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नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व लोकसभा सांसद आजम खान की टिप्पणी के बाद सियासी हंगामा जारी है। सत्ता पक्ष सहित कई दलों के नेताओं ने आजम के बयान को निंदनीय बताया है। इसी क्रम में बसपा सुप्रीमो मायावती ने आजम के बयान को लेकर नाराजगी जाहिर की है। मायावती ने आजम से उनकी टिप्पणी को लेकर उनसे महिलाओं से माफी मांगने को कहा है। आजम खान की बयानबाजी के बाद सूबे की सियासत में हलचल तेज होने के कयास लगाए जा रहे हैं।

मायावती ने कहा कि यूपी में रामपुर सीट से सपा सांसद आजम खान द्वारा कल लोकसभा में पीठासीन महिला के खिलाफ जिस प्रकार की अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया गया वह महिला गरिमा व सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है और उन्हें माफी मांगनी चाहिए। यूपी से सपा सांसद श्री आजम खान द्वारा कल लोकसभा में पीठासीन महिला के खिलाफ जिस प्रकार की अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया गया वह महिला गरिमा व सम्मान को ठेस पहुँचाने वाला है तथा अति-निन्दनीय है। इसके लिए उन्हें संसद में ही नहीं बल्कि समस्त महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।

लखनऊ: सिविल अस्पताल की आईसीयू में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को भर्ती कराया गया है। गुरुवार सुबह सत्र के दौरान चक्कर आने पर उन्हें अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया। यहां से डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया। दोपहर करीब ढाई बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अस्पताल आकर उनकी सेहत का हाल लिया। डॉक्टरों के मुताबिक अब विधानसभा अध्यक्ष की सेहत में सुधार है।

डॉक्टरों की टीम ने किया इलाज

विधानसभा अध्यक्ष को अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आशुतोष दुबे, वरिष्ठ जनरल फिजीशियन डॉ. आरके पोरवाल, ईएनटी सर्जन डॉ. पंकज श्रीवास्तव, आर्थोपेडिक सर्जन समेत अन्य डॉक्टरों की टीम ने देखा। उनकी खून की जांचे कराई गई। ईसीजी कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक जांच रिपोर्ट सामान्य आई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह उन्हें देखने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने करीब 10-15 मिनट तक रूके। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से विधानसभा अध्यक्ष की सेहत के बारे में जानकारी ली।

लखनऊ: विधानसभा में गुरुवार को समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने मेरठ में भीड़ हिंसा का विरोध कर रही भीड़ पर पुलिस ज्यादती के विरोध में सदन से वाकआउट किया। सपा ने दोषियों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने के साथ ही चर्चा की मांग की। जिस पर अधिष्ठाता ने चर्चा से इनकार कर दिया। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि भीड़ ने नेशनल हाईवे पर जाम लगाया और तोड़फोड़ की, तब पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बल प्रयोग किया। किसी को भी हिंसा की छूट नहीं दी जाएगी। सरकार तोड़फोड़ कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।

समाजवादी पार्टी ने कार्यस्थगन के जरिये झारखंड में हुई भीड़ हिंसा में तबरेज की हत्या किए जाने के विरोध में मेरठ में भीड़ पर लाठी चार्ज किए जाने का मुद्दा उठाया। सपा के विधायक रफीक अंसारी ने शुरुआत शेर पढ़ते हुए कि--मेरे तकदीर के मालिक मेरी पहचान लिख देना, मेरे जिस्म के हिस्से पर हिन्दुस्तान लिख देना, कहीं पर राम लिख देना कहीं रहमान लिख देना...। उन्होंने कहा कि मेरठ में पुलिस ज्यादती कर रही है। भारतीय जनता पार्टी का एक बड़ा नेता वहां कुछ लोगों को बेवजह परेशान कर रहा है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के उम्भा गांव में हुए नरसंहार मामले में एक और नया मोड़ सामने आया है। अब एक विधायक द्वारा लिखा पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने जमीनी विवाद के बारे में पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अलर्ट कर दिया था। भाजपा के सहयोगी अपना दल के विधायक हरिराम चेरो ने बताया कि उन्होंने 14 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर उम्भा गांव के आदिवासियों की पैतृक भूमि पर कथित रूप से भूमाफिया द्वारा कब्जा करने और उन्हें फर्जी मामले में फंसाकर परेशान करने की जानकारी दी थी। साथ ही उन्होंने 600 बीघा विवादित जमीन और फर्जी सोसायटी बनाकर भूमि हड़पने का आरोप लगाया था।

विधायक हरिराम चेरो ने मामले की जांच उच्चस्तरीय एजेंसी से कराने की मांग की थी। इसके बावजूद अधिकारियों ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की वरना इतनी बड़ी घटना न हो पाती। हरिराम चेरो ने 14 जनवरी 2019 को ही इससे संबंधित पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा था और आरोप लगाया था कि भूमाफिया आदिवासियों की पैतृक भूमि जबरदस्ती हड़पने के चक्कर में हैं।

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