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लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने कानपुर नगर के बहुचर्चित हत्याकांड से संबंधित सभी पहलुओं की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का फैसला किया है। अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित इस एसआईटी में एडीजी हरिराम शर्मा तथा डीआईजी जे. रवीन्द्र गौड़ को सदस्य नामित किया गया है। एसआईटी को घटना से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं के साथ ही गहन अभिलेखीय एवं स्थलीय जांच करते हुए 31 जुलाई तक अपनी रिपोर्ट शासन को उपलब्ध करानी होगी।

एसआईटी इस प्रकरण से संबंधित अभियुक्तों और उनके सहयोगियों के साथ पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की जांच करेगी। उसे अभियुक्तों व उनके आर्थिक मददगारों की सम्पत्तियों तथा आय के स्रोतों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग से कराने पर अपनी संस्तुति उपलब्ध कराने को भी कहा गया है। जांच आदेश के अनुसार एसआईटी को पूरे घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में आए कारणों की भी जांच करनी है। उसे यह पता लगाना है कि अभियुक्त विकास दुबे के विरुद्ध प्रचलित मुकदमों में अब तक क्या प्रभावी कार्रवाई की गई?

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों से रोजाना कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक हजार से ज्यादा दर्ज हो रहे हैं। शनिवार को भी यह सिलसिला बरकरार रहा। प्रदेश में एक दिन में सर्वाधिक 1403 नए मामले शनिवार को सामने आए। इससे पहले शुक्रवार यानी 10 जुलाई को सबसे ज्यादा 1347 नए मामले सामने आए थे।

राज्य के प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 1403 नए मामलों के साथ प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या अब 35 हजार 92 हो गई है। इनमें से 22 हजार 689 मरीज इलाज के बाद पूर्णतः उपचारित हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। राज्य में फिलहाल कोविड-19 के 11 हजार 490 सक्रिय मामले हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या प्रदेश में अब 913 हो गई है।

मुंबई: कानपुर कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर में मार गिराए जाने के बाद शनिवार को मुंबई एटीएस ने उसके एक करीबी समेत दो को गिरफ्तार किया है। इन दोनों के नाम अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी और उसका ड्राइवर सोनू तिवारी हैं। गुड्डन पर बिकरू कांड में कानपुर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। मुंबई एटीएस ने दोनों को जुहू इलाके से गिरफ्तार किया है। गुड्डन जिला पंचायत सदस्य है और कानपुर देहात का रहने वाला है। आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में दर्ज एफआईआर में पुलिस ने इसे भी नामजद किया है। बिकरू कांड के बाद से फरार चल रहा था। महाराष्ट्र एटीएस ने बताया कि 11 जुलाई को मुंबई एटीएस यूनिट को पता चला कि कानपुर एनकाउंटर का एक आरोपी ठाणे में है और छिपने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद उसे ढूंढने के लिए ऑपरेशन चलाया गया। उसे और उसके ड्राइवर को ठाणे से गिरफ्तार कर लिया गया।

कानपुर के बिकरू गांव में हुए एनकाउंटर के बाद से ही पुलिस को मुख्य आरोपी विकास दुबे की तलाश थी। उसपर पुलिस ने पांच लाख रुपये का इनाम भी रखा था। इसके बाद उसे 09 जुलाई को मध्य प्रदेश के उज्जैन से पुलिस ने पकड़ लिया था।

लखनऊ: विकास दुबे एनकाउंटर पर विपक्ष लगातार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हावी है। इस एनकाउंटर पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं विकास दुबे की मदद करने वाले लोगों को बचाने के आरोप भी लग रहे हैं। यहां तक कि इस मामले की न्यायिक जांच की मांग भी उठने लगी है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इस मामले में योगी सरकार पर हमला करते हुए न्यायिक जांच की मांग की है।

प्रियंका गांधी ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि 'उप्र की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ प्रदेश पर हावी है। कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठ-गांठ खुलकर सामने आई। कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं- ये सच सामने आना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जांंच होनी चाहिए।' इसके पहले प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट भी करके विकास दुबे को संरक्षण देने का आरोप लगाया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'अपराधी तो खत्म, लेकिन अपराधी को संरक्षण देने वालों का क्या?'

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