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आरएसएस-बीजेपी को हराने का रास्ता गुजरात से होकर जाता है: राहुल

हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनाव की रैली में योगी आदित्यनाथ के बयान पर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने तीखा पलटवार किया है। योगी आदित्यनाथ ने तंदूर की चुनावी रैली में कहा था कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो ओवैसी को तेलंगाना छोड़कर उसी तरह भागना पड़ेगा, जैसे हैदराबाद के निजाम भागे थे। इस पर ओवैसी ने चुनावी रैली में ही जवाब देते हुए जमकर भड़ास निकाली। ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ से सवाल करते हुए पूछा कि ये मुल्क आपका है, मेरा नहीं है? क्या भाजपा के खिलाफ बोलने, मोदी के खिलाफ बोलने, उसकी नीतियों की आलोचना करने, आरएसएस के खिलाफ बोलने और योगी पर बोलने से मुल्क से भगा दिया जाएगा।

ओवैसी ने कहा कि इनके यूपी सीएम हैदराबाद में टपक गए। बेचारे यूपी सीएम कह रहे कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनेगी तो ओवैसी को भगा देंगे। जिस तरह निजाम को भगाए थे। मैं इनको पूछ रहा हूं कि ये भगाने की बात तुम कब से कर रहे हो। ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि आप तारीख तो जानते नहीं, हिस्ट्री में जीरो हैं आप। अगर पढ़ना नहीं आता तो पढ़ने वालों से पूछो।

नई दिल्ली: उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेलंगाना के तंदूर में आयोजित चुनावी रैली में एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने इस दौरान दावा कर दिया कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो ओवैसी को ठीक उसी तरह तेलंगाना से भागना होगा, जैसे निजामों को हैदराबाद से बाहर भागना पड़ा था। तेलंगाना विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोजित इस रैली में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंदू कार्ड खेला। राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों में इस बार योगी आदित्यनाथ की काफी डिमांड रही है।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी योगी आदित्यनाथ अली और बजरंग बली का बयान दे चुके हैं। इस बयान को विपक्ष ने सांप्रदायिकता फैलाने वाला करार दिया था। मध्यप्रदेश चुनाव प्रचार के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ पर पलटवार करते हुए कहा था कि कमलनाथ जी आपके लिए भले अली महत्वपूर्ण होंगे लेकिन हमारे लिए तो बजरंगबली ही सबकुछ हैं।

हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2018 के लिए प्रचार करने हैदराबाद पहुंचे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा मैं राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश कर सकता हूं लेकिन तेलंगाना राजनीति में कभी भी प्रवेश नहीं करूंगा। चंद्रबाबू नायडू ने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा कि मैं सत्ता का लालची नहीं हूं, और ना ही मेरे अंदर देश का प्रधानमंत्री बनने की इच्छा है। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य सिर्फ लोकतंत्र की रक्षा करना है जो फिलहाल खतरे में है। नायडू ने ये बात अल्कापुर, राजेंद्र नगर में कही थी।

आपको बता दें कि चंद्रबाबू नायडू तेलंगाना के अलग होने से पहले संयुक्त आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है। इसलिए तेलंगाना की राजनीति में अभी भी उनका खासा प्रभाव है। तेलंगाना में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलुगु देशम पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला है।

नई दिल्ली: क्रिकेटर से नेता बने मोहम्मद अजहरुद्दीन को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. कांग्रेस ने उन्हें तेलंगाना कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। पार्टी की ओर से जारी एक सूची में शुक्रवार को यह बताया गया है। सूची की मानें तो तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वाइस प्रेसिडेंट पद पर डॉ विनोद कुमार, जफर जावेद को नियुक्त किया गया है। इसके अलावा महासचिव पद की जिम्मेदारी जगदीश्वरा राव, नागेश, नारसा रेड्डी, फहीम आदि को दी गई है।

वहीं, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को पार्टी ने ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का सचिव बनाया है। बता दें कि मोहम्मद अजहरुद्दीन कांग्रेस की ओर से दो बार चुनाव लड़ चुके हैं। साल 2009 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से उन्हें जीत मिली थी और फिर इसके बाद राजस्थान के टोंक सवाई माधोपुर सीट से 2014 में हार मिली थी।

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