वॉशिंगटन: ट्रंप प्रशासन में संघीय कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर छंटनी की जा रही है, जिसने पूरे अमेरिका में हलचल मचा दी है। बीते कुछ दिनों में ही हजारों संघीय कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई कर्मचारियों को तो माइक्रोसॉफ्ट टीम पर वीडियो कॉल के जरिए नौकरी से निकाला जा रहा है।
करीब दो लाख सरकारी कर्मचारी होंगे प्रभावित
ट्रंप सरकार के इस फैसले से प्रोबेशनरी कर्मचारी सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं और करीब दो लाख कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है।
छंटनी का नया दौर शुक्रवार को शुरू हुआ, जिसमें अमेरिकी सरकार के आंतरिक विभाग से करीब 2300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया, वे सार्वजनिक भूमि, राष्ट्रीय उद्यान और तेल-गैस के पट्टों के प्रबंधन से जुड़े थे। इस छंटनी की आलोचना इस वजह से भी हो रही है कि सरकार कर्मचारियों को अपने बचाव का मौका भी नहीं दे रही है।
सरकारी कर्मचारियों को वीडियो कॉल के जरिए नौकरी से निकाला जा रहा है। कई कर्मचारियों को अपना सामान बांधने के लिए महज 30 मिनट का समय दिया जा रहा है। वहीं कई कर्मचारियों को ईमेल के जरिए नौकरी से निकाला गया।
संघीय सरकार के आकार को करने की हो रही कोशिश
गौरतलब है कि साल 2022 में एक ब्रिटिश शिपिंग कंपनी ने अपने 700 से ज्यादा कर्मचारियों को जूम कॉल पर नौकरी से निकाल दिया था। उस वक्त कंपनी के इस कदम की पूरी दुनिया में खूब आलोचना हुई थी और कंपनी के खिलाफ मुकदमा भी दायर हो गया था। अब अमेरिकी सरकार ऐसा ही सलूक कुछ अपने सरकारी कर्मचारियों से कर रही है। अमेरिकन फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट एंप्लॉइज के प्रमुख एवरेट केली ने कर्मचारियों की इस तरह छंटनी की कड़ी निंदा की और आरोप लगाया कि कर्मचारियों को निकालने में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। उन्होंने सरकार के कदम के खिलाफ कानूनी विकल्प अपनाने की बात कही। उल्लेखनीय है कि सरकारी दक्षता विभाग, जिसका नेतृत्व एलन मस्क कर रहे हैं, वही सरकारी कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है। सरकारी दक्षता विभाग संघीय सरकार के आकार को छोटा करने और लागत को कम करने के उद्देश्य से काम कर रहा है।