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वाशिंगटन: अमेरिका और रूस के प्रतिनिधिमंडल ने रूस-यूक्रेन युद्ध का समाधान निकालने के लिए यूक्रेन की मौजूदगी के बिना मंगलवार को रियाद में एक बैठक की। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिकी-रूस वार्ता में शामिल पक्षों ने यूक्रेन में शांति स्थापित करने, आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक उच्च स्तरीय टीम बनाने पर सहमति जताई है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी इस दौरान मौजूद रहे।

रुबियो ने बताया कि दूतावास में कर्मचारियों की संख्या बहाल करने पर भी सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों में की गई कार्रवाइयों ने दोनों देशों के राजनयिक मिशनों की संचालन क्षमता को कम कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, "हमें ऐसे जीवंत राजनयिक मिशनों की जरुरत होगी जो इस प्रक्रिया को जारी रखने के लिए कार्य करने में सक्षम हों।" रूबियो ने कहा कि केवल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ही 'युद्ध (यूक्रेन में) को खत्म करने में सक्षम हैं।

क्रेमलिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि रियाद में अमेरिका-रूस वार्ता 'सकारात्मक' प्रगति के साथ संपन्न हुई।

उन्होंने कहा कि यह सभी मुद्दों पर एक गंभीर बातचीत थी। दोनों पक्ष एक-दूसरे के हितों को ध्यान में रखने पर सहमत हुए। अमेरिका और रूसी अधिकारियों ने मंगलवार को रियाद में चार घंटे से अधिक समय तक बातचीत की।

हालांकि यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगी इसमें शामिल नहीं थे। जेलेंस्की और अन्य यूरोपीय नेता चिंतित हैं कि ट्रंप मास्को के साथ जल्दबाजी में कोई समझौता कर सकते हैं, जो उनके सुरक्षा हितों की अनदेखी करेगा और पुतिन को भविष्य में यूक्रेन या अन्य देशों को धमकाने के लिए स्वतंत्र छोड़ देगा। अमेरिकी-रूस प्रतिनिधियों की यह बैठक यूरोपीय नेताओं के लिए भी एक झटका है जो कि यूक्रेन संकट के समाधान में एक बड़ी भूमिका निभाना चाहते हैं। वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि वह उन वार्ताओं पर आधारित किसी भी समझौते को मान्यता नहीं देंगे जिनमें वह शामिल नहीं है।

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