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ज्वलंत मुद्दों पर जवाब नहीं देकर पीएम मोदी ने चुनावी भाषण दिया: विपक्ष
विकसित भारत का सपना कोई सरकारी सपना नहीं है : पीएम मोदी

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा के आगामी चुनाव के मद्देनजर शनिवार को जारी घोषणापत्र को जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला करार देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त किये गये वादों से मुकरने वाली यह पार्टी घोषणापत्र जारी करने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। मायावती ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा यहां जारी किये गये चुनावी घोषणापत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किये गये वादों को पूरा करने में बुरी तरह नाकाम रही है। ऐसे में इस पार्टी को अपना चुनावी घोषणापत्र जारी करने का नैतिक अधिकार नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त भाजपा और उनके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने अपने घोषणापत्र में उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश की जनता से तरह-तरह के प्रलोभन दिये थे और जो अच्छे दिन दिखाने के वादे किये थे, वे पूरे नहीं किये। भाजपा का आज जारी घोषणापत्र प्रदेश की जनता की आंख में धूल झोंकने वाला है। मायावती ने कहा कि भाजपा के सभी चुनावी वादे केन्द्र के एजेंडे से अधिकांशत: गायब हो गये हैं। भाजपा ने केन्द्र में अपनी सरकार के करीब तीन साल गुजरने के बावजूद अपने उन वादों में से अब तक एक चौथाई भी वादे पूरे नहीं किये। उन्होंने आशंका जतायी कि भाजपा उत्तर प्रदेश की सत्ता में आने पर मद में चूर होकर आरक्षण को खत्म कर देगी।

नई दिल्ली: भाजपा के गोरखपुर से पार्टी सांसद और पूर्वांचल के कद्दावर नेता योदी आदित्यनाथ को भाजपा ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल किया था लेकिन योगी आदित्यनाथ के समर्थक भाजपा से नाराज हैं। योगी से जुड़े संगठन हिन्दु युवा वाहिनी ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।मीडिया सूत्रो के मुताबिक हिन्दु युवा वाहिनी अब भाजपा के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारेगी। हिंदू युवा वाहिनी ने कुशीनगर और महाराजगंज जिलों की छह सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। दिलचस्प बात यह है कि इस संगठन की स्थापना योगी आदित्यनाथ के संरक्षण में 2002 में हुई थी। अब हिंदू युवा वाहिनी का कहना है कि भाजपा ने उनके संस्थापक और गोरखनाथ मंदिर के परम पूजनीय संत का 'अपमान' किया है। ऐसे में वह यूपी की 64 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि प्रदेश के लोग चाहते हैं कि योगी बीजेपी के सीएम उम्मीदवार हों लेकिन पार्टी ने इससे इनकार कर दिया। इसके अलावा योगी को कई कमेटियों यहां तक की स्टार प्रचारकों में भी नहीं रखा गया है। सुनील ने कहा कि आदित्यनाथ ने बीजेपी से 10 प्रत्योशियों के सीटों की मांगी थी लेकिन बीजेपी ने सिर्फ 2 सीट दी है। बीजेपी में लगातार योगी आदित्यनाथ का अपमान किया जा रहा है। सुनील सिंह ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने 2014 में लोगों से इस बात के लिए वोट की अपील की थी अबकी योगी जीतेंगे तो केंद्रीय मंत्री बनेंगे लेकिन ऐसा नहीं किया गया। यहां तक की परिवर्तन यात्रा के दौरान भी योगी को खास तरजीह नहीं दी गई।

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह ने शनिवार को पार्टी का घोषणा पत्र ‘लोक कल्‍याण संकल्‍प पत्र- 2017’ के नाम से जारी किया। उन्‍होंने कहा कि यूपी में एक बार भाजपा को सरकार बनाने का मौका दीजिये, इस राज्‍य को बीमारू राज्‍य से बाहर ले आएंगे। उत्तर प्रदेश में विकास करने वाली सरकार की जरूरत है। भाजपा चाहती है कि प्रदेश में जाति विहीन और परिवारवाद की राजनीति समाप्त हो। उन्‍होंने 300 से ज्‍यादा सीटें जीत कर भाजपा के सरकार बनाने का भरोसा जताया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अम‌ित शाह यूपी व‌िधानसभा चुनाव के ल‌िए पार्टी का घोषणापत्र जारी करने लखनऊ पहुंचे। इंद‌िरा गांधी प्रत‌िष्ठान में अम‌ित शाह ने घोषणापत्र जारी क‌िया इसमें क‌िसानों का खास ध्यान रखा गया है, युवाओं के ल‌िए लैपटॉप के साथ सालभर 1 जीबी डाटा द‌िया जाएगा। इसके अलावा अम‌ित शाह ने कहा क‌ि कानून को ध्यान में रखते हुए मंद‌िर बनवाया जाएगा। शाह ने राम मंदिर के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर कहा कि संवैधानिक तरीके से राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने इंदिरा गांधी प्रतिष्‍ठान में घोषणा पत्र जारी किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि उत्‍तर प्रदेश में भाजपा ने एक प्रयोग के जरिये लोगों की राय ‘यूपी के मन की बात’ के नाम से जानने की कोशिश की। यूपी में भाजपा अपनी सरकार बनाने जा रही है। प्रदेश अध्‍यक्ष के नेतृत्‍व सभी नेताओं ने इस संकल्‍प पत्र पर काम किया है।

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर यूपी चुनाव तक आम बजट पेश नहीं करने की मांग की है। अखिलेश ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि अगर चुनाव से पहले बजट पेश होता है, तो यूपी के लिए आप किसी योजना का ऐलान नहीं कर सकते, ऐसे में यूपी को बड़ा नुकसान होगा। पीएम को लिखे गए खत में अखिलेश ने कहा है कि यूपी में देश की बड़ी जनसंख्या निवास करती है। इस स्थिति में यूपी को भारत के आगामी सामान्य/रेल बजट में कोई विशेष लाभ/योजना प्राप्त नहीं हो सकेगी जिसका सीधा प्रतिकूल प्रभाव यूपी के विकास-कार्यों एवं यहां के 20 करोड़ निवासियों के हितों पर पड़ेंगा। उन्होंने यह भी लिखा है कि 2012 में राज्यों के चुनाव की वजह से चुनाव बाद बजट पेश किया गया था। गौर हो कि चुनाव आयोग ने केंद्र से कहा है कि आम बजट में पांच राज्यों के बारे में कोई विशेष घोषणा न की जाए, जहां विधानसभा चुनाव होने हैं। आयोग ने 1 फरवरी को बजट पेश किए जाने को मंजूरी दे दी है। पंजाब और गोवा में मतदान 4 फरवरी से शुरू होना है, उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से होगा।

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