लंदन: ब्रिटेन के एक सिख समूह ने विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय को पत्र लिखकर वर्ष 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार में ब्रिटेन की कथित संलिप्तता के बारे में सार्वजनिक जांच कराने की मांग की है। ब्रिटेन स्थित सिख फेडरेशन यूके एक रिपोर्ट पर काम कर रहा है जिसका शीषर्क है ‘सेक्रिफाइसिंग सिख्स: दि नीड फॉर एन इनवेस्टीगेशन’ है। रिपोर्ट में, इस सैन्य कार्रवाई में ब्रिटेन की कथित भूमिका से संबंधित सबूत होने का दावा किया है। विदेश मंत्रालय में भारत एवं प्रशांत के प्रभारी तथा मंत्री भारतीय मूल के आलोक शर्मा को संबोधित करके लिखे गए इस पत्र में कहा गया है, ‘यह सार्वजनिक महत्व का विषय है, आरोपों की प्रभावी एवं पारदर्शी तरीके से जांच की जाये।’ पत्र में दावा किया गया है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार में ब्रिटेन की संलिप्तता के लिए वर्ष 2014 में की गई हेवुड समीक्षा ‘त्रुटिपूर्ण’ रही क्योंकि इसमें ‘सीधे तौर पर प्रासंगिक’ सामग्री पर विचार ही नहीं किया गया। इस मामले की समीक्षा तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने करवाई थी। विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय ने दो फरवरी को इस पत्र की प्राप्ति सूचना में कहा कि विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय आपके पत्र में उठाये गये बिन्दुओं पर विचार कर रहा है।
आपको जल्द ही इसके बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी।