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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस के नेता मीम अफजल ने जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमलों की बढ़ती घटनाओं को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि मुझे फारूक अब्दुल्ला के बयान पर कुछ नहीं कहना है, लेकिन जब से जम्मू-कश्मीर में नई सरकार बनी है, तब से लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं।

'नई सरकार बनते ही बढ़े हमले': मीम अफजल

उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं, ऐसे में कोशिश होनी ही चाहिए कि हमलावरों को जिंदा पकड़ा जाए ताकि खुलासा हो सके कि इन घटनाओं में बाहर का हाथ है या अंदर का हाथ है!

आतंकी हमलों की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए: फारूक अब्दुल्ला

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के बडगाम में मजदूरों पर हुए आतंकी हमले को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्क्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि वारदात में शामिल लोगों को मारना नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें पकड़ कर, उनसे पूछताछ कर इसकी जड़ तक जाना चाहिए।

फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "इसमें एक बात जरूर है कि इसकी तहकीकात होनी चाहिए। राज्य में नई हुकूमत के आने के बाद ऐसा हो रहा है। मुझे शक है कि इस वारदात में उन लोगों का हाथ है, जो इस सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं। पहले ऐसा क्यों नहीं हो रहा था? सरकार बनने के बाद ही ऐसी घटनाओं की क्या वजह है? इसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।"

पंचायत चुनाव से पहले हमले की साजिश की आशंका

उमर अब्दुल्ला का कहना था कि इन हमलों से जम्मू-कश्मीर में क्राइसिस पैदा करने की कोशिश की जा रही है। इन आतंकी गतिविधि में शामिल लोगों को मारना नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें पकड़ा जाना चाहिए ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन सबके पीछे कौन है। कहीं कोई एजेंसी उमर अब्दुल्ला के पीछे तो नहीं है, जो सरकार को डिस्टर्ब करने की कोशिश कर रही है? यहां पंचायत चुनाव भी होने वाले हैं।

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