ताज़ा खबरें
पाकिस्तान को दुबई में भारत ने खूब धोया, ले लिया 8 साल पुराना बदला
'ट्रंप और मस्क भारत की बेइज्जती कर रहे हैं, सरकार चुप क्यों': जयराम
कुछ नेता विदेशी ताकतों से मिलकर देश-धर्म को कमजोर कर रहे: मोदी

लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव के लिए होने वाले महागठबंधन को बड़ा झटका देते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश व राजस्थान विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगी। बसपा इन दोनों राज्यों में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। यह बात मायावती ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में कही। मायावती इसके पहले छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस (छत्तीसगढ़-जे) के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं। फिलहाल यूपी के बारे में बसपा प्रमुख ने अभी तस्वीर साफ नहीं की है। वैसे सपा अब भी बसपा से गठबंधन के प्रयास में हैं।

मायावती ने बुधवार को कहा कि कुछ नेता कह रहे हैं कि वह सीबीआई व ईडी की धमकी से कांग्रेस से बसपा गठबंधन नहीं कर रही हैं, लेकिन हकीकत यह है कि वह इस गठबंधन के जरिए उसे खत्म करना चाहती है।

दिग्विजय सिंह भाजपा के एजेंट

मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व संरक्षक सोनिया गांधी दोनों दिल से चाहते हैं कि बसपा व कांग्रेस का लोकसभा से पहले कुछ राज्यों में होने वाले चुनावों में गठबंधन हो, लेकिन कांग्रेस पार्टी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह जैसे अनेकों स्वार्थी नेता समझौता होने नहीं देना चाहते।

दिग्विजय सिंह ने ही सीबीआई व ईडी की जांच से घबरा कर बड़ी पार्टी होने के बाद भी गोवा में कांग्रेस की सरकार नहीं बनने दी। कांग्रेस पार्टी यह निजी स्वार्थी वरिष्ठ नेता भाजपा का एजेंट है। दिग्विजय सिंह एक चैनल पर इंटरव्यू में उनका नाम लेकर बयान दिया था कि मायावती पर केंद्र सरकार का बहुत बड़ा दबाव है। वह ईडी व सीबीआई की जांच से घबरा रही हैं।

बसपा के हित में लिया फैसला

मायावती ने कहा कि कांग्रेस से गठबंधन न करने का फैसला बसपा के हित में लिया गया है। उनकी पार्टी सिर्फ आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ में क्षेत्रीय दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने हमेशा पार्टी हित में फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि हम अपने सिद्धांतों के साथ कभी समझौता नहीं कर सकते। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उसे गलतफहमी के साथ अहंकार भी है।

महागठबंधन पर फिर सकता है पानी

मायावती के यह साफ किए जाने के बाद कि कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगी लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन बनाने की योजना पर पानी फिर सकता है। वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अलग-अलग राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों के साथ बसपा, कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात चल रही थी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख