमान लखवी इसका उदाहरण है।