लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि किसान बुरी तरह आंदोलित हैं। भाजपा के लिए अब उसके झूठे वादे ही गले की फांस बन रहे हैं। महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली और हरियाणा में किसान आंदोलन कर अपना आक्रोश व्यक्त कर चुके हैं, लेकिन भाजपा सरकारें उनकी अनदेखी कर रही हैं। भाजपा का झूठ अब अधिक दिनों तक चलने वाला नहीं है।
अखिलेश ने कहा कि 50000 किसान कर्ज के बोझ में अपनी जिंदगी गंवा चुके हैं। भाजपा की गलत नीति और वोट बैंक की राजनीति कृषि प्रधान देश के लिए गंभीर संकट पैदा करने वाली है। गन्ना किसानों का पेराई सीजन शुरू होते ही बकाया भुगतान का वादा हवाई साबित हो रहा है। उत्तर प्रदेश के किसानों का अब भी 8220 करोड़ रुपये बकाया है। भाजपा सरकार ने किसानों के बजाय चीनी मिल मालिकों की मदद कर जाहिर कर दिया है कि उसकी प्राथमिकता में अन्नदाता नहीं बड़े कारपोरेट घराने हैं।
उन्होंने कहा कि चीनी मिलों के लिए केंद्र सरकार ने 4500 करोड़ रुपये के जिस रियायती कर्ज की बात की है, इसमें किसानों के हाथ कुछ नहीं लगना है। किसान हितैषी बनकर उनके साथ सबसे बड़ी धोखाधड़ी तो भाजपा ने रबी की फसलों के समर्थन मूल्य की घोषणा कर के की है। किसानों की आंख में धूल झोंकने का यह प्रयास है। भाजपा ने मूल्य आयोगों की सिफारिशों को ठुकरा कर पहले के तय मानकों से बहुत कम समर्थन मूल्य दिया है। इस समर्थन मूल्य पर किसानों के पूरे कृषि उत्पादों की खरीद भी सुनिश्चित नहीं की गई है। समाजवादी पार्टी सरकार में किसान को प्राथमिकता में रखकर 75 प्रतिशत बजट उनके लिए रखा गया। भाजपा की सरकारें अब तक अपनी एक भी योजना जमींनी स्तर पर नहीं उतार सकी है। किसानों के मन में जो आक्रोश है वह चुनावों में दिखेगा।