वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर हैं। डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली अमेरिका यात्रा के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की। वहीं अब उनकी मुलाकात राष्ट्रपति ट्रंप के साथ होगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'अमेरिका फर्स्ट' व्यापार एजेंडे तथा सख्त आव्रजन नीति को लेकर भारत में व्याप्त चिंताओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें हैं। पीएम मोदी की यह मुलाकात ऐसे वक्त में हो रही है जब हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने 104 भारतीयों को एक सैन्य विमान से देश वापस भेजा था।
राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उत्सुक हूं: मोदी
पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर तस्वीरों के साथ पोस्ट किया, राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं। पीएम मोदी ने कहा, दोनों देश अपने लोगों के लाभ और बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।
पीएम मोदी की मस्क से मुलाकात;अंतरिक्ष-प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों पर हुई चर्चा
एलन मस्क से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पर लिखा वाशिंगटन डीसी में एलन मस्क के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई। हमने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जिनमें वे मुद्दे भी शामिल हैं, जैसे कि अंतरिक्ष, गतिशीलता, प्रौद्योगिकी और नवाचार। मैंने सुधार और 'न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन' को आगे बढ़ाने की दिशा में भारत के प्रयासों के बारे में बात की। उन्होंने यह भी लिखा कि एलन मस्क के परिवार से मिलना और विभिन्न विषयों पर बातचीत करना बहुत आनंददायक था।
वाल्ट्ज से हुई रणनीतिक संबंधों और वैश्विक सुरक्षा पर बातचीत
अमेरिकी एनएसए माइकल वाल्ट्ज से मुलाकात के बाद पीएम ने सोशल मीडिया पर लिखा, अमेरिकी एनएसए माइकल वाल्ट्ज से बेहद लाभप्रद मुलाकात हुई। वाल्ट्ज हमेशा से भारत के घनिष्ठ मित्र रहे हैं। रक्षा, तकनीक और सुरक्षा भारत-अमेरिका संबंधों के महत्वपूर्ण आयाम हैं और इन मुद्दों पर वाल्ट्ज से अच्छी बातचीत हुई। दोनों देशों में एआई, सेमीकंडक्टर, अंतरिक्ष व अन्य क्षेत्रों में सहयोग की बहुत अधिक क्षमता है। वहीं, वाल्ट्ज से मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, पीएम मोदी और एनएसए वाल्ट्ज के बीच हुई भेंट में दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों के बारे में अर्थपूर्ण चर्चा हुई।
वाल्ट्ज भारत के बहुत अच्छे मित्र: मोदी
पीएम मोदी ने अमेरिकी एनएसए माइक वाल्ट्ज से मुलाकात के बाद एक्स पर लिखा कि एनएसए माइक वाल्ट्ज के साथ बैठक सफल रही। वह हमेशा से भारत के बहुत अच्छे मित्र रहे हैं। रक्षा, प्रौद्योगिकी और सुरक्षा भारत-अमेरिका संबंधों के महत्वपूर्ण पहलू पर हमारी बहुत अच्छी चर्चा हुई। एआई, सेमीकंडक्टर, अंतरिक्ष और अन्य क्षेत्रों में सहयोग की प्रबल संभावना है।
इन मुद्दों पर भी हो सकती है वार्ता
पीएम मोदी की यह यात्रा ऐसे वक्त में हो रही है जब हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने 104 भारतीयों को एक सैन्य विमान से देश वापस भेजा था। इससे भारत में आक्रोश फैला था। अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतवंशियों के सम्मानजनक निर्वासन पर दोनों नेताओं में वार्ता हो सकती है। इसके अलावा एक और बड़ा मुद्दा व्यापार का है क्योंकि ट्रंप की नीति प्रतिद्वंद्वियों और सहयोगियों दोनों पर शुल्क लगाने की है। मोदी की अमेरिका यात्रा ट्रंप द्वारा अमेरिका में वैश्विक इस्पात और एल्यूमीनियम आयात पर 25% शुल्क की घोषणा के तुरंत बाद हुई है। इस कदम से अमेरिका को इन धातुओं का निर्यात करने वाली भारतीय कंपनियों पर असर पड़ सकता है। भारत ने पहले ही संकेत दिया है कि वह इस संवेदनशील मुद्दे पर ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान अपनाए गए सख्त रुख के विपरीत अधिक समझौतावादी रुख अपनाने के लिए तैयार है।
राष्ट्रपति ट्रंप के साथ पीएम मोदी की होने वाली बैठक में दोनों नेता व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, प्रौद्योगिकी, आव्रजन जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि अपनी निजी मित्रता के लिए मशहूर मोदी और ट्रंप की बैठक किस तरह का व्यापक संकेत देती है। बातचीत में आव्रजन और शुल्क जैसे संवेदनशील मुद्दों पर फोकस रहने की उम्मीद है।