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गुवाहाटी: असम से लोकसभा सांसद और ऑल इंडिया यूनाइडेट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) बदरुद्दीन अजमल ने आरोप लगाया है कि यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दोबारा केंद्र में सरकार बनी तो देशभर में यह 3500 मस्जिदों को ढहा देगी। धुबरी जिले के गौरीपुर में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एक रैली में बुधवार को अजमल ने राज्य की भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि यदि यह फिर जीत गई तो मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनकर बाहर नहीं निकल पाएंगी। 

भाजपा पर अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाने का आरोप लगाते हुए अजमल ने कहा, ''भाजपा ने देशभर के 3500 मस्जिदों की लिस्ट बना रखी है। यदि यह पार्टी फिर केंद्र में सत्ता में आई तो इन सभी मस्जिदों को ढहा दिया जाएगा।'' 2005 में बनी अजमल की पार्टी की मुस्लिम वोटर्स के बीच अच्छी पकड़ है। 126 सीटों वाली विधानसभा में एआईयूडीएफ के 14 विधायक हैं। मंगलवार को विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने एआईयूडीएफ, नव गठित आंचलिक गन मोर्चा (एजीएम) और तीन लेफ्ट पार्टियों, सीपीआई, सीपीआई-एम और सीपीआई-एमएल से चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की है।

राज्य में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। अजमल ने कहा कि भाजपा देश, महिला, मस्जिदों और दाढ़ी की दुश्मन है।  

रैली में जुटी भीड़ से सवाल करते हुए अजमल ने कहा, ''हम अपने घर के अंदर क्या खाते हैं क्या यह भाजपा फैसला करेगी? यदि आप सतर्क नहीं रहे और भाजपा असम में सत्ता में वापस आती है तो वे महिलाओं को बुर्का पहनकर बाहर नहीं निकलने देंगे, दाढ़ी नहीं रखने देंगे, टोपी नहीं पहनने देंगे और यहां तक कि मस्जिदों में अजान नहीं देने देंगे। क्या आप इस तरह जिंदगी जी पाएंगे?''  बदरुद्दीन ने लोगों से अपील की कि चुनाव से पहले भगवा पार्टी की ओर वितरित धन को स्वीकार न करें।

अजमल के बयान पर भाजपा के साथ ही गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और एजीएम ने भी नाराजगी जाहिर की है। भाजपा के प्रवक्ता रूपम गोस्वामी के प्रवक्ता ने कहा, ''बयान उनकी घबराहट दिखाती है क्योंकि वह जानते हैं कि इस बार असम में अधिकतर मुस्लिम भाजपा को वोट करेंगे। इस तरह के सांप्रदायिक बयानों से अजमल वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन असम के मतदाता समझदार हैं और ऐसे बयानों की सच्चाई जानते हैं।''

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने गुरुवार को कहा, ''कांग्रेस कभी इस तरह की चीज नहीं कहेगी। मैंने सुना है कि उन्होंने बुधवार को रैली में क्या कहा। चूंकि वे हमारे गठबंधन का हिस्सा है, हम अजमल से इस बारे में पूछेंगे और सुनिश्चित करेंगे इस तरह के बयान भविष्य में हमारे किसी भी साथी की ओर से ना दिया जाए।'' एजीएम के प्रमुख और राज्यसभा सांसद अजित कुमार भूयान ने भी अजमल के बयान की निंदा की और इसे सांप्रदायिक और समाज के लिए हानिकारक बताया। 

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