ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

भुवनेश्वर: ओडिशा विधानसभा में शुक्रवार को काफी हंगामा हुआ। यहां भाजपा के एक विधायक ने खुदकुशी करने की धमकी दे डाली तो वहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने धरने पर बैठ गए। इससे सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद के सत्र तक के लिए स्थगित कर दी गई। यह नेता राज्य की विभिन्न मंडियों में किसानों से धान की तत्काल खरीद की मांग कर रहे थे। यह मुद्दा प्रश्नकाल में तब उठा, जब देवगढ़ से भाजपा विधायक सुभाषचंद्र पाणिग्रही ने घोषणा की कि केंद्रीकृत टोकन प्रणाली के लागू होने के बाद मंडियों में अपना धान नहीं बेच पाए किसानों की परेशानियों को लेकर वह आत्मदाह से भी नहीं हिचकेंगे।

बता दें, किसानों को उनका धान बेचने के लिए फसल कटाई से पूर्व टोकन दिए जाते हैं। जब तक धान की फसल बिक्री के लिए तैयार होती है, तब तक टोकन की अवधि खत्म हो चुकी होती है, इससे किसानों को बहुत परेशानी हो रही है। इससे किसान आंदोलनरत हैं और सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

भुवनेश्वर: कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में कमी के बीच ओडिशा सरकार ने शनिवार को आंगनवाड़ी केंद्रों को दोबारा खोले जाने और केवल 500 लोगों के जमा होने की अनुमति प्रदान की। हालांकि, इस दौरान कोविड-19 सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना होगा। एक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई।

इसके मुताबिक, शिक्षा विभाग को नौवीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूल दोबारा खोलने के संबंध में तारीख पर निर्णय लेने को भी कहा गया है। प्रशासन ने सिनेमाघरों को भी केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के तहत संचालन शुरू करने की अनुमति दी है।

यह ढील राज्य सरकार की अनलॉक प्रक्रिया का हिस्सा है जोकि फरवरी अंत तक प्रभावी रहेगी। अधिसूचना के मुताबिक, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में 500 की संख्या तक लोग शामिल हो सकते हैं जिसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी।

भुवनेश्वर: करीब नौ महीने के अंतराल के बाद शुक्रवार को ओडिशा में कक्षा दसवीं व 12 वीं के लिए स्कूल फिर खोल दिए गए। स्कूलों में कोविड-19 दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। इन कक्षाओं के विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले हैं, इसलिए यह कदम उठाया गया। ओडिशा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। कक्षा 10वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों के लिए 100 दिन के शिक्षण लक्ष्य को पूरा करने के मद्देनजर संकाय सदस्यों ने निर्देशों का पालन करते हुए बैठने की व्यवस्था कराई है।

अधिकारी ने कहा कि स्कूल परिसर में प्रवेश करने वाले सभी लोगों को फेस मास्क पहनना होगा और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा। स्कूल और जन शिक्षा मंत्री एस आर दास ने बताया कि 20-25 से अधिक छात्रों के साथ कक्षाएं शनिवार और रविवार को भी आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सिलेबस में 30 फीसदी की कमी की गई है और आगे कोई कटौती नहीं की जाएगी। ओडिशा सरकार ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को स्कूलों में नियमित स्वास्थ्य जांच कराने की व्यवस्था करने को कहा है।

भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने कोविड-19 टेस्ट के लिए 100 रुपये की दर तय की है। राज्य में किसी भी निजी लैब में 100 रुपये में रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। कोविड-19 टेस्ट के लिए देश में अब तक की ये सबसे सस्ती दर है।

ओडिशा में कोविड-19 के 363 नए मामले, तीन और लोगों की मौत

ओडिशा में कोविड-19 के 363 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमण के मामले बढ़कर 3,26,596 हो गए। वहीं तीन और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,839 हो गई।

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 30 जिलों में से 27 में ये नए मामले सामने आए। नए 363 मामलों में से 208 विभिन्न पृथक केन्द्रों में सामने और 155 पहले से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने के बाद संक्रमित पाए गए।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख