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लखनऊ: योगी सरकार ने बुधवार की रात एक और बड़ा प्रशासनिक फेरबदल कर दिया है। जिसके तहत 84 आईएएस और नौ पीसीएस अधिकारी यानी कुल 93 अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इस फेरबदल में प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित 38 जिलों के डीएम भी बदले गए हैं। प्रदेश सरकार ने 36 जिलों में नए पुलिस कप्तानों की तैनाती करते हुए कुल 54 आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया। लखनऊ की एसएसपी मंजिल सैनी को हटा दिया गया है। उनकी जगह दीपक कुमार को लखनऊ का नया एसएसपी बनाया गया है। जिन 38 जिलों के डीएम बदले गए हैं, उनमें लखनऊ, झांसी, इटावा, फतेहपुर, मैनपुरी, मथुरा, कन्नौज, बुलंदशहर, बाराबंकी, हरदोई, अमरोहा, सीतापुर, गाजियाबाद, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर, बदायूं, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, कानपुर नगर, बरेली, रामपुर, भदोही, हमीरपुर, प्रतापगढ़, फरुखाबाद, बागपत, रायबरेली, कुशीनगर, देवरिया, शामली, हापुड़, पीलीभीत, चंदौली, मऊ, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, हाथरस और बलरामपुर जिले शामिल हैं।

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया अखिलेश यादव ने आज (बुधवार) भी मीडिया पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में होने वाली किसी भी घटना की खबर को टीवी पर उनकी तस्वीर के साथ दिखाया जाता था। ‘‘क्या अब आप में से किसी की हिम्मत है कि मौजूदा मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) की तस्वीर लगाकर खबर दिखा दे।’’ उन्होंने कहा कि सहारनपुर में दंगा हुआ, इलाहाबाद में एक परिवार की हत्या की गयी और प्रतापगढ़ में एक वकील का कत्ल हो गया। क्या ये खबरें मुख्यमंत्री की तस्वीर के साथ दिखायी गयीं? उन्होंने कहा कि सहारनपुर की घटना पूरी तरह से भाजपा द्वारा एक सुनियोजित तरीके से की गई घटना है, वहां प्रेस के कैमरे तक तोड़ दिए गए। यहां तक कि पुलिस के कप्तान के साथ भी मारपीट की गई। उन्होंने कहा कि मीडिया के लोग हमारी सरकार के समय में कोई घटना हो जाती थी तो हमारी फोटो लगाकर न्यूज चैनल पर खूब दिखाते थे। अखिलेश यादव ने कहा कि सहारनपुर के कप्तान के साथ जो हुआ वो नहीं होना चाहिए। लोकतंत्र की जो तस्वीर दिखाई जा रही है वो घातक है। पूर्व सीएम ने कहा, भाजपा की करनी और कथनी में फर्क है। उन्होंने कहा कुछ और था और कर कुछ और रहे हैं। सपा को गुंडों की पार्टी कहा था। मुझे भी गुंडा कहा गया। मेरी सरकार में जो घटनाएं हुई उस पर मेरी तस्वीर लगाकर चैनलों ने दिखाया।

लखनऊ: राज्य मानवाधिकार आयोग ने उत्पीड़न और भ्रष्टाचार से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई करते हुए पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव के खिलाफ के खिलाफ सीबीआई से जांच कराने के आदेश दिए हैं। यह आदेश आयोग के सदस्य जस्टिस यूके धवन ने पारित किया है। श्याम वनस्पति आयल लिमिटेड लखनऊ के निदेशक अमित कुमार बनर्जी ने तत्कालीन डीजीपी जगमोहन यादव के खिलाफ राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग ने इसे सीबीआई के माध्यम से जांच कराए जाने का उपयुक्त मामला बताते हुए प्रमुख सचिव गृह को आदेशित किया है। आयोग ने कहा है कि प्रमुख सचिव गृह इस मामले की सीबीआई से जांच कराने के लिए जरूरी कदम उठाएं और छह हफ्ते में जांच रिपोर्ट आयोग के समक्ष प्रस्तुत करें। आयोग ने 25 सितंबर 2015 की तत्कालीन सीओ कृष्णानगर की जांच रिपोर्ट, आयोग की जांच शाखा के प्रभारी की 26 अगस्त 2016 की रिपोर्ट और त्ततत्कालीन डीजी नागरिक सुरक्षा की रिपोर्ट भी आदेश के साथ प्रमुख सचिव गृह को भेजी है। आयल कंपनी के निदेशक ने अपनी शिकायत के संबंध में पुलिस के अलावा हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में याचिका भी दायर की थी।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने आज (मंगलवार) तय किया कि महापुरूषों के जन्मदिन या पुण्यतिथि पर सार्वजनिक अवकाश नहीं होगा बल्कि उस दिन छात्रों को ऐसे महापुरूषों के बारे में शिक्षित किया जाएगा। इसके साथ ही भू माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एंटी टास्क फोर्स के गठन को भी हरी झंडी दे दी गई है। बैठक में कहा गया है कि धर्म की आड़ पर जमीन जबरन कब्जे में नहीं ली जाएगी। सरोजनीनगर और पीजीआई में 50 करोड़ की जमीन खाली भी कराई जा चुकी है। इस मामले में सरोजनीनगर में 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह फैसला किया गया। बैठक के बाद उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कैबिनेट ने महान हस्तियों की जयंती अथवा पुण्यतिथि पर होने वाले 15 सार्वजनिक अवकाश रद्द कर दिये हैं। उस दिन चर्चा, परिचर्चा, निबंध प्रतियोगिता आदि कार्यक्रमों के जरिए छात्रों को महान हस्तियों के बारे में शिक्षित किया जाएगा।’’ अंबेडकर जयंती पर योगी ने ऐसे अवकाशों की वजह से शैक्षिक सत्र की अवधि कम होने पर चिन्ता व्यक्त की थी। योगी ने कहा था कि महापुरूषों की जयंती पर स्कूलों में अवकाश नहीं होना चाहिए बल्कि दो घंटे का विशेष कार्यक्रम कर बच्चों को ऐसे महापुरूषों के बारे में शिक्षित करना चाहिए।

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