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इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान नौवहन की स्वतंत्रता और कानूनी समुद्री व्यवस्था को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। कराची के तट के निकट अरब सागर में पांच दिवसीय ‘अमन 17’ नौसैनिक अभ्यास की शुरूआत हुई जिसमें 37 देश हिस्सा ले रहे हैं। अमेरिका, चीन और रूस जैसे बड़े देश इस सैन्य अ5यास का हिस्सा हैं, लेकिन भारत इसमें भाग नहीं ले रहा है। पाकिस्तानी बेड़े के कमांडर वायस एडमिरल आरिफुल्ला हुसैनी ने कराची गोदी पर राष्ट्रध्वज फहराकर इस अभ्यास की शुरूआत की। पाक नौसेना की ओर से जारी बयान के अनुसार इस नौसैनिक अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए नौ देशों के समूह पहुंच चुके हैं। शरीफ ने इस अभ्यास में शामिल होने वाले सभी देशों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अरब सागर की समुद्री सुरक्षा में बड़ी भूमिका रखने की वजह से पाकिस्तान नौवहन की स्वतंत्रता और कानूनी समुद्री व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर प्रतिबद्ध है।

लंदन: ब्रिटेन के एक सिख समूह ने विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय को पत्र लिखकर वर्ष 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार में ब्रिटेन की कथित संलिप्तता के बारे में सार्वजनिक जांच कराने की मांग की है। ब्रिटेन स्थित सिख फेडरेशन यूके एक रिपोर्ट पर काम कर रहा है जिसका शीषर्क है ‘सेक्रिफाइसिंग सिख्स: दि नीड फॉर एन इनवेस्टीगेशन’ है। रिपोर्ट में, इस सैन्य कार्रवाई में ब्रिटेन की कथित भूमिका से संबंधित सबूत होने का दावा किया है। विदेश मंत्रालय में भारत एवं प्रशांत के प्रभारी तथा मंत्री भारतीय मूल के आलोक शर्मा को संबोधित करके लिखे गए इस पत्र में कहा गया है, ‘यह सार्वजनिक महत्व का विषय है, आरोपों की प्रभावी एवं पारदर्शी तरीके से जांच की जाये।’ पत्र में दावा किया गया है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार में ब्रिटेन की संलिप्तता के लिए वर्ष 2014 में की गई हेवुड समीक्षा ‘त्रुटिपूर्ण’ रही क्योंकि इसमें ‘सीधे तौर पर प्रासंगिक’ सामग्री पर विचार ही नहीं किया गया। इस मामले की समीक्षा तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने करवाई थी। विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय ने दो फरवरी को इस पत्र की प्राप्ति सूचना में कहा कि विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय आपके पत्र में उठाये गये बिन्दुओं पर विचार कर रहा है।

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चीनी समकक्ष शी चिनफिंग के साथ बातचीत के दौरान यू-टर्न लेते हुए दशकों पुरानी ‘एक चीन’ नीति का सम्मान करने पर सहमति जताई है। ट्रंप और शी की फोन पर हुई बातचीत के बाद व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और राष्ट्रपति ट्रंप चीनी राष्ट्रपति शी के अनुरोध पर ‘एक चीन’ की नीति का सम्मान करने पर राजी हो गए।’ चीनी सरकारी मीडिया की खबर के अनुसार, शी ने ट्रंप की ओर से एक चीन नीति को दी गई मंजूरी की सराहना की है। व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका और चीन के प्रतिनिधि आपसी हित से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर बातचीत और चर्चा करेंगे। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप और राष्ट्रपति शी के बीच फोन पर हुई बातचीत बेहद सौहार्दपूर्ण थी और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के देश के लोगों को शुभकामनाएं दीं।’ व्हाइट हाउस के अनुसार, दोनों ने एक-दूसरे को अपने-अपने देश आने का न्योता भी दिया। दोनों नेताओं के बीच चली ‘लंबी बातचीत’ के बारे में व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप और शी बेहद सफल नतीजों वाली आगामी बातचीत का इंतजार कर रहे हैं। ट्रंप ने अपने निर्वाचन के बाद कहा था कि ताइवान पर ‘एक चीन’ की नीति पर बात हो सकती है और वह इसके प्रति पूर्णत: प्रतिबद्ध नहीं हैं। चीन ने पलटवार करते हुए कहा था कि ताइवान को चीनी भूभाग का हिस्सा बताने वाली ‘एक चीन’ की नीति पर ‘बातचीत नहीं की जा सकती।

वाशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी बेटी के डिजाइन किये हुये कपड़ों की बिक्री नहीं करने पर डिपार्टमेंटल स्टोर श्रंखला चलाने वाली कंपनी नॉर्डस्ट्रॉम को फटकार लगायी है। जिसके बाद एक बार फिर से ट्रंप परिवार के कारोबार के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति का अत्यधिक मोह उजागर हो गया है। कंपनी ने कल इस सार्वजनिक फटकार को व्यापारिक हित के लिए संभावित उलझन बताया, जो पिछले माह ट्रंप के कार्यालय संभालने के बाद शुरू हुयी थी। हालांकि बाद में व्हाइट हाउस ने इसका बचाव किया। अमेरिकी कानून प्रवर्तन एजेंसी को संबोधित करने के बाद ट्रंप ने अपने एक ट्वीट के जरिये फुटकर बिक्री करने वाली कंपनी को फटकार लगायी। कंपनी ने पिछले सप्ताह अपनी बिक्री खराब रहने के कारण ट्रंप की पुत्री इवांका के फैशन कपड़ों की बिक्री नहीं करने का निर्णय किया था। ट्रंप ने ट्विटर पर लिखा, ‘नॉर्डस्ट्रॉम ने मेरी पुत्री इवांका के साथ अच्छा वर्ताव नहीं किया।’ उन्होंने लिखा, ‘वह अच्छी लड़की है..हमेशा मुझे सही बात करने के लिए कहती है।.भयानक.।’ उल्लेखनीय है कि नवंबर में आश्चर्यजनक रूप से राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद, ट्रंप सोशल मीडिया ट्विटर के जरिये बाहर के व्यक्तियों को नौकरी देने के लिए जनरल मोटर्स पर और कथित तौर पर विमानों के लिए संघीय सरकार से ज्यादा कीमत वसूलने के लिए बोइंग समेत अलग अलग कई कंपनियों को आड़े हाथों ले चुके हैं।

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